तांबड़ी सुरला महादेव मंदिर
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नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लेपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं। दोस्तों आज की यात्रा पर मैं आपको लेकर चल रहा हूं बहुत ही सुंदर और अद्भुत अलौकिक वास्तुकला से परिपूर्ण उस जमाने की अति प्राचीन भगवान शिव की मंदिर की यात्रा पर। जो हमारे बहुत ही खूबसूरत छोटे से राज्य गोवा में स्थित है।
तांबडी सुरला महादेव मंदिर
गोवा
भारतवर्ष
नमस्कार दोस्तों अति प्राचीन तांबड़ी सुरला महादेव मंदिर गोवा की राजधानी पणजी से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दोस्तों भगवान भोलेनाथ का यह प्राचीन मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है।दोस्तों यह प्राचीन मंदिर अपने अद्भुत और अनूठी वास्तुशैली के लिए काफी प्रसिद्ध है जो गोवा में घूमने के लिए प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है।दोस्तों 12 वीं शताब्दी के दौरान निर्मित किया गया यह मंदिर कंदब यादव वंश की वास्तुकला शैली का एकमात्र स्मारक है। दोस्तों मंदिर के निर्माण काल के समय है इन क्षेत्रों पर कंदब वंश का शासन था। दोस्तों कदंब वंश के शासकों ने ही अपने आराध्य देव भगवान शिव के इस मंदिर का निर्माण करवाया था ।
दोस्तों मंदिर के इतिहास को खंगालने पर पता चलता है कि मंदिर को बेसाल्ट पत्थरों से कंदब शैली में बनाया गया था। जो दक्कन के पठार के पहाड़ों के ऊपर स्थित है।दोस्तों गोवा में स्थित भगवान शिव का यह मंदिर कंधार वंश की वास्तुकला शैली की एकमात्र निशानी है ।दोस्तों आपको जानकर आश्चर्य होगा कि गोवा में पहले प्राचीन मंदिरों की संख्या बहुत अधिक थी , लेकिन दोस्तों बाहरी क्रूर मुस्लिम शासकों एवं पुर्तगाली शासकों ने लगभग सभी भव्य तथा पौराणिक मंदिरों को नष्ट कर दिया था। दोस्तों यह एक मात्र ऐसा भगवान शिव का मंदिर है जो बाहरी आक्रमणों से अछूता बच गया था। क्योंकि बाहरी आक्रमणकारियों को इस जगह के बारे में पता ही नहीं चल पाया था क्योंकि यह उस जमाने में घने जंगलों के बीच स्थित दक्कन पठार के पहाड़ों के ऊपर बना हुआ है जहां पहुंचना आज भी बहुत ही कठिन है। जिस कारण से क्रूर मुस्लिम आक्रमणकारी यहां तक पहुंची नहीं पाए थे।लेकिन दोस्तों अफसोस की यहां मौजूद बाकी पौराणिक मंदिरों को इन आक्रमणकारियों से बचाया नहीं जा सका था।
दोस्तों तांबड़ी सुरला महादेव मंदिर का निर्माण 12 वीं शताब्दी में कंदब वंश के शासन काल में किया गया था । दोस्तों यह मंदिर हमारे पूर्वजों का अनुपम धरोहर है इसे संजोए रखना हमारा परम कर्तव्य है अन्यथा भगवान शिव का यह मंदिर भी इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह जाएगा।
धन्यवाद दोस्तों
माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा 🧗🧗
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English translate
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Hello friends I extend my hearty greetings to all of you guys at Mountain Leopard Mahendra. Friends, today I am taking you on a journey of the temple of the very ancient Lord Shiva of that era, very beautiful and full of wonderful supernatural architecture. Which is located in our very beautiful small state of Goa.
Tambdi Surla Mahadev Temple
Goa
India
Namaskar Friends, the very ancient Tambadi Surla Mahadev Temple is located at a distance of about 65 km from Goa's capital Panaji. Friends, this ancient temple of Lord Bholenath is very famous. Friends, this ancient temple is quite famous for its amazing and unique architecture which is considered to be one of the major pilgrimage sites for visiting Goa. The friends built during the 12th century This Gaya temple is the only monument to the architectural style of the Kandab Yadav dynasty. The friends are during the construction period of the temple, these areas were ruled by the Kandab dynasty. Friends, the rulers of the Kadamb dynasty had built this temple of their adorable god Lord Shiva.
After going through the history of the Friends temple, it is revealed that the temple was built in the Kandab style with basalt stones. Which is situated atop the mountains of the Deccan plateau. This temple of Lord Shiva located in two Goa is the only sign of the architectural style of the Kandahar dynasty. Friends, you will be surprised to know that earlier ancient temples in Goa were very large, but friends external The brutal Muslim rulers and Portuguese rulers destroyed almost all the grand and mythological temples. Friends, this is the only temple of Lord Shiva that was left untouched by external invasions. Because the outside invaders could not know about this place because it is built on the mountains of the Deccan plateau, which is situated amidst the dense forests at that time, which is still very difficult to reach. Due to which the brutal Muslim invaders could not reach here, but friends regret that the rest of the mythological temples here could not be saved from these invaders.
Friends Tambadi Surla Mahadev Temple was built in the 12th century under the rule of the Kandab dynasty. Friends, this temple is a unique heritage of our ancestors, it is our ultimate duty to preserve it, otherwise this temple of Lord Shiva will also remain confined in the pages of history.
Thanks guys
Mountain Leopard Mahendra 🧗🧗
Mountain lappord Mahendra
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