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नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं दोस्तों आज की यात्रा पर आपको लेकर चल रहा हूं उनाकोटी , त्रिपुरा जहां दोस्तों आप देखोगे अलौकिक और अद्भुत लाखो वर्ष पूर्व बने चट्टानों पर उकेरे गए रहस्यमई और अलौकिक मूर्तियों को।
दोस्तों संकीर्ण पागडंडियो , दूरदराज फैले घने जंगलों और प्राचीन रॉक मूर्तियों से भरा यह स्थान काफी प्राचीन और रहस्यो से भरपूर है दोस्तों यहां आपको ऐसी शानदार कलात्मक और अलग-अलग तरह के शैल चित्रों को देखने का अनुभव प्राप्त होगा जिसकी आपने कल्पना भी नहीं की होगी।
उनाकोटी की प्राचीन मूर्तियां
त्रिपुरा
भारतवर्ष
नमस्कार दोस्तों उनाकोटी जोकि त्रिपुरा के घने जंगलों में मौजूद है दोस्तों यहीं पर मौजूद है पहाड़ों और चट्टानों को काटकर बनाए गए रहस्यमई और अलौकिक भगवान शिव एवं समस्त देवी देवताओं की मूर्तियां।
दोस्तों आश्चर्यजनक रूप से एक या हजारों भी नहीं बल्कि एक करोड़ मूर्तियां मौजूद है यहां पर। दोस्तों आश्चर्य करने वाली बात यह है कि आज तक इन मूर्तियों का लिखित इतिहास नहीं मिल पाया है कि इन मूर्तियों को किसने बनाया और कब बनाया था ? आज भी रहस्य बना हुआ है दोस्तों माना जाता है कि इन मूर्तियों का निर्माण लाखो वर्ष पूर्व किया गया था। लेकिन दोस्तों आश्चर्य करने वाली बात यह है कि जब ईसा पूर्व मनुष्य की इतनी उन्नत सभ्यता मौजूद नहीं थी तो लाखों वर्ष पूर्व इन मूर्तियों का निर्माण किसने किया था।क्योंकि दोस्तों आज के वर्तमान युग में भी शायद हम अत्याधुनिक मशीनों की मदद से भी इन जैसी मूर्तियों का निर्माण नहीं कर सकते हैं।
दोस्तों पुरातात्विक खोजों के आधार पर कहा गया है कि इन मूर्तियों में से केवल एक मूर्ति कम है एक करोड़ की संख्या को प्राप्त करने में , शायद इसी कारण से इस जगह का नाम उनाकोटी पड़ा है।लेकिन दोस्तों स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां पर पूरे एक करोड़ देवी देवताओं की मूर्तियां मौजूद है जिनमें से एक मूर्ति अद्भुत रूप से अलौकिक और रहस्यमई है जो हमें खुली आंखों से दिखाई नहीं देती है जो कहीं इन्हीं पहाड़ियों में अति गुप्त रूप से मौजूद है जिसे खोजा जाना अभी बाकी है।
दोस्तों आपको जानकर आश्चर्य होगा कि एक करोड़ मूर्तियों का यह परिवार केवल भारत में ही नहीं बल्कि मंगोलिया , रूस व अमेरिका तक में फैला हुआ है जो अलग-अलग नामों एवं पहचान के साथ मौजूद है। लेकिन दोस्तों उनाकोटी की बात ही कुछ और है अद्भुत अलौकिक और हमारे पूर्वजों की अनमोल धरोहर है।
दोस्तों आप सभी यहां की यात्रा बहुत ही आसानी से कर सकते हो रेल मार्ग , वायु मार्ग एवं सड़क मार्ग के द्वारा - त्रिपुरा का उनाकोटि शहर अपनी खूबसूरती और शांति के लिए जाना जाता है। दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई और कोलकाता से इसकी दूरी क्रमशः 2,303, 3,373, 3,149 और 1,427 किमी की दूरी पर स्थित है। परिवहन के तीनों तरीके से आप यहां पहुंच सकते है।
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हवाई मार्ग - उनाकोटि का निकटतम हवाई अड्डा अगरतल्ला एयरपोर्ट है। इसे महाराज बीर बिकम एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है। यह एयरपोर्ट साल 1942 में बनाया गया था अब यह उत्तर पूर्व राज्यों का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। यह AAI ( भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण) के प्रशासन के अधीन है। यहां उतरने के बाद आप सार्वजनिक परिवहन लेकर आगे की यात्रा कर सकते है।
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दिल्ली - दिल्ली के इंदिरा गाँधी अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा से एयर इंडिगो, स्पाइस जेट, इंडिगो और विस्तारा के विमान ले सकते हैं। प्रति व्यक्ति तक़रीबन 7,000 रुपये
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मुंबई - मुंबई एयरपोर्ट से गो एयर, स्पाइस जेट, एयर इंडिया की विमानें उपलब्ध हैं। प्रति व्यक्ति किराया 14,000 रूपये के करीब है।
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कोलकाता - नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से करीब 9,000 रूपये खर्च करके आप स्पाइस जेट, एयर इंडिया, गो एयर के विमानों के माध्यम से पहुँच सकते हैं।
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मदुरै - मदुरै एयरपोर्ट से एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइस जेट की विमानें उपलब्ध है। किराया करीब 19,000 रुपये।
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रेल मार्ग- निकटतम रेलवे स्टेशन अगरतल्ला रेलवे स्टेशन है। यह 2008 में बनाया गया था और 2016 में इसका पुनर्निर्माण भी किया गया था। गुवाहाटी के बाद, यह उत्तर पूर्व भारत में दूसरा रेलवे स्टेशन है। स्टेशन से गंतव्य तक पहुंचने के लिए आप सार्वजनिक परिवहन ले सकते है।
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दिल्ली स्टेशन से अगरतल्ला तक - ANVT-AGTL राजधानी एक्सप्रेस, त्रिपुरा सुंदरी एक्सप्रेस
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बैंगलुरू कैंट से अगरतल्ला तक - BNC-AGTL हमसफर एक्सप्रेस
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कोलकाता स्टेशन से अगरतल्ला तक - कंचनजंगा एक्सप्रेस सियालदाह स्टेशन से खुलती है।
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सड़क मार्ग- यदि आप पास में रहते है तो सड़क मार्ग चुन सकते है। आप अपनी टैक्सी के माध्यम से आप अपनी यात्रा कर सकते है। देखिये, सड़क मार्ग द्वारा अलग-अलग जगहों से आप यहां कैसे पहुंच सकते है।
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सिलचर- 160 किमी NH 37 and NH 8
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हाईलाकांदी - 126 किमी कमलपुरा- कुमारघाट रोड
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शिलांग - 325 किमी NH 6 या NH 8
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इम्मफाल - 414 किमी NH 37 or NH 8
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अगरतल्ला - 126 किमी करमपुर- कुमारघाट रोड
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धन्यवाद दोस्तों
महेंद्रा माउंटेन लैपर्ड 🧗🧗
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English translate
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Ek yatra khajane ki khoje
Hello friends I heartily greet all of you mountain leopard Mahendra friends. Today I am taking you on a journey to Unakoti, Tripura where friends you will see the supernatural and supernatural and supernatural statues carved on rocks made millions of years ago.
Friends, this place full of narrow footpaths, remote remote forests and ancient rock sculptures, is quite ancient and full of secrets, friends here you will get to experience such magnificent artistic and different types of rock paintings that you would not have even imagined. .
Ancient sculptures of Unakoti
Tripura
India
Namaskar Friends, Unakoti, which is present in the dense forests of Tripura, is present here friends. The statues of the mysterious and supernatural God Shiva and all the Gods and Goddesses created by cutting of mountains and rocks.
Friends, surprisingly not one or even thousands but one crore idols are present here. Friends, the surprising thing is that till date the written history of these idols has not been found who made these idols and when was they made? Even today the mystery remains, friends, it is believed that these idols were built millions of years ago. But friends, the surprising thing is that when the human beings did not have such advanced civilization before BC, then who built these idols millions of years ago, because friends, even in the present age, perhaps even with the help of cutting-edge machines like these Can not build idols.
Friends, based on archaeological discoveries, it has been said that only one of these idols is less in number to achieve the number of crores, probably for this reason the place is named Unakoti. But friends believe that the locals here There are statues of one crore Gods and Goddesses, one of which is wonderfully supernatural and mysterious, which is not visible to us with open eyes, which is very secretly present in these hills which is yet to be discovered.
Friends, you will be surprised to know that this family of one crore idols is spread not only in India but also in Mongolia, Russia and America which exists with different names and identities. But friends, Unakoti is something more amazing, supernatural and is a precious heritage of our ancestors.
Friends, all of you can travel here very easily by rail, air and road - Unakoti city of Tripura is known for its beauty and peace. It is situated at a distance of 2,303, 3,373, 3,149 and 1,427 km respectively from Delhi, Bangalore, Mumbai and Kolkata. You can reach here by all three modes of transport.
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By Air - The nearest airport to Unakoti is Agartala Airport. It is also known as Maharaj Bir Bikam Airport. This airport was built in the year 1942 and is now the second busiest airport in the North East states. It is under the administration of AAI (Airports Authority of India). After landing here, you can travel further by taking public transport.
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Delhi - Indira Gandhi International Airport of Delhi can take Air Indigo, Spice Jet, Indigo and Vistara aircraft. About 7,000 rupees per person
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Go Air, Spice Jet, Air India flights are available from Mumbai - Mumbai Airport. The per capita rent is close to Rs 14,000.
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Kolkata - By spending around Rs 9,000 from Netaji Subhash Chandra Bose International Airport, you can reach via Spice Jet, Air India, Go Air planes.
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Madurai - Air India, IndiGo, Spice Jet flights are available from Madurai Airport. Rent is around 19,000 rupees.
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Rail route - Nearest railway station is Agartalla railway station. It was built in 2008 and was also rebuilt in 2016. After Guwahati, it is the second railway station in North East India. You can take public transport to reach the destination from the station.
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Delhi Station to Agartala - ANVT-AGTL Rajdhani Express, Tripura Sundari Express
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Bangalore Cantt to Agartala - BNC-AGTL Humsafar Express
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From Kolkata station to Agartala - Kanchenjunga Express opens from Sealdah station.
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By Road - If you live nearby, you can choose the road. You can make your journey through your taxi. See, how you can reach here from different places by road.
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Silchar - 160 km NH 37 and NH 8
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Highlakandi - 126 km Kamalpura - Kumarghat Road
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Shillong - 325 km NH 6 or NH 8
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Imphal - 414 km NH 37 or NH 8
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Agartala - 126 km Karampur - Kumarghat Road
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Thanks guys
Mahendra Mountain Leopard 🧗🧗
विश्व की अन्य मूर्तियां जो हो सकती है कि वे सभी उनाकोटी से संबंधित हो।
Other sculptures of the world that may all belong to Unakoti.
Mountain leopard Mahendra 🧗🧗