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Sunday, October 9, 2022

एक यात्रा 🇮🇳 - नैसर्गिक सौंदर्य , वास्तुकला व आस्था की विरासत है रोहतास गढ़ किला - बिहार भारतवर्षA Journey - Rohtas Garh Fort is a heritage of natural beauty, architecture and faith - Bihar India.

Ek yatra khajane ki khoje

   


     

















  दोस्तों बिहार के रोहतास जिले में कैमूर पहाड़ी पर बने क़िले में 83 दरवाजे , भव्य मंदिर , प्राचीन भवन  , और झरने व पानी के कुंड करते हैं आकर्षित दुर दुर से आने वाले पर्यटकों को।






  दोस्तों यदि आप नैसर्गिक सौंदर्य , ऊंची चट्टानो से गिरते झरने , आदिवासी संस्कृति और भारतवर्ष की उत्कृष्ट प्राचीन वास्तुकला एक साथ देखना चाहते हैं तो बिहार राज्य स्थित  रोहतास गढ़ किला से उपयुक्त और कोई स्थान हो ही नहीं सकता है।

🔶 पौराणिक दंतकथा  -   दोस्तों बिहार के रोहतास जिले की कैमूर पहाड़ी पर स्थित प्राचीन क़िले के बारे में पौराणिक मान्यता है कि त्रेता युग में राजा हरिश्चंद्र के पुत्र राजकुमार रोहिताश्व ने इसका निर्माण करवाया था। दोस्तों और आगे चलकर विभिन्न कालखंडों में में अलग अलग राजाओं ने इसका पुनरूद्धार और विस्तार किया। दोस्तों मान्यता है कि सातवीं सदी में बंगाल के शासक शशांक देव यहीं से अपना शासन चलाते थे।









🔶 कैमूर पहाड़ी पर मौजूद हैं आदिवासी संस्कृति की महत्वपूर्ण झलक  -  दोस्तों 12 वी से 13 वी सदी तक यह प्राचीन किला आदिवासी राजाओं जैसे कि खरवार , उरांव ,  व चेरो शासकों के अधीन रहा था । दोस्तों इस स्थान को आदिवासी समाज अपने पुर्वजों का उद्गम स्थल मानते हैं दोस्तों इसलिए यह स्थान आदिवासियों के लिए महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल की महत्ता रखता है। 
                  दोस्तों प्रत्येक वर्ष माघ त्रयोदशी से पूर्णिमा तक यहां तीर्थयात्रा महाउत्सव में देश भर के आदिवासियों का महाजुटान होता है। जिससे पुरे क़िले का वातावरण उत्सवप्रिय हों जाता है साथ ही किला परिसर में मौजूद करम वृक्ष के इर्द गिर्द पूजा पाठ व समूह नृत्य करते हैं आदिवासी समाज के लोग। दोस्तों राज्य सरकार ने पहली बार पांच मार्च 2022 को रोहतास गढ़ महाउत्सव का आयोजन किया था। 










🔶   परिसर की भव्यता काफी आकर्षित करती हैं  -  दोस्तों करीब 42 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले क़िले में 83 दरवाजे मौजूद हैं। दोस्तों प्रवेश द्वार पर निर्मित हाथी , दरवाजों के बुर्ज , दरवाजों पर बनी आकर्षक पेंटिंग काफी खूबसूरत है। दोस्तों यहां आज भी रंगमहल , शीशा महल  , पंचमहल , खूंटा महल , आईना महल , रानी का झरोखा , मानसिंह की कचहरी और फांसी घर मौजूद हैं। दोस्तों यह सब अकबर के समय में राजा मानसिंह ने बनवाया था। दोस्तों बंगाल - बिहार पर शासन के लिए मानसिंह ने इस जगह को प्रांतीय राजधानी बनाई थी। दोस्तों कुछ समय के लिए यह किला शेरशाह के आधिपत्य में रहा था।
   
       दोस्तों इस प्राचीन क़िले के परिसर में आपको गणेश मंदिर , रोहितेश्वर महादेव मंदिर , हाथी दरवाजा , हथिया पोल , आदि मौजूद हैं दोस्तों इनमें  महादेव मंदिर सबसे महत्वपूर्ण हैं दोस्तों इस मंदिर का निर्माण स्वयं राजा रोहिताश्व ने करवाया था। दोस्तों इसे चौरासन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है दोस्तों यहां मौजूद मां पार्वती के मंदिर में 84 सीढ़ियों के बाद अलौकिक शिव लिंग विद्यमान हैं।












            तुतला भवानी जलप्रपात 









🔶 दोस्तों अगस्त से फरवरी तक का समय यहां यात्रा करने के लिए सबसे उपयुक्त है  -  दोस्तों रोहतास गढ़ किला आने का सबसे उपयुक्त समय अगस्त से फरवरी के बीच का है । दोस्तों इस समय उन्मुक्त विचरन करते पशु पक्षी व पहाड़ों के के बीच से बहते जलस्रोत , पहाड़ी पर स्थित महादेव खोह  , मांझर कुंड  एवं तुतला भवानी जलप्रपात व धुआं कुंड के मनोरम दृश्य बरबस आपको अपनी ओर आकर्षित कर लेंगी। दोस्तों पर्यटकों को ठहरने के लिए सासाराम और डेहरी ओन सोन में कई अच्छे होटल मौजूद हैं।









🔶 दोस्तों रेल , वायु व सड़क मार्ग से होकर आसानी से यहां पहुंचा जा सकता है  -  दोस्तों रोहतास जिले का मुख्यालय सासाराम हैं और ज़िले का दूसरा प्रमुख शहर डेहरी ओन सोन हैं। दोस्तों ये दोनों शहर NH -2   से जुड़े हुए हैं। दोस्तों सासाराम से रोहतास गढ़ की दुरी 65 किलोमीटर है और डेहरी ओन सोन से लगभग 60 किलोमीटर है। दोस्तों क़िले तक अपने वाहन से जाया जा सकता है साथ ही जीप व मिनी बसें भी चलती है जिससे आसानी से क़िले तक पहुंचा जा सकता है। दोस्तों दिल्ली - हावड़ा रेल खंड पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय गया रेलखंड के बीच सासाराम वह डेहरी ओन सोन स्टेशन मौजूद हैं। जहां प्रमुख ट्रेनें रुकतीं है। दोस्तों रोहतास गढ़ से नजदीकी एयरपोर्ट गया व पटना है । दोस्तों पटना एयरपोर्ट में प्रमुख शहरों से नियमित उड़ानें मौजूद हैं। दोस्तों गया के लिए कोलकाता व नई दिल्ली से प्रतिदिन विमान सेवा उपलब्ध है। दोस्तों पटना व गया से आप सीधे  डेहरी ओन सोन के रास्ते रोहतास गढ़ पहुंच सकते हैं । दोस्तों पटना से डेहरी ओन सोन 137 किलोमीटर व गया से 125 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है।

       धन्यवाद दोस्तों आज के लिए बस इतना ही।







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           English Translat
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Ek yatra khajane ki khoje





 Friends, in the fort built on Kaimur hill in Rohtas district of Bihar, 83 gates, grand temples, ancient buildings, and springs and water bodies attract tourists from far and wide.



 Friends, if you want to see natural beauty, waterfalls falling from high cliffs, tribal culture and excellent ancient architecture of India together, then there can be no other place suitable than Rohtas Garh Fort in Bihar state.











 🔶Mythological legend  - Friends, there is a mythological belief about the ancient fort situated on Kaimur hill of Rohtas district of Bihar that it was built by Prince Rohitashva, son of King Harishchandra in Treta Yuga.  Friends and later in different periods, different kings revived and expanded it.  Friends, it is believed that in the seventh century, Shashank Dev, the ruler of Bengal, used to rule from here.








 🔶Important glimpses of tribal culture are present on Kaimur hill  - Friends, from the 12th to the 13th century, this ancient fort was under tribal kings such as Kharwar, Oraon, and Chero rulers.  Friends, this place is considered by the tribal society to be the place of origin of their ancestors, so this place holds the importance of an important pilgrimage site for the tribals.

 Friends, every year from Magh Trayodashi to Purnima, there is a great gathering of tribals from all over the country in the pilgrimage festival here.  Due to which the atmosphere of the entire fort becomes festive, as well as the people of tribal society perform worship and group dance around the Karam tree present in the fort premises.  Friends, the state government had organized the Rohtas Garh Maha Utsav for the first time on March 5, 2022.









 🔶The grandeur of the complex attracts a lot  - Friends, there are 83 doors in the fort spread over an area of ​​42 square kilometers.  Friends, the elephants built at the entrance, the turrets of the doors, the attractive paintings made on the doors are quite beautiful.  Friends, even today Rangmahal, Sheesha Mahal, Panchmahal, Khunta Mahal, Mirror Mahal, Rani's Jharokha, Mansingh's court and hanging house are present here.  Friends, all this was built by Raja Mansingh during the time of Akbar.  Friends, Mansingh had made this place the provincial capital to rule over Bengal-Bihar.  Friends, for some time this fort was under the control of Sher Shah.



 Friends, in the premises of this ancient fort, you have Ganesh Temple, Rohiteshwar Mahadev Temple, Hathi Darwaza, Hathi Pol, etc. Friends, among these, Mahadev Temple is the most important, friends, this temple was built by King Rohitashva himself.  Friends, it is also known as Chaurasan Temple. Friends, there is a supernatural Shiva Linga after 84 steps in the temple of Mother Parvati present here.










 🔶Friends August to February is the best time to visit here   -Friends The best time to visit Rohtas Garh Fort is between August and February.  Friends, at this time the birds roaming freely and the water bodies flowing through the mountains, Mahadev Khoh on the hill, Manjhar Kund and Tutla Bhavani Falls and the panoramic view of the smoke pool will attract you towards them.  Friends, there are many good hotels in Sasaram and Dehri On Sone for tourists to stay.








 

🔶Friends can be easily reached here by rail, air and road - Friends, the headquarter of Rohtas district is Sasaram and the second major city of the district is Dehri On Sone.  Friends, both these cities are connected by NH -2 .  Friends, the distance of Rohtas Garh from Sasaram is 65 kms and from Dehri On Sone is about 60 kms.  Friends can reach the fort by their own vehicle, as well as jeeps and mini buses also run, which can easily reach the fort.  Friends, Sasaram and Dehri On Sone station is present between Pandit Deendayal Upadhyay Gaya railway section on Delhi-Howrah rail section.  Where major trains stop.  Friends, the nearest airport from Rohtas Garh is Gaya and Patna.  Friends Patna Airport has regular flights from major cities.  Friends, daily air service is available from Kolkata and New Delhi for Gaya.  Friends, from Patna and Gaya, you can directly reach Rohtas Garh via Dehri on Sone.  Friends, Dehri On Sone is located at a distance of 137 kms from Patna and 125 kms from Gaya.


 Thanks guys that's all for today.








 

 
           TUTALA BHAVANI                                 WATERFALL 


















Ek yatra khajane ki khoje me

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