Saturday, September 4, 2021

एक यात्रा भगवान श्रीकृष्ण की अद्भुत और अलौकिक मंदिर की जहां भगवान मात्र 2 मिनट के लिए सोते हैं - तिरूवरप्पु , जिला कोट्टायम , केरल भारतA visit to the wonderful and supernatural temple of Lord Krishna where the Lord sleeps for just 2 minutes - Tiruvarappu, District Kottayam, Kerala India.

Ek yatra khajane ki khoje



























  नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं दोस्तों आज की यात्रा पर मैं आपको लेकर चल रहा हूं भगवान कृष्ण के एक ऐसे अद्भुत और अलौकिक मंदिर की यात्रा पर जहां भगवान मात्र 2 मिनट के लिए सोते हैं और भगवान की भूख ऐसी की पुजारी को कभी-कभी दरवाजा भी तोड़ने पड़ती है दोस्तों दोस्तों यह प्राचीन और अलौकिक मंदिर केरल राज्य के कोट्टायम जिले में मौजूद तिरूवरप्पू में मौजूद है। 


       अद्भुत अलौकिक श्री कृष्ण मंदिर

             जिला कोट्टायम , तिरूवरप्पू

                    केरल , भारतवर्ष









 नमस्कार दोस्तों आज की यात्रा पर आप सभी को लेकर चल रहा हूं एक ऐसे अद्भुत और चमत्कारी मंदिर की यात्रा पर जहां भगवान श्री कृष्ण 23 . 58 घंटा मौजूद रहते हैं। भक्तजनों के दर्शन के लिए यानी दोस्तों भगवान कृष्ण अपने इस चमत्कारी मंदिर में हमेशा ही विराजमान रहते हैं।

                    दोस्तों डेढ़ हजार वर्ष पुराना यह प्राचीन व अद्भुत मंदिर केरल राज्य के कोट्टायम जिले में तिरूवारप्पू नामक छोटे से शहर में मौजूद है।


           दोस्तों मान्यता है कि यहां पर भगवान श्री कृष्ण की प्रतिष्ठित विग्रह यानी चमत्कारी मूर्ति हमेशा भूखी रहती है अतः दोस्तों इसलिए इस प्राचीन मंदिर  को 23.58 घंटे एवं 365 दिन खुला रखा जाता है । ताकि भगवान कृष्ण की सेवा सत्कार होते रहे लगातार।









               दोस्तों इस प्राचीन मंदिर की एक और खासियत यह है कि पुजारी को दरवाजा खोलने के लिए चाबी तो दी ही जाती है और साथ ही साथ एक कुल्हाड़ी भी दी जाती है क्योंकि दोस्तों लोगों का मानना है कि भगवान कृष्ण भूख बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं ।और इसलिए यदि चाबी के साथ केवल 2 मिनट में दरवाजा खोलने में यदि कोई देरी होती है। तो पुजारी को कुल्हाड़ी से दरवाजा तोड़ने की अनुमति प्राप्त है।

                 दोस्तों आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भगवान कृष्ण का यह मंदिर केवल 2 मिनट के लिए बंद रहता है सुबह में 11:58 से 12:00 तक।दोस्तों लोक मान्यता है कि इस पवित्र मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की जो मूर्ति स्थापित है वह कंस का वध करने के बाद बहुत थक चुके श्रीकृष्ण का है।
                                          दोस्तों इसलिए महाअभिषेक समाप्त होने के बाद भगवान श्री कृष्ण का सिर पहले सूख जाता है। और जब नैवेद्यम उन्हें चढ़ाया जाता है तब उनका शरीर सुख जाता है। अतः दोस्तों इस प्राचीन पवित्र मंदिर में 10 बार नैवेद्यम पूजा होती है।
             दोस्तों इस मंदिर की एक और खासियत है जो भारत वर्ष के किसी और मंदिरों में देखने को नहीं मिलता है। दोस्तों वह खासियत यह है कि ग्रहण के समय भी मंदिर बंद नहीं होती है क्योंकि लोगों का मानना है कि इस दरमियान भगवान श्रीकृष्ण भूखे रह जाएंगे अतः मंदिर ग्रहण के समय भी खुला रहता है।
            दोस्तों माना जाता है कि कालांतर में किसी समय एक बार इस पवित्र मंदिर को ग्रहण के दौरान बंद कर दिया गया था। और जब ग्रहण समाप्त होने के बाद जब पुजारी ने मंदिर का दरवाजा खोला तो उन्होंने पाया कि भगवान कृष्ण की कमर की पट्टी नीचे खिसक गई है। दोस्तों उसी समय संयोगवश  मंदिर आए श्री आदि गुरु शंकराचार्य जी ने बताया कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि भगवान श्री कृष्ण बहुत भूखे रह गए थे ।दोस्तों तभी से उन्होंने ग्रहण काल के दौरान ही मंदिर बंद करने की परंपरा को समाप्त कर दिया था।









            दोस्तों आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भगवान श्री कृष्ण के सोने का समय केवल 2 मिनट दैनिक यानी 11:58 बजे से 12:12 बजे है। और खुलने का समय दोपहर 12:00 बजे है।

        दोस्तों भगवान के इस प्राचीन मंदिर से प्रसाद का सेवन किए बिना किसी भक्तों को जाने की अनुमति नहीं है। दोस्तों हर दिन 11:57 बजे मंदिर को बंद करने से पहले पुजारी जी जोर से पुकारते हैं क्या कोई भी यहां है जिसने प्रसादम नहीं खाया हो। दोस्तों यह प्रसाद में सभी भक्तों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए है।

             दोस्तों एक और महत्वपूर्ण बात है एक बार जब आप पवित्र प्रसादम का स्वाद ले लेते हैं तो आप जीवन पर्यंत भूखे नहीं रहेंगे और जीवन भर आप को भोजन प्राप्त करने में कोई समस्या नहीं होगी।दोस्तों जो भी श्रद्धालु गण इस पवित्र मंदिर में भगवान का दर्शन करता है और भगवान का प्रसाद ग्रहण करता है दोस्तों भगवान श्रीकृष्ण उन सभी भक्तजनों का सतत् देखभाल करते रहते हैं।

         दोस्तों यहां अप्रैल के महीने में 10 दिनों तक वार्षिक उत्सव मनाया जाता है दोस्तों त्यौहार का मुख्य आकर्षण यहां की युवा कुमारी लड़कियां समारोह के दौरान दीप जलाती है ताकि उन सभी को मनचाहा वर प्राप्त हो।








   ☀️   प्रचलित व प्रसिद्ध किवदंती ☀️

 दोस्तों इस प्राचीन पवित्र मंदिर के बारे में एक प्रचलित किवदंती मशहूर है। दोस्तों की किंवदंतियों के अनुसार माना जाता है कि महाभारत काल में जब पांडव जंगल में रहते थे तो भगवान कृष्ण ने उन्हें स्वयं चार हाथ वाली अपनी प्रतिमा दी थी।और जब पांडव अपनी माता के साथ जंगल से जाने लगे तो वहां मौजूद "चेरथलाई" समुदाय के लोगों ने यह मूर्ति उनसे ले ली थी। दोस्तों माना जाता है कि वह सभी आगे चलकर कई युगों तक वे इस अद्भुत और चमत्कारी मूर्ति की पूजा करते रहे। लेकिन बाद में उन्होंने कुछ कारणों से भगवान की इस मूर्ति को समुद्र में फेंक दिया था।
               दोस्तों माना जाता है कि कई युगों के बाद यह मूर्ति केरल के एक महान ऋषि को प्राप्त हुई हुए जब वे समुंद्र में यात्रा कर रहे थे।दोस्तों कहते हैं कि जब उनकी नाव समुद्र में डूब रही थी तब भगवान की इस अलौकिक मूर्ति को लेकर कोई दिव्य पुरुष प्रकट हुआ और उसने यह मूर्ति उन्हें प्रदान की थी।
                 दोस्तों उन्होंने ही इस अलौकिक मूर्ति को लाकर यहां पर स्थापित किया था।







           धन्यवाद दोस्तों आज के लिए बस इतना ही।

             माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा 🧗🧗









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             English translate
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Hello friends, I am Mountain Leopard Mahendra, warm greetings to all of you, friends, on today's journey, I am taking you on a journey to such a wonderful and supernatural temple of Lord Krishna, where God sleeps for only 2 minutes and God's hunger.  Such that the priest sometimes has to break the door, friends, this ancient and supernatural temple is present in Thiruvarappu in Kottayam district of Kerala state.



 Amazing Supernatural Shri Krishna Temple


 District Kottayam, Tiruvarappu


 Kerala, India









 Hello friends, on today's journey, I am taking you all on the journey of such a wonderful and miraculous temple where Lord Shri Krishna 23.  58 hrs are present.  For the darshan of the devotees, that is, friends, Lord Krishna always resides in this miraculous temple of his.


 Friends, this ancient and wonderful temple of one and a half thousand years old is present in a small town called Thiruvarappu in Kottayam district of Kerala state.









 Friends, it is believed that the iconic idol of Lord Shri Krishna here is always hungry, so friends, this ancient temple is kept open for 23.58 hours and 365 days.  So that the service of Lord Krishna continues to be felicitated.


 Friends, another feature of this ancient temple is that the priest is given a key to open the door as well as an ax because friends believe that Lord Krishna cannot stand hunger.  So if there is any delay in opening the door in just 2 minutes with the key.  So the priest is allowed to break the door with the axe.









 Friends, you will be surprised to know that this temple of Lord Krishna remains closed for only 2 minutes in the morning from 11:58 to 12:00. Friends, it is believed that the idol of Lord Krishna installed in this holy temple is the killing of Kansa.  After doing this, it is very tired of Shri Krishna.

 Friends, therefore, after the end of the Mahabhishek, the head of Lord Shri Krishna dries up first.  And when naivedyam is offered to him, his body becomes dry.  So friends, 10 times Naivedyam worship is done in this ancient holy temple.

 Friends, there is another specialty of this temple which is not seen in any other temple of India.  Friends, the specialty is that the temple is not closed even at the time of eclipse, because people believe that Lord Krishna will remain hungry during this time, so the temple remains open even during the eclipse.









 Friends, it is believed that once in a while this holy temple was closed during the eclipse.  And when the priest opened the temple door after the eclipse was over, he found that the waist band of Lord Krishna had slipped down.  Friends, at the same time incidentally, Shri Adi Guru Shankaracharya ji, who came to the temple, told that this happened because Lord Shri Krishna was left very hungry. Friends, since then he had ended the tradition of closing the temple only during the eclipse period.


 Friends, you will be surprised to know that the sleeping time of Lord Shri Krishna is only 2 minutes daily i.e. 11:58 to 12:12.  And the opening time is 12:00 noon.








 Friends, no devotees are allowed to go from this ancient temple of God without consuming prasad.  Friends, before closing the temple at 11:57 every day, the priest calls out loudly, is there anyone here who has not eaten prasadam.  Friends, this is to ensure the participation of all the devotees in the Prasad.


 Friends one more important thing is once you have taste of holy prasadam then you will not be hungry for life and you will not have any problem in getting food throughout your life. Friends, whoever devotees have darshan of God in this holy temple.  Friends, Lord Shri Krishna takes care of all those devotees continuously.









 Friends, here in the month of April, annual festival is celebrated for 10 days, friends, the main attraction of the festival, young virgin girls here light a lamp during the ceremony so that they all get the desired bride.








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☀️Famous and famous legends☀️ ️


 Friends, a popular legend is famous about this ancient holy temple.  According to the legends of friends, it is believed that during the Mahabharata period, when the Pandavas lived in the forest, Lord Krishna himself gave them his four-handed statue.  The people had taken this idol from them.  Friends, it is believed that they all continued to worship this wonderful and miraculous idol for many ages.  But later he threw this idol of God in the sea due to some reasons.

 Friends, it is believed that after many ages, this idol was received by a great sage of Kerala when he was traveling in the sea. Friends say that when his boat was sinking in the sea then no one took this supernatural idol of God.  The divine Purush appeared and presented this idol to them.

 Friends, he had brought this supernatural idol and established it here.







 Thanks guys that's all for today.


 Mountain Leopard Mahendra🧗🧗






             



 Mountain Leopard Mahendra.                         🧗🧗































 

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