Wednesday, September 2, 2020

एक यात्रा माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा के संग- महा ऋषि दधीचि A Journey with Mountain Leopard Mahendra - Maha Rishi Dadhichi

Ek yatra khajane ki khoje


नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन ले पढ़ लूंगा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन करता दोस्तों मैं आप लोगों को एक कहानी बताने जा रहा हूं प्राचीन भारत के सबसे महा प्रतापी, महादानी, महा ऋषि दधीचि के संबंध में। हमें जानना चाहिए हमें सुनना चाहिए अपने प्राचीन भारत के महान गाथा को ।ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों इन सब को ना भूलें।
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दधिची ऋषि ने धर्म की रक्षा के लिए अस्थि दान किया था !
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उनकी हड्डियों से तीन धनुष बने-
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१. गांडीव २. पिनाक  ३. सारंग
जिसमे से गांडीव #अर्जुन को मिला था जिसके बल पर अर्जुन ने महाभारत का युद्ध जीता !

सारंग से #भगवान_राम ने युद्ध किया था और #रावण के अत्याचारी राज्य को ध्वस्त किया था !

और, #पिनाक था #भगवान_शिव जी के पास  जिसे तपस्या के माध्यम से खुश भगवान शिव से रावण ने मांग लिया था !

परन्तु... वह उसका भार लम्बे समय तक नहीं उठा पाने के कारण बीच रास्ते में #जनकपुरी में छोड़ आया था !

इसी पिनाक की नित्य सेवा #सीताजी किया करती थी ! पिनाक का भंजन करके ही भगवान राम ने सीता जी का वरण किया था !

ब्रह्मर्षि दधिची की हड्डियों से ही #एकघ्नी नामक #वज्र भी बना था ... जो भगवान इन्द्र को प्राप्त हुआ था !

इस एकघ्नी वज्र को इन्द्र ने #कर्ण की तपस्या से खुश होकर उन्होंने कर्ण को दे दिया था! इसी एकघ्नी से महाभारत के युद्ध में #भीम का महाप्रतापी पुत्र #घटोत्कच कर्ण के हाथों मारा गया था ! और भी कई अश्त्र-शस्त्रों का निर्माण हुआ था उनकी हड्डियों से !

दधिची के इस अस्थि-दान का एक मात्र संदेश था 

'' हे भारतीय वीरो शस्त्र उठाओ और #अन्याय तथा #अत्याचार के विरुद्ध #युद्ध करो !''


                 धन्यवाद दोस्तों
       माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा

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                         English translate
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    Ek yatra khajane ki khoje



 Hello friends, I will read the mountain, heartily greetings to all of you guys, I am going to tell you a story in connection with the most majestic, great Mahadani, Maha Rishi Dadhichi of ancient India.  We should know, we should listen to the great saga of our ancient India, so that our future generations should not forget all this.

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 Dadhichi Rishi donated bone to protect religion!

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 Three bows were made from his bones.

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 1.  Gandeev 2.  Pinak 3.  Multicolored

 From which Gandiv got #Arjuna, on whose strength Arjuna won the war of Mahabharata!


 # Bhagwan_Ram had fought with Sarang and demolished the tyrannical kingdom of #Ravana!


 And, # Pinak was # near to Lord_Shivji who was sought by Ravana from the happy Lord Shiva through penance!


 But ... he could not bear his load for a long time because he had left the middle road in #Janakpuri!


 #Sitaji used to do regular service of this Pinak!  It was only after breaking Pinaka that Lord Rama killed Sita!


 A # Vajra named # Ekghni was also made from the bones of Brahmarshi Dadhichi ... which was received by Lord Indra!


 Indra was pleased with the penance of # Karna on this Ekghni Vajra and he gave it to Karna!  In the battle of Mahabharata from this Ekghni, #Ghimotkacha, the great son of Bhima, was killed by Karna!  Many more weapons were made from their bones!


 The only message of this bone donation of Dadhichi was


 "O Indian, pick up weapons and fight # # against injustice and # tyranny!"



 Thanks guys

 Mountain Leopard Mahendra


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Wednesday, August 19, 2020

Ek yatra mountain lappord Mahendra ke sang-Tiruchendur murugane Mandir Tamil Nadu Bharat.

Ek yatra khajane ki khoje



नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लिपट महिंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं।दोस्तों आज की यात्रा पर मैं आप सभी को लेकर चल रहा हूं । तिरूचेंदुर मुरूगन मंदिर तमिल नाडु भारत जो अपने स्थापत्य कला के लिए विश्व प्रसिद्ध है ।🙏🙏




                   एक यत्र खाजाने की खोज

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 तिरुचेंदुर मुरुगन मंदिर, तमिलनाडु 
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            भारत
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 यह भारत में सबसे अधिक देखे जाने वाले मंदिर परिसर में से एक है (सिंगापुर, मलेशिया, श्रीलंका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से भक्त)।  यह तमिलनाडु का एकमात्र मंदिर है जिसमें एक अलग बस टर्मिनल है और यह मंदिर में से एक है जिसमें भक्तों और पर्यटकों के लिए अलग-अलग पार्किंग की सुविधा है।  इस मंदिर की सन्नथी गली तमिलनाडु के मंदिरों में सबसे लंबी है।  यह एकमात्र मंदिर है जहाँ पश्चिमी द्वार में राजा गोपुरा स्थित है।


 🙏🙏* यह मंदिर संतों द्वारा बनाए गए सभी मंदिरों में से सबसे बड़ा मंदिर है।  इस मंदिर का निर्माण राजाओं द्वारा नहीं किया गया है, यह तीन पवित्र संतों द्वारा बनाया गया है।


 🙏🙏* यह तमिलनाडु के सबसे अमीर मंदिर (धन से) है।


 🙏🙏* यह एकमात्र हिंदू मंदिर है जिसका कोई पूर्वी प्रवेश द्वार नहीं है।  यह मंदिर आईएसओ प्रमाणन प्राप्त करने वाला तमिलनाडु का चौथा हिंदू मंदिर है।


 *🙏🙏 यह तमिलनाडु का एकमात्र मंदिर है जहां गर्भगृह जमीनी स्तर से नीचे है।


 133 फीट राजगोपुरा, बंगाल की खाड़ी के तट पर, समुद्र के बहुत करीब 200 मीटर में बनाया गया, अभी भी एक रहस्य है और प्राचीन तमिलों की चरम सिविल इंजीनियरिंग के लिए एक उत्कृष्ट उदाहरण है।



                          धन्यवाद दोस्तों
      माउंटेन लेपर्ड महिंद्रा





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                          English translate
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                Thiruchendur Murugan Temple, Tamil Nadu 🚩

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It is one of the most visited temple complex in India (devotees from countries like Singapore, Malaysia, Sri Lanka, England, Australia). It is the only temple in Tamilnadu which has a separate bus terminal and It is one of the temple which has separate parking facilities for devotees and tourists. The sannathi street of this temple is the longest of its kind among the temples of Tamilnadu. This is the only temple where Raja gopura is situated in western gate. 

*🙏🙏 This temple is the largest temple among all the temples built by saints.  This temple is not constructed by Kings, it is built by three holy saints. 

*🙏🙏 It is one of the richest temple (by wealth) of TamilNadu. 

*🙏🙏 This is the only Hindu temple which has no Eastern gateway. This temple is the fourth Hindu temple in Tamil Nadu to get ISO certification. 

*🙏 🙏This is the only temple in tamilnadu where sanctum sanctorium is below the ground level.

The 133 feet Rajagopura,built in the shores of Bay of Bengal,very near to the sea, just within 200 meters is still a mystery and an outstanding example for extreme civil engineering of Ancient Tamils.


                              Thank you friends
                    Mounten lappord Mahendra

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Saturday, August 8, 2020

एक यात्रा माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा के संग-श्री कृष्णा जन्माष्टमी विशेष (स्वयं बनाएं भगवान का भोग). A Journey with Mountain Leopard Mahendra - Shri Krishna Janmashtami Special (Make Yourself Lord's Enjoyment)

Ek yatra khajane ki khoje


नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं।  दोस्तों पारंपरिक तौर पर जन्माष्टमी के पर्व पर महिलाएं घर में ही तरह-तरह के पकवान बनाती रही हैं। अब वक्त है कि इस विरासत को नई पीढ़ी भी आगे बढ़ाए। आइए बाजार से खरीदने की जगह खुद ही इन्हें भक्ति भाव से बनाएं।  जय श्री कृष्णा 🙏🙏🙏🙏🙏


     

                          आटे की पंजीरी
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🙏 जन्माष्टमी के दिन प्रसाद के लिए बहुत सारे पकवान बनाए जाते हैं।आटे की पंजीरी उसमें से एक है।इसे बनाना बहुत ही आसान है। इसमें पड़ने वालीं समाग्री का ध्यान रखा जाए तो यह बहुत ही स्वादिष्ट बनती हैं।         
                   ऐसे तैयार करे एक कड़ाही में थोड़ा सा घी डालकर गर्म कर खरबुजे के बीज भून लें। हल्के सुनहरे होने के बाद इन्हें निकाल कर अलग रख दें। फिर कड़ाही में घी डाले और कटे हुए मेवे डालकर तल लें। एक बार फिर कड़ाही में घी डाले और आटे को धीमी आंच पर सुनहरा होने तक भूनें। इसके बाद इसमें मेवा और खरबूजे का बीज डाल दें। समाग्री के ठंडा होने पर पिसी हुई चीनी मिलाएं। इस तरह आटे की पंजीरी तैयार हो जाएगी। और स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें पिसी हुई छोटी इलायची भी मिला सकती हैं।  धन्यवाद




                                माखन मिश्री
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🙏 लड्डू गोपाल को माखन चोर भी कहा जाता है। लगभग हम सभी यह बात जानते हैं कि लड्डू गोपाल को माखन मिश्री बहुत पसंद हैं। आप जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को माखन मिश्री का प्रसाद भी चढ़
 सकतीं हैं। 
                         ऐसे तैयार करे- एक बड़े बर्तन में दही डालें। फिर उसे मथानी से मथे। इसके बाद दही को  ब्लेंडर में डाले । ब्लेंड करने से आसानी से मक्खन निकल आता है । मक्खन को एक कटोरी में निकाले और ऊपर से मिश्री और कटे हुए पिस्ता, बादाम आदि डाल दें। सुगंध और स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें केसर भी डाल सकते हैं। 
धन्यवाद


  

                               मखाना पाग 
                             🙏🙏🙏🙏



🙏 लड्डू गोपाल को मखाना पाग भी बहुत पसंद हैं। इसे आसानी से बनाया जा सकता हैं। मखाने के साथ अन्य मेवा भी पाग सकते हैं।
                 ऐसे तैयार करें- मखानो को देसी घी में अच्छे से तलें। इसके बाद शक्कर की गाढ़ी चाशनी बनाएं और उसमें मखानो को डुबो दें।इसी प्रकार से आप अन्य मेवों को को भी चाशनी में डुबोकर तैयार कर सकती हैं।  धन्यवाद




                             पंचामृत
                           🙏🙏🙏🙏

🙏 जन्माष्टमी मे पंचामृत का विशेष महत्व है। यह ऐसा प्रसाद हैं जिससे लड्डू गोपाल को नहलाया जाता है और इस पंचामृत को प्रसाद की तरह लोग पीते हैं। 

                             ऐसे तैयार करे- एक बर्तन में दही लें और अच्छे से फेंट लें। फिर इसमें दुध, शहद, गंगाजल और तुलसी डाले । इसके साथ ही इसमें मखाना , गरी , चिरौंजी, किशमिश, छुहारा आदि मेवा डाले। अंत में थोड़ा सा घी डाले। पंचामृत तैयार है।  धन्यवाद





                            मखाने की खीर
                         🙏🙏🙏🙏🙏


🙏 लड्डू गोपाल को दुध ,घी ,मक्खन और मेवे से बने विभिन्न प्रकार के पकवान बहुत पसंद हैं ।  लड्डू गोपाल को खीर भी प्रसाद के तौर पर चढ़ाई जाती हैं। 

                         ऐसे तैयार करें- काजू और बादाम को महीन महीन काटकर अलग रख लें। मखानो को काट लें और दरदरा पीस लें। अब एक बर्तन में घी गर्म करें। इसमें मखानो को एक मिनट के लिए भून लें । फिर इसमें दुध डाल कर उबालें। मखाने गल जाए तब इसमें कटे हुए मेवे और चीनी डालें ।बाद में इसमें पिसी हुई छोटी इलायची डालें।  धन्यवाद




              धन्यवाद दोस्तों
      




                     . माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा
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                                  English translate
                                  🙏🙏🙏🙏🙏🙏





Hello friends I extend my hearty greetings to all of you mountain leopard Mahendra.  Friends, traditionally on the occasion of Janmashtami, women have been cooking different types of dishes at home.  Now is the time for the new generation to carry this legacy forward.  Let's make them ourselves with devotion instead of buying from the market.  Jai Shree Krishna 4






 Flour register

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 🙏 A lot of dishes are made for prasadam on Janmashtami. The dough register is one of them. It is very easy to make.  If you take care of the ingredients falling in it, then it becomes very tasty.

 Prepare in this way, put a little ghee in a pan and fry the melon seeds after heating.  After they turn light golden, remove them and keep them aside.  Then add ghee to the pan and add chopped nuts and fry them.  Once again put ghee in the pan and fry the flour on a low flame till it becomes golden.  After this, add nuts and melon seeds in it.  Add the powdered sugar as the ingredients cool.  In this way the flour register will be ready.  And to enhance the taste, you can also add ground cardamom to it.  Thank you





 Makhan Mishri

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 🙏 Laddu Gopal is also known as Makhan Chor.  Almost all of us know that Laddoo Gopal loves Makhan Mishri.  You also offered Prasad of Makhan Mishri to Laddu Gopal on Janmashtami

 She can

 Prepare in such a way - put curd in a big pot.  Then churn it with churn.  After this, pour the curd in a blender.  Blending brings out butter easily.  Take out the butter in a bowl and put sugar candy and chopped pistachios, almonds etc. on top.  Saffron can also be added to it to enhance aroma and taste.

 Thank you






 Makhana Pag

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 🙏Laddu Gopal also likes Makhana Paag.  It can be made easily.  Other nuts can also be eaten along with Makhana.

 Prepare in this way - Fry Makhano well in desi ghee.  After this, make a thick sugar syrup and dip the Makhano in it. Similarly, you can also prepare other dry fruits by dipping them in the syrup.  Thank you





 Panchamrit

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 Panchamrit  as special significance in Janmashtami.  This is such a prasad by which Laddu Gopal is bathed and people drink this Panchamrit like Prasad.


 Prepare like this- Take curd in a vessel and whisk well.  Then add milk, honey, gangajal and basil.  Along with this, add makhana, gari, chironji, raisins, dates and nuts.  Finally add some ghee.  Panchamrit is ready.  Thank you






 Grain Pudding

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 🙏 Laddu Gopal loves a variety of dishes made with milk, ghee, butter and dry fruits.  Kheer is also offered as Prasad to Laddu Gopal.


 Prepare in this way - Finely chop cashews and almonds and keep them aside.  Cut the makhano and grind coarsely.  Now heat ghee in a vessel.  Fry Makhano for a minute in it.  Then pour milk into it and boil it.  When the Makhane melts, add chopped nuts and sugar to it. Later add ground cardamom to it.  Thank you





 Thanks guys







 .  Mountain Leopard Mahendra
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Ek yatra khajane ki khoje me

एक यात्रा माउंटेन लेपर्ड महेन्द्रा के संग

          ( एक यात्रा माउंटेन लेपर्ड महेन्द्रा के संग )                          www.AdventurSport.com सभी फोटो झारखणड़ के...