World famous first 3D technique elephant and bull painting Eravateshwara Temple.
नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं।दोस्तों आज की यात्रा पर मैं आप सभी को लेकर चल रहा हूं तमिलनाडु के द्वारा दारासूरम में स्थित एरावतेश्वर मंदिर जो अपने अद्भुत स्थापत्य कला और दीवारों पर की गई चित्रकारी के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
एरावतेश्वर मंदिर
दारासुरम तमिलनाडु
भारतवर्ष
नमस्कार दोस्तों आज हम एक ऐसे अद्भुत और खूबसूरत मंदिर की यात्रा पर चल रहे हैं जिसका निर्माण राजा राजराजा चोल द्वितीय के द्वारा करवाया गया था।जो अपने अद्भुत स्थापत्य कला और दीवारों पर विशेष प्रकार की बनाई गई मूर्तियों के लिए विश्व प्रसिद्ध है दोस्तों इस मंदिर की सबसे खास और आश्चर्यचकित करने वाली बात यह है कि हमें यही पर चित्रकारी की 3डी तकनीक की पहली प्रमाण देखने को मिलती है। जैसे हमें यहां पर एक ऐसी चित्र या फिर दीवारों पर बनाई गई एक ऐसी मूर्ति जिसे हम सभी को देखने को मिलता है वह है एक बैल और हाथी की 3डी तकनीक में बनाई गई चित्रकारी या मूर्तिकला जो बहुत ही अद्भुत और अलौकिक है। दोस्तों जैसे ही आप दीवार पर बनी इस मूर्ति को देखोगे तो आश्चर्यचकित हो जाओगे क्योंकि जब आप बैल को देखोगे तो लगेगा जैसे या हाथी की मूर्ति है और जैसे ही आप हाथी पर ध्यान दोगे तो लगेगा किया बैल की मूर्ति बनी हुई है । दोस्तों अद्भुत तकनीक के द्वारा बनाया गया चित्र हमारे पूर्वजों की उच्च तकनीकी मूर्तिकला ज्ञान को दर्शाता है जो संभवतः पहली 3डी तकनीक रही होगी उस जमाने में। दोस्तों ऐतिहासिक स्रोतों से पता चलता है कि राजा राजराजा चोल द्वितीय ने 1146 और 1172 ईसवी के बीच चोल साम्राज्य पर शासन किया था और उसी दरमियान इस मंदिर का निर्माण करवाया गया था। एवं दोस्तों माना जाता है इनकी की राजधानी गंगापुरी थी , जिसे यहां से प्राप्त शिलालेखों में "गंगाईकोंडा चोलापुरम" के नाम से भी जाना जाता है। दोस्तों साथ ही साथ ऐतिहासिक प्रमाणो में दर्ज है कि इसका नाम उत्तर भारत के सबसे पवित्र नदी देवी गंगा के नाम पर रखा गया था।
दोस्तों इस मंदिर की स्थापत्य कला देखते ही बनती है। दोस्तों जब आप इस मंदिर को देखोगे तो बिना आश्चर्यचकित हुए रह ही नहीं सकते हो। दोस्तों यह मंदिर आपको अंदर से झकझोर कर रख देगा कि कैसे हमारे पूर्वजों ने अपने उत्कृष्ट ज्ञान के बल पर इन मंदिरों का निर्माण किया था। दोस्तों प्राचीन ऐरावतेश्वर मंदिर तमिलनाडु के दारासुरम में स्थित है जो कुंबकोणम के दक्षिण पश्चिम में लगभग 4 किलोमीटर दूर और चेन्नई से 310 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में और चिदंबरम से 90 किलोमीटर दूर स्थित है। दोस्तों यह मंदिर उत्तर पूरब में तंजावुर के प्रसिद्ध बृहदेश्वर मंदिर से लगभग 40 किलोमीटर और गंगाईकोंडा चोलापुरम मंदिर के दक्षिण पश्चिम में लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित है। दोस्तों आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यह तीनों मंदिर यूनेस्को के विश्व विरासत स्थल में सूचीबद्ध है।
धन्यवाद दोस्तों
माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा 🧗🧗
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English translate
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Hello friends I heartily congratulate all of you on the mountain leopard Mahendra. Friends, today I am taking you all to visit the Eravateshwara Temple located in Darasuram by Tamil Nadu for its amazing architecture and painting on the walls of the world. is famous.
Eravateshwar Temple
Darasuram Tamil Nadu
India
Namaskar Friends, today we are going on the journey of a wonderful and beautiful temple which was built by King Rajaraja Chola II, which is world famous for its amazing architecture and special sculptures on the walls. The most special and surprising thing is that we get the first evidence of the 3D technique of painting on it. For example, here we have such a picture or a sculpture made on the walls that we all get to see is a 3D technique of sculpture or sculpture of an ox and elephant which is very amazing and supernatural. Friends, as soon as you see this statue built on the wall, you will be surprised because when you see the bull, it will look like or there is an elephant statue and as soon as you look at the elephant, the bull statue will remain. Friends, the picture created by amazing technology reflects the high-tech sculptural knowledge of our ancestors, which may have been the first 3D technology in those days. Friends, historical sources suggest that Raja Rajaraja Chola II ruled the Chola Empire between 1146 and 1172 AD and that the temple was constructed during that period. He is believed to be friends and his capital was Gangapuri, which is also known as "Gangaikonda Cholapuram" in inscriptions found from here. Friends as well as historical evidences that it was named after the most sacred river goddess of North India, the Ganges.
Friends, the architecture of this temple is made on seeing it. Friends, when you see this temple, you cannot be surprised without being surprised. Friends, this temple will shock you from inside how our ancestors built these temples on the strength of their excellent knowledge. Friends The ancient Airavateshwara temple is located at Darasuram in Tamil Nadu, about 4 km southwest of Kumbakonam and 310 km southwest of Chennai and 90 km from Chidambaram. Friends, this temple is located about 40 kilometers from the famous Brihadeeswarar temple of Thanjavur in the north east and about 30 kilometers to the southwest of the Gangaikonda Cholapuram temple. Friends, you will be surprised to know that these three temples are listed in the UNESCO World Heritage Site.
Thanks guys
Mountain Leopard Mahendra 🧗🧗
Mountain Leopard Mahendra 🧗🧗