ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं । जैसा कि दोस्तों कल आपलोगो ने पढ़ा ने कैसे मुझे पिछले जन्म कि बाते और उस भयानक युद्ध की याद आते ही मैं गुस्से से कांपने लगा और मेरी बाहें फड़कने लगी थी युद्ध के लिए और मैं अपनी तलवार खोजने लगा था और मैं अपने दोस्तों से युद्ध की तैयारी करने को कहने लगा । कि तभी पुष्पांजलि जी अपनी बहनों के साथ रसोईघर से वापस लौट आती हैं और उनको देखते ही मैं उनसे लिपट जाता हूं। और रोने लगता हूं और उनको चूमने लगता हूं। तब वो मुझे समझाती है कि हम उन पौराणिक राक्षसों से युद्ध जरुर करेंगे और उनका इस धरती से अस्तित्व ही मिटा देंगे। परंतु अभी रात काफी हो चुकी हैं अतः अतः आप सभी लोग कमरे में जाकर सो जाइए । और सभी लोग सोने चले जाते हैं ।
और कमरे में मैं और पुष्पांजलि जी रह जाते हैं और मैं पुष्पांजलि जी को अपने गोद में उठा लेता हूं और पर्याय से उन्हें अपने पलंग पर लेटा देता हूं तभी पुष्पांजलि जी शरमाते हुए बोलतीं हैं कि आप क्या कर रहे हैं मुझे नशा छा रही हैं । तभी मै बोलता हूं कि पुष्पांजलि जी ये तो जन्मों जन्मों का नशा है और जब हम बिछड़े थे तभी भी प्यार का नशा था , और जब दुश्मन की तलवार छाती में दिल को चिरते हुए पार हों गई थी तब भी प्यार का ही नशा था । और आज भी प्यार का ही नशा है। भला इसे कोई इंसान भूल सकता है क्या और हम दोनों तो जन्मों जन्मांतर के एक शरीर दो जान है । भला हम दोनों अलग कैसे हो सकते हैं । मेरी प्यारी सी छुई-मुई और फिर मै प्यार से पुष्पांजलि जी के होंठों को चूमने लगता हूं । और वे मदहोश हो कर मेरे बांहों के आगोश में सो जाती हैं और मैं भी उनके चमकते हुए गुलाबी चेहरे को देखते सो जाता हूं ।
आइए दोस्तों मैं आपलोगो को अपने बाकी दोस्तों के कमरों में ले चलता हूं और देखते हैं कि कि वे लोग अपने कमरों में कर क्या रहे हैं । सबसे पहले चलते हैं अपने सबसे बड़े योद्धा राजा और बबली भाभी के कमरे में ।वे दोनों अपने कमरे में पलंग पर बैठ कर एक दूसरे को ऐक टक निहारें जा रहे थे। तभी राजा भाई बबली भाभी से बोलते हैं कि यह बताओं बबली जब हम दोनों पिछले जन्म के पति पत्नी है और इस जन्म में भी हम दोनों साथ साथ है और एक दूसरे से प्यार भी बहुत करते हैं तो आज तक तुमने मुझे एक चुम्मा भी नहीं दिया है राजा भाई कि बाते सुन कर बबली भाभी शरमा जाती हैं और राजा भाई कि गले लग जाती हैं। और दोनों प्यार के आगोश में खो जाते हैं ।
और हम उन्हें छोड़ कर टिंकु भाई के कमरे की ओर चल पड़ते हैं और जैसे ही हम टिंकू भाई के कमरे में पहुंचते हैं देखता हूं कि टिंकू भाई और भाभी जी जैसे सदियों से प्रेम के भुखे हों और एक दूसरे के साथ प्यार के आगोश में लीन होते जा रहे थे और भाभी जी से बोले जा रहा था कि मैं सदियों सदियों से तुम्हारे प्रेम के लिए भटक रहा था और आज जाकर तुम मुझे मिली हों तभी भाभी जी भी बोलती है कि हां मेरे राजा कुमार मेरी भी यही हाल थी आज तो मैं आपको छोड़ूंगी नहीं । और दोनों प्यार के आगोश में खो जाते हैं। और हम उन्हें छोड़ कर अजय भाई कि कमरे की ओर चल पड़ते हैं।
और जैसे ही हम अजय भाई के कमरे में पहुंचते हैं वहां का नजारा देखकर भौंचक्के रह जाते हैं और शरम से लाल हो जाते हैं क्योंकि वे दोनों भुखे भेड़िए की तरह एक दूसरे पर टुट पड़ें थे और एक दूसरे चुम्मे जा रहे थे । अतः हम उन्हें इसी हालत में छोड़ कर संतोष भाई के कमरे की ओर चल पड़ते हैं।
और जैसे ही हम संतोष भाई के कमरे में पहुंचते हैं तो देखते हैं कि वे दोनों पलंग पर बैठ कर रहे होते हैं भाभी जी बैठी हुई है और संतोष भाई उनके गोद में अपना सर रखें हुए हैं और वे उनके बालो सहला रही हैं और भाभी जी संतोष से पुछ रही हैं कि कैसे आप मेरे बिना रह रहे थे इस दुनिया में क्या मेरी याद नहीं आती थी । और मैं तो आप कि याद में पागल हो गई थी। और फिर दोनों प्यार के आगोश खो जाते हैं। और हम अखिलेश भाई के कमरे की ओर चल पड़ते हैं।
और जैसे ही हम अखिलेश भाई के कमरे में पहुंचते हैं करता बताऊं दोस्तो नजारा ही अद्भुत था क्योंकि भाभी जी अखिलेश के सिने पर अपना सर रख कर रोये जा रही थी और और Jiबोल रही थी कि आप मुझे छोड़कर कहां चले गए थे । पता है आपके याद में कितनी पतली हो गई हूं और सदियों से उड़नखटोले के खिड़की पर बैठ कर आप की राह देखते रहती थी । और उस पल को याद कर के रोती रहती थी जब हम दोनों सुहाग के शेज पर जाने वालें थे कि तभी आप मुझे छोड़कर युद्ध में चलें गए थे और मैं आपकी इंतज़ार करते रह गई थी । और आज जाकर मेरी इंतजार समाप्त हुई है । और दोनों प्रेम के अंनंत गहराइयों में खो जाते हैं। और मैं सुबह होने का इंतज़ार करने लगता हूं।
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English translate
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Find a journey treasure
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Secret of Tambakhani Cave
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Hello friends I extend my hearty greetings to all of you mountain leopard Mahendra. As friends, yesterday you read how I remembered my previous life and that terrible war, I started trembling with anger and my arms started to flare for war and I started searching for my sword and I fought my friends. Started asking to prepare. That is when Pushpanjali ji returns from the kitchen with her sisters and on seeing them I hug her. And I cry and kiss them. Then she explains to me that we will definitely fight those mythical demons and erase their existence from this earth. But it is too late now, so all of you go to sleep in the room. And all people go to sleep.
And I live in the room with more wreaths and I take Pushpanjali ji in my lap and synonymously lay them on my bed, when Pushpanjali ji says blushingly, what are you doing, I am getting intoxicated. That is when I say that Pushpanjali ji is the intoxication of births and even when we were separated, we had the intoxication of love, and even when the enemy's sword crossed the heart in the chest, it was love. And even today, there is the addiction of love. No man can forget this, and we both have two bodies, one body of birth. How can we both be different? My sweet little mimosa and then I start lovingly kissing the lips of the wreath. And she sighs and sleeps in my arms, and I fall asleep seeing her shining pink face.
Come on guys, I take you to the rest of my friends' rooms and see what they are doing in their rooms. First of all, let's go to the room of his eldest warrior king and Babli Bhabhi. They were sitting on the bed in their room looking at each other. That is why Raja Bhai Babli speaks to her sister-in-law that when we both are husband and wife of previous life and even in this birth, we both are together and love each other a lot, till date you have not even given me a kiss Babli sister-in-law is ashamed to hear the words of Raja Bhai and hugs Raja Bhai. And both are lost in love.
And we leave them and walk towards Tinku Bhai's room and as soon as we reach Tinku Bhai's room, I see that Tinku Bhai and Bhabhi ji are hungry for love for centuries and are engrossed in love with each other. Were becoming and were being told by sister-in-law that I was wandering for your love for centuries and today you have met me, then law also says that yes my king Kumar was also in my condition today. Will not leave you And both are lost in love. And we leave them and walk towards Ajay Bhai's room.
And as soon as we reach Ajay Bhai's room, seeing the scene there, he is shocked and turns red with shame as they both collide like hungry wolves and are kissing each other. So we leave them in this condition and walk towards Santosh Bhai's room.
And as soon as we reach Santosh bhai's room, we see that both of them are sitting on the bed, sister-in-law is sitting and Santosh bhai is holding his head in her lap and she is stroking his hair and sister-in-law I am asking with satisfaction how I was not able to remember in this world you were living without me. And I was mad at remembering you. And then both of them lose love. And we walk towards Akhilesh Bhai's room.
And as soon as we reach the room of Akhilesh Bhai, I will tell you that the sight of friends was amazing because sister-in-law was crying and putting her head on Akhilesh's cinematics and saying where did you leave me. Know how thin I have become in your memory and used to sit at the window of Udaqhatole for centuries and kept looking at you. And we used to cry after remembering the moment when we both were going to go on the suhag's bed, that was when you left me and went to war and I kept waiting for you. And today, my wait is over. And both are lost in the deepest depths of love. And I start waiting for morning.
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और तभी घंटे की आवाज सुनाई देने लगती हैं और मेरी नींद खुल जाती है और हड़बड़ा कर उठ जात हूं और इधर उधर पुष्पांजलि जी को ढुढने लगता हूं और तभी पुष्पांजलि जी बाथरूम से स्र्स्नान कर के बाहर आती हैं और मैं उन्हें देखते ही रह जाता हूं वह बिल्कुल नई नवेली दुल्हन की जैसी खूबसूरत लग रही थी । तभी पुष्पांजलि जी मुझसे बोलती हैं कि अरे आप उठ गए।
जाकर स्नान कर लिजिए क्योंकि हम सभी लोग अब महल में पहुंचने वाले हैं तभी मुझे शरारत सुझती हैं और पुष्पांजलि जी को कस के पकड़ लेता हूं और वो मुझसे छुटने की कोशिश करने लगती हैं और मुझसे बोलती हैं कि छोड़िए ना कोई आ जाएगा। और तभी दरवाजे पर दस्तक होती है तो पुष्पांजलि जी पुछती हैं कौन हैं तभी बाहर से बबली भाभी भाभी बोलती हैं कि हम लोग हैं। अब तो मुझे छोड़ दिजिए आप के दोस्त लोग आ गए हैं नहीं मैं नहीं छोड़ुगां और पुष्पांजलि जी को मैं चुमी लेने लगता हूं तभी बाहर से टिंकू भाई की आवाज आती हैं अरे भाई कितने देर तक सोते रहोगे दरवाजा खोलो । और मैं पुष्पांजलि जी को छोड़ते हुए बोलता हूं कि इन्हें अभी ही आना था कबाब में हड्डी बनने । और पुष्पांजलि जी मुस्कुराते हुए दरवाजा खोलने चली जाती हैं और मैं स्नान करने के लिए बाथरूम में घुस जाता हूं ।
और मेरे दोस्त अपने धर्म पत्नियों के साथ दरवाजा खुलते ही मेरे कमरे में आ जाते हैं और पुष्पांजलि जी से पुछते हैं कि महेंद्र भाई कहा हैं । तो वो बाथरूम कि ओर इशारा करते हुए बोलतीं हैं कि वह अभी स्नान कर रहे हैं । तभी पुष्पांजलि जी की बहनें बोलती है कि दीदी हम लोग महल में पहुंच ने वाले हैं और तभी मैं भी स्नान करके बाहर आ जाता हूं और सभी मुझे देखने लगते हैं। तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं कि आप आ गये । ठीक है अब हमारा उड़नखटोला तीव्र गति से नीचे उतरने वाला है आप सभी लोग बैठ जाइए। और हम निचे उतरने लगते हैं और हमारा उड़नखटोला नीचे उतर जाता है और हम सभी लोग दरवाजा खुलने का इंतजार करने लगते है और तभी धीरे धीरे दरवाजा खुलने लगता है और दरवाजा पुरी तरह से खुल जाता है और हम सभी लोग बाहर आ जाते हैं और बाहर का नजारा देखकर दोस्तों हमारी आंखें खुली की खुली रह जाती ।
धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा क्योंकि आगे कि यात्रा और कहानी बहुत ही अलौकिक और अद्भुत होने वाली।
धन्यवाद दोस्तों
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English translate
And then I hear the sound of the hour and my sleep wakes up and I get up in a hurry and find the wreath here and there, and then the wreath comes out of the bathroom with a sigh and I keep on seeing them. She looked absolutely beautiful like a new fledgling bride. Then Pushpanjali Ji says to me that hey you got up.
Go and take a bath because all of us are now going to reach the palace, then I suggest mischief and hold the Pushpanjali ji tightly and she starts trying to get rid of me and tell me that no one will come. And when there is a knock on the door, then Pushpanjali ji asks, who is it then only Babli Bhabhi Bhabhi speaks from outside that we are people. Now leave me, your friends have come. No, I will not leave and I start kissing Pushpanjali ji, only then the voice of Tinku Bhai comes from outside. Oh brother, how long will you keep sleeping. Open the door. And I leave the wreath, saying that they were yet to come to be bone in the kebab. And Pushpanjali goes to open the door smiling and I enter the bathroom to take a bath.
And my friends come to my room with their religious wives as soon as the door opens and ask with a wreath that Mahendra Bhai has said. So she points to the bathroom and says that she is taking a bath right now. Then Pushpanjali Ji's sisters say that Didi, we are the ones who have reached the palace and then I too come out after taking bath and everyone starts looking at me. Then Pushpanjali Ji says that you have come. Okay, now our Udaankhatola is going to come down at a rapid speed. And we start descending and our fly down comes down and we all start waiting for the door to open and then slowly the door starts to open and the door opens completely and we all come out and out Seeing the view of friends, our eyes would be wide open.
Thank you guys, I will narrate the incident tomorrow because the journey and the story ahead will be very supernatural and amazing.
Thanks guys