Monday, June 29, 2020

एक खतरनाक यात्रा mountain lappord Mahendra के संग भाग-6 का अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje




                    ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं ।


            जैसा कि दोस्तों आप लोगों ने पिछले अध्याय में पढ़ा कि कैसे हमारे मामा जी के आने के बाद  पिता श्री ने उन्हें भी हमारे साथ दण्डक वन जाने की फ़रमान सुना देते हैं  जिससे हमारे माता श्री और भड़क जाती है । और दहाड़े मारकर रोने लगती हैं और बोलती है कि हमारे बच्चों के साथ साथ हमारे भाई को भी ख़तरे में डालने की सोच लिया है महाराज ने लेकिन हम ऐसा हरगिज नहीं होने देंगे । हम आज ही अपने बच्चों को लेकर अपने पिता जी घर चली जाउंगी ।  तभी महाराज बोलते हैं कि भाग्यवान आप समझ क्यो नही रहें हैं  यह यात्रा ही हमारे बच्चों का भविष्य तय करेगा । तभी मैं बोलता हूं  मां हमें जाने दो ना दण्डक वन अब तो मामा जी भी हमारे साथ जा रहे हैं । तभी मां मुझे बोलती हैं कि तुम तों चुप ही रहो  नहीं तो मैं तुम्हारा खाना पीना बंद कर दुंगी बड़ा आया है दण्डक वन जाने वाला । मां को इस तरह डांटते देखकर भाईयों को बड़ी हंसी आ रही थी । तभी अखिलेश बोलता है कि बड़ी मां मैं तो पहले से ही मना कर रहा था कि हमें दण्डक वन नहीं जाना है  लेकिन भईया हैं कि मानते ही नहीं है    ।        
                   
                 और तभी  वातावरण में  अलख निरंजन की आवाज सुनाई देती हैं और हमारे सामने  वही चमत्कारी बाबा प्रकट होते हैं जिनसे हम पहले भी मिल चुके थे ।  और बाबा इस समय अचानक आ जाने से सभी लोग आश्चर्य चकित थे क्योंकि बाबा जब भी आते थे कोई न कोई कारण जरूर होता था ।  अतः हम सभी लोग खाना छोड़ कर बाबा जी को दण्डवत करने लगते हैं और बाबा हमें दिर्घायु होने का आशीर्वाद देते हैं । और फिर उन्हें आदर पूर्वक आसन पर बैठाया जाता है । और फिर माताये  उनकी चरन को धोती हैं ।   और बाबा जी उन्हें सौभाग्यशाली होने का आशीर्वाद देते हैं । ंऔर बाबा जी को भोजन कराया जाता है ।  तभी पिता श्री बोलते हैं कि आप सही समय पर आये है  बाबा अब आप ही हमारी  समस्याओं को सुलझाने में मदद कर सकते हैं । तभी बाबा बोलते हैं   हमे सब पताहै बच्चों   आप लोगों के समस्या का समाधान जरूर होगा । इसलिए तो हम आये है । बेटी आपलोग परेशान मत हो और अपने बच्चों को दण्डक वन की यात्रा पर जरूर जाने  दिजिए  ताकि ये लोग  दण्डक वन में रहने वाले  आदमखोर  राक्षसों का सफाया कर । दण्डक वन के आसपास रहने वाले लोगों की मदद कर सके ।  और यह कार्य बहुत ही जरूरी है अन्यथा प्रकृति का संतुलन बिगड़ जायेगा । क्योंकि वे लोग और भी बहुत शक्तिशाली होते जा रहे ।  इसलिए उनका  वन करना बहुत जरूरी हो गया है । और इस कार्य को सिर्फ  इन्ही राजकुमारों के द्वारा संम्पन हों सकता है क्योंकि इस समय दुनिया में इनके जैसा वलशाली योद्धा कोई और नहीं है ।इनका जन्म ही संसार की भलाई के लिए हुआ है ।   इनकी यह यात्रा  युज्ञो युज्ञो के लिए कल्याणकारी सिद्ध होगा । अतः इनकी दण्डक वन की यात्रा नहीं रोकी जानी चाहिए । 





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                    English translate
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Secret of Tambakhani Cave

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 Hello friends I extend my hearty greetings to all of you mountain leopard Mahendra.



 As you guys read in the previous chapter, after our maternal uncle came in, Father Shri also told him the order to go to Dandak forest with us, which provoked our mother Shri further.  And starts crying in broad roar and says that along with our children, our brother has also thought of putting his brother in danger but Maharaj has not allowed us to do so.  We will go to my father's house today with our children.  Then Maharaj says that why you are not lucky, this journey will determine the future of our children.  That is when I say, mother let us go or not let us go.  Then mother tells me that you should not remain silent otherwise, I have stopped drinking your food and it has come big to go to Dandak forest.  Seeing the mother scolded like this, the brothers were having a great laugh.  Then Akhilesh says that I was already refusing to say that we do not have to go to Dandak forest, but I have not accepted it.



 And then the voice of Alakh Niranjan is heard in the environment and the same miraculous Baba appears in front of us, whom we had met earlier also.  And when Baba came suddenly at this time, everyone was surprised because whenever Baba came, there was definitely some reason.  Therefore, all of us leave the food and start worshiping Baba Ji and Baba blesses us for being long-term.  And then they are respectfully seated on the pedestal.  And then the mothers wash their charan.  And Baba ji blesses them to be fortunate.  And Baba ji is served food.  That is when Father Shri says that you have come at the right time, Baba, now you can help solve our problems.  Then Baba says, we all know, children, there will definitely be a solution to your problem.  That is why we have come.  Daughter, you do not get upset and let your children go on a trip to Dandak forest so that these people can wipe out the man-eating demons living in Dandak forest.  Could help people living around Dandak forest.  And this work is very important, otherwise the balance of nature will be disturbed.  Because those people are becoming more powerful.  Therefore it has become very important to forestall them.  And this work can only be done by these princes because at this time there is no other warrior like him in the world. He was born for the good of the world.  His journey will prove to be beneficial for the warriors.  Therefore, their journey to Dandak forest should not be stopped.


 ___________________________________________________  माताएं आप लोग चिंता ना करें  मैं अदृश्य रूप से  इनके साथ ही रहुंगा और हर कदम पर इनकी रक्षा करुंगा ।  महाराज इनकी जाने की तैयारी शुरू की जाए । और मुझे अब जाने की आज्ञा दी जाएं । अलख निरंजन अलख निरंजन  और  बाबा  अदृश्य हो जातें हैं । और   फिर हम सभी लोग  बैठकखाने में आ जाते हैं । और सभी लोग बैठ जाते हैं और माता श्री  अपना सर पकड़ कर  बैठ जाती हैं क्योंकि हमे गुरु देव से भी आज्ञा मिल गया था  दण्डक वन जाने की । और  गुरुदेव की बातें काटी नहीं जा सकती थी । इसलिए माताएं धर्म संकट में पड़ गई थी । और वे पिता श्री को भी कुछ नहीं कह सकतीं थीं । और सब लोग बहुत दुःखी हो गई थी । और किसी से कुछ बात नहीं कर रही थी ।  तब पिता श्री मामा जी के कानों में कहते हैं कि अब आप ही समझाएं अपनी बहनों को  ।  तब मामा जी अपनी बहनों को समझते हुए बोलते हैं कि दीदी हमे तो एक दिन जाना ही था दण्डक वन की खतरनाक यात्रा पर  और अगर हम नहीं जायेंगे तो महाराज को  दुसरी बार दण्डक वन की यात्रा पर जाना पड़ेगा । क्योंकि राक्षसों का अत्याचार काफी बढ़ गया है  और पता है दीदी अगर महाराज दण्डक वन की यात्रा पर जायेंगे तो सारा संसार हम पर हंसेगा और सभी लोग बोलेंगे की जवान और शक्तिशाली बेटों को रहते हुए  महाराज को स्वयं   जाना पड़ा  । अतः खुशी खुशी हमें जाने की आज्ञा दे दो ताकि हम सभी  विजेताओं की तरह वापस आ सके । मामा जी की बातें सुनकर  मां तैयार हो जाती हैं और बोलती है  ठीक है अभी काफी रात हो चुकी है  अतः हम सभी लोग लोग सोने चलते हैं  क्योंकि बच्चों को सुबह सुबह प्रशिक्षण शिविर में जाना है   । और सभी लोग अपने अपने कमरों में सोने चले जाते हैं । और हम सब बहुत खुश थे मां की तरफ से भी दण्डक वन जाने की आज्ञा मिल गई थी । एवं मामा जी भी हमारे कमरे में ही सोने आये थे अतः मामा जी जी से बाते करते करते कब नींद आ गई पता ही नहीं चला।




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              English translate
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Mothers, you guys do not worry, I will remain with them invisibly and will protect them at every step.  Preparations should be started to go to His Highness.  And let me go now.  Alakh Niranjan Alakh Niranjan and Baba disappear.  And then we all come to the meeting hall.  And all the people sit down and Mother Shri holds her head and sits down because we also got the permission from Guru Dev to go to Dandak forest.  And Gurudev's words could not be cut off.  Therefore, the mothers got into religion.  And she could not say anything to father Shree.  And everyone was very sad.  And she was not talking to anyone.  Then the father says in Shri Mama ji's ears that now you should explain it to your sisters.  Then Mama Ji understood his sisters and said that Didi, we had to go one day on a dangerous journey to Dandak forest and if we do not go, then Maharaj will have to go to Dandak forest for another time.  Because the tyranny of the demons has increased greatly and it is known that if Didi Maharaj will go on a journey to Dandak forest, then the whole world will laugh at us and all the people will say that the Maharaj himself had to go while the young and powerful sons lived.  So happily let us go so that we can all come back like winners.  After listening to Mama ji's mother, the mother gets ready and says that it is already too late, so we all go to sleep because the children have to go to training camp in the morning.  And all the people go to sleep in their respective rooms.  And we were all very happy that the mother had also received permission to go to Dandak forest.  And Mama ji also came to sleep in our room, so it was not known when Mama ji was talking about sleeping.

 और फिर अचानक सुबह कैसे हो गया पता ही नहीं चला ।  और सबसे पहले मामा जी उठ चुुुकेे थे   और हमें उठाते हुए बोलेे जल्दी से तैयार हो जाओ  हमे  प्रशिक्षण शिविर में जाना है प्रशिक्षण लेने तभी अजय भाई बोलते अरे   मामा  जी थोड़ी देर और सोने दिजिए ना।
और तभी पिता श्री की आवाज सुनाई देती हैं और हम सभी लोग हड़बड़ा कर उठ जाते हैं और तैयार होने के लिए इधर उधर भागने लगते हैं । 

धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा ।


धन्यवाद दोस्तों




____________________________________________________ English translate
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And then suddenly did not know how it happened in the morning.  First and foremost Mama ji was up and picking us up, he said, get ready quickly. We have to go to training camp. Ajay bhai speak, O Mama ji, give me a little more sleep.

 And then the voice of Father Shri is heard and all of us get up in a hurry and start running around to get ready.


 Thank you guys, I will narrate the episode tomorrow.



 Thanks guys

Ek yatra khajane ki khoje me

एक यात्रा माउंटेन लेपर्ड महेन्द्रा के संग

          ( एक यात्रा माउंटेन लेपर्ड महेन्द्रा के संग )                          www.AdventurSport.com सभी फोटो झारखणड़ के...