Saturday, April 10, 2021

एक यात्रा प्राचीन विराटनगर की जो आज शेखावाटी नगर के नाम से जाना जाता है - भारत A visit to the ancient Viratnagar which is today known as Shekhawati city - India

Ek yatra khajane ki khoje




















    नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं दोस्तों आज की यात्रा पर मैं आपको लेकर चल रहा है महाभारत कालीन प्राचीन विराटनगर की यात्रा पर जो आज शेखावाटी नगर के नाम से जाना जाता है। जो अपने भव्य महलों के के कारण विश्व प्रसिद्ध हैं।



          शेखावाटी नगर 

             राजस्थान

              भारतवर्ष

 नमस्कार दोस्तों आपको पता है कि भारत का पेरिस कौन सा नगर है जी हां दोस्तों भारत का पेरिस   शेखावाटी नगर है जो कभी प्राचीन विराटनगर हुआ करता था जी हां दोस्तों वही विराट नगर जहां अज्ञातवास के दौरान वीर योद्धा अर्जुन ने शरण लिया था। दोस्तों वही विराटनगर आज का शेखावाटी नजर है जो राजस्थान में स्थित है।दोस्तों शेखावाटी नगर का इतिहास बड़ा ही रोचक और गौरवशाली रहा है दोस्तों माना जाता है कि यह क्षेत्र रामायण काल में समुंद्र की  अथाह गहराइयों में डूबा हुआ था , और दोस्तों महाभारत काल में प्रसिद्ध विराटनगर हुआ करता था।









दोस्तों आपको जानकर आश्चर्य होगा कि आज भी इस क्षेत्र में यदा-कदा समुद्री जीवो के जीवाश्म मिल जाते हैं क्योंकि दोस्तों यह क्षेत्र विशाल समुंद्र हुआ करता था।दोस्तों माना जाता है कि यह क्षेत्र महाभारत काल के बाद बहुत समय तक विरान पड़ा रहा था।दोस्तों ऐतिहासिक स्रोतों से पता चलता है कि शक एवं हुणों के समय इस क्षेत्र में हिंदुओं और विदेशी लोगों का आना एवं इस क्षेत्र में बसना शुरू हुआ था। दोस्तों मध्य काल से पूर्व इस क्षेत्र में प्रतिहारों न भी शासन किया था ।  प्रतिहारो के बाद ही शेखावाटी चौहानों ने इस क्षेत्र को अपने शासन में ले लिया था।
              दोस्तों ऐतिहासिक स्रोतों से पता चलता है कि बाद के समयकाल में महाराज पृथ्वीराज चौहान की पराजय के बाद बाहरी आक्रमणकारियों जैसे मोहम्मद गौरी एवं अफगान तुर्क वंश का शासन क्षेत्र पर स्थापित हो गया था।दोस्तों लगभग 1200 ईस्बी से लेकर 13 वीं सदी के अंत तक लगभग 100 वर्षों तक चौहानों ने शेखावाटी में तुर्कों से लड़ाइयां लड़ी। लेकिन दोस्तों आगे चलकर ददरेवा के चौहान राजा कायम सिंह के इस्लाम  कबूल कर लेने के बाद इस क्षेत्र का बहुत ही बुरा हाल हुआ था।दोस्तो आप समझ सकते हो कि मुस्लिम आक्रमणकारियों के क्रूरता के आगे राजाओं को अपना धर्म बदलना पड़ा था , तो प्रजा की तो बात ही क्या थी ? 














दोस्तों ददरेवा की चौहान राजा के मुसलमान बन जाने के बाद पूरा राजस्थान ही नहीं पूरा का पूरा भारत है असुरक्षित हो गया था। लेकिन आमेर के क्षत्रियों ने शेखावाटी के उद्धार के लिए आमेर के महाराजा उदयकर्ण जी के पुत्र कुंवर शेखाजी को जिम्मेदारी दी गई कि वह शेखावाटी से  क्रूर आक्रमणकारियों का संहार करके अपना शासन कायम करें।और दोस्तों ऐतिहासिक साक्ष्यों से पता चलता है कि कुंवर शेखाजी ने शेखावाटी से तुर्को का पूर्णतः सफाया कर दिया था और जो बचे थे वे सभी मेवात की ओर भाग गए थे। दोस्तों शेखाजी ने हरियाणा के भिवानी तक का क्षेत्र अपने कब्जे में कर लिया था ।







दोस्तों कछवाहो ने आगे चलकर इस क्षेत्र में व्यापारिक गतिविधियों को काफी आगे बढ़ाया एवं भारतवर्ष के सर्वश्रेष्ठ व्यापारियों एवं अपने कार्य में निपुण कारीगरों को शेखावाटी में आमंत्रित किया और उन्हें यहां बसाया।दोस्तों आपको जानकर आश्चर्य होगा कि शेखावतो के कल में कोई भी  पढ़ा लिखा व्यक्ति
 छोटे मकानों में नहीं रहता था क्योंकि उनका अपना निजी महल होता था। दोस्तों आज भी शेखावाटी में जितनी अधिक हवेलियां हैं छोटे से कम से कम क्षेत्र में उतनी अधिक हवेलियां शायद ही किसी नगर में हो।दोस्तों शेखावाटी नगर का भ्रमण करने पर पता चलता है कि मध्यकाल में हिंदुओं का केवल गरीबी का इतिहास नहीं रहा उसी मध्यकाल में कछवाहा शासन के दौरान यहां जीवन बसर कर रही प्रजा गरीब नहीं थी।  क्योंकि दोस्तों गौर करने वाली बात यह है कि अन्य राज्यों के सुल्तानों को जहां महल नसीब नहीं था वही हर तरह से सुख सुविधाओं से संपन्न महलों में शेखावाटी की आम जनता रहती थी।  दोस्त को समय की झंझावातों को पार करते हुए वहीं महल और हवेलियां आज भी शेखावाटी नगर में मौजूद है  जो अपनी प्राचीनता और भव्यता को आज भी एहसास करवा रही है।















             धन्यवाद दोस्तों   

    माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा 🧗🧗 
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         English translate
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      Hello friends I heartily greet all of you mountain leopard Mahendra Friends, on today's journey I am taking you on a journey to the ancient Viratnagar of Mahabharata, which is today known as Shekhawati Nagar.  Which are world famous due to their magnificent palaces.









 Shekhawati Nagar


 Rajasthan


 India


 Hello friends, do you know which city of India is Paris, yes, the Paris of India is Shekhawati city, which once used to be ancient Viratnagar, yes friends, the same Virat city where the heroic warrior Arjun took refuge during the unknown.  Friends, Viratnagar is the present day Shekhawati located in Rajasthan. The history of the two friends Shekhawati city has been very interesting and glorious. Friends, it is believed that this area was immersed in the deep depths of the sea during the Ramayana period, and friends in the Mahabharata period  There used to be the famous Viratnagar.



















 Friends, you will be surprised to know that even today fossils of marine life are found in this area because friends, this area used to be a huge ocean. Friends, it is believed that this area was deserted for a long time after the Mahabharata period.  Friends, historical sources show that during the time of Shakas and Huns, Hindus and foreigners started coming to this area and settling in this area.  Friends, Pratiharas also ruled in this area before the Middle Ages.  It was only after Pratiharo that the Shekhawati Chauhans took this area under their rule.

 Friends, historical sources suggest that after the defeat of Maharaja Prithviraj Chauhan in the later period, the rule of external invaders like Mohammad Ghori and Afghan Turk dynasty was established.  For 100 years the Chauhans fought the Turks in Shekhawati.  But friends later, after the Chauhan King Kayam Singh of Dadreva had converted to Islam, the region was in a very bad condition. Friends, you can understand that due to the cruelty of the Muslim invaders, the kings had to change their religion, then the subjects  So what was the matter?








 Friends, after the Chauhan king of Dadreva became a Muslim, the whole of Rajasthan, not only the whole of India, had become insecure.  But for the salvation of Shekhawati, the Kshatriyas of Amer were given the responsibility of Kunwar Shekhaji, the son of Maharaja Udayakarnaji of Amer to rule over the brutal invaders from Shekhawati.  Had completely eliminated the Turks and all those who had escaped had fled towards Mewat.  Friends Shekhaji had captured the area up to Bhiwani in Haryana.















 Friends, Kachwaho further increased the business activities in this area and invited the best traders and craftsmen of India, who are skilled in their work, to Shekhawati and settled them here. Friends, you will be surprised to know that any person who wrote in Shekhawato's tomorrow.

 Did not live in small houses because they had their own private palace.  Friends, even today there are as many havelis in Shekhawati as there are hardly any havelis in the area, at least in the small area. Friends visiting the city of Shekhawati shows that Hindus did not have a history of poverty only in the medieval period.  The subjects living here during the Kachhwaha rule were not poor.  Because friends, it is worth noting that the Sultans of other states, where the palace was not destined, had the general population of Shekhawati in the palaces endowed with all the amenities.  The palace and havelis are still present in the city of Shekhawati, passing the hardships of time to the friend, which is still making its antiquity and grandeur felt today.


  





 Thanks guys


 Mountain Leopard              Mahendra 🧗🧗




































Mountain leopard                Mahendra 🧗🧗






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