Tuesday, June 23, 2020

Adventures spoart: एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahend...

Adventures spoart: एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahend...: Ek yatra khajane ki khoje            ताम्बाखानी गुफा का रहस्य              **********************   नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद...

Ek yatra khajane ki khoje

एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahendra के संग भाग 6-काअगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje




           ताम्बाखानी गुफा का रहस्य 
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  नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं ।  जैसा कि दोस्तों कल आपलोगो ने पढ़ा ने कैसे मुझे पिछले जन्म कि बाते और उस भयानक युद्ध की याद आते ही मैं गुस्से से कांपने लगा और मेरी बाहें फड़कने लगी थी युद्ध के लिए और मैं अपनी तलवार खोजने लगा था और मैं अपने दोस्तों से युद्ध की तैयारी करने को कहने लगा । कि तभी पुष्पांजलि जी अपनी बहनों के साथ  रसोईघर से वापस लौट आती हैं और उनको देखते ही मैं उनसे लिपट जाता हूं। और रोने लगता हूं और उनको चूमने लगता हूं।  तब वो मुझे समझाती है कि हम उन पौराणिक राक्षसों से युद्ध जरुर करेंगे और उनका इस धरती से अस्तित्व ही मिटा देंगे।  परंतु अभी रात काफी हो चुकी हैं अतः अतः आप सभी लोग कमरे में जाकर सो जाइए  । और सभी लोग सोने चले जाते हैं  । 
                               और कमरे में मैं और पुष्पांजलि जी रह जाते हैं  और मैं पुष्पांजलि जी को अपने गोद में उठा लेता हूं  और पर्याय से उन्हें अपने पलंग पर लेटा देता हूं  तभी पुष्पांजलि जी शरमाते हुए बोलतीं हैं कि आप क्या कर रहे हैं  मुझे नशा छा रही हैं । तभी मै बोलता हूं कि पुष्पांजलि जी ये तो जन्मों जन्मों का नशा है और जब हम बिछड़े थे तभी भी प्यार का नशा था , और जब दुश्मन की तलवार  छाती में दिल को चिरते हुए पार हों गई थी तब भी प्यार का ही नशा था । और आज भी प्यार का ही नशा है। भला इसे कोई इंसान  भूल सकता है क्या  और हम दोनों तो जन्मों जन्मांतर के एक शरीर दो जान है  । भला हम दोनों अलग कैसे हो सकते हैं । मेरी प्यारी सी छुई-मुई  और फिर मै प्यार से पुष्पांजलि जी के होंठों को चूमने लगता हूं । और वे मदहोश हो कर मेरे बांहों के आगोश में सो जाती हैं और मैं भी उनके चमकते हुए गुलाबी चेहरे को देखते सो जाता हूं ।

                       आइए दोस्तों मैं आपलोगो को अपने बाकी दोस्तों के कमरों में ले चलता हूं  और देखते हैं कि कि वे लोग अपने कमरों में कर   क्या रहे हैं । सबसे पहले चलते हैं  अपने सबसे बड़े योद्धा  राजा और बबली भाभी के कमरे में   ।वे दोनों अपने कमरे में  पलंग पर बैठ कर एक दूसरे को ऐक टक निहारें जा रहे थे। तभी राजा भाई बबली भाभी से बोलते हैं कि यह बताओं बबली जब हम दोनों पिछले जन्म के पति पत्नी है और इस जन्म में भी हम दोनों साथ साथ है  और एक दूसरे से प्यार भी बहुत करते हैं तो आज तक तुमने मुझे एक चुम्मा भी नहीं दिया है राजा भाई कि बाते सुन कर बबली भाभी शरमा जाती हैं और राजा भाई कि गले लग जाती हैं। और दोनों प्यार के आगोश में खो जाते हैं ।   
                              और हम उन्हें छोड़ कर टिंकु भाई के कमरे की ओर चल पड़ते हैं  और जैसे ही हम टिंकू भाई के कमरे में पहुंचते हैं  देखता हूं कि टिंकू भाई  और भाभी जी जैसे सदियों से प्रेम के भुखे हों  और एक दूसरे के साथ प्यार के आगोश में लीन होते जा रहे थे और भाभी जी से बोले जा रहा था कि मैं सदियों सदियों से तुम्हारे प्रेम के लिए भटक रहा था  और आज जाकर तुम मुझे मिली हों तभी भाभी जी भी बोलती है कि हां मेरे राजा कुमार मेरी भी यही हाल थी आज तो मैं आपको छोड़ूंगी नहीं । और दोनों प्यार के आगोश में खो जाते हैं। और हम उन्हें छोड़ कर अजय भाई कि कमरे की ओर चल पड़ते हैं। 

 और जैसे ही हम अजय भाई के कमरे में पहुंचते हैं  वहां का नजारा देखकर भौंचक्के रह जाते हैं और शरम से लाल हो जाते हैं क्योंकि वे दोनों भुखे भेड़िए की तरह एक दूसरे पर टुट पड़ें थे और  एक दूसरे चुम्मे जा रहे थे । अतः हम उन्हें इसी हालत में छोड़ कर  संतोष भाई के कमरे की ओर चल पड़ते हैं। 

 और जैसे ही हम संतोष भाई के कमरे में पहुंचते हैं तो देखते हैं कि वे दोनों पलंग पर बैठ कर रहे होते हैं  भाभी जी बैठी हुई है और संतोष भाई उनके गोद में अपना सर रखें हुए हैं और वे उनके बालो सहला रही हैं और भाभी जी संतोष से पुछ रही हैं कि कैसे आप मेरे बिना रह रहे थे इस दुनिया में क्या मेरी याद नहीं आती थी । और मैं तो आप कि याद में पागल हो गई थी। और फिर दोनों प्यार के आगोश खो जाते हैं। और हम अखिलेश भाई के कमरे की ओर चल पड़ते हैं। 


 और जैसे ही हम अखिलेश भाई के कमरे में पहुंचते हैं  करता बताऊं दोस्तो नजारा ही अद्भुत था  क्योंकि भाभी जी अखिलेश के सिने पर अपना सर रख कर रोये जा रही थी और और Jiबोल रही थी कि आप मुझे छोड़कर कहां चले गए थे  । पता है आपके याद में कितनी पतली हो गई हूं और सदियों से  उड़नखटोले के खिड़की पर बैठ कर आप की राह देखते रहती थी  । और उस पल को याद कर के रोती रहती थी जब हम दोनों  सुहाग के शेज पर जाने वालें थे कि तभी आप मुझे छोड़कर युद्ध में चलें गए थे और मैं आपकी इंतज़ार करते रह गई थी । और आज जाकर मेरी इंतजार समाप्त हुई है । और दोनों प्रेम के अंनंत गहराइयों में खो जाते हैं।  और मैं सुबह होने का इंतज़ार करने लगता हूं।




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   English translate
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Find a journey treasure
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Secret of Tambakhani Cave

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 Hello friends I extend my hearty greetings to all of you mountain leopard Mahendra.  As friends, yesterday you read how I remembered my previous life and that terrible war, I started trembling with anger and my arms started to flare for war and I started searching for my sword and I fought my friends.  Started asking to prepare.  That is when Pushpanjali ji returns from the kitchen with her sisters and on seeing them I hug her.  And I cry and kiss them.  Then she explains to me that we will definitely fight those mythical demons and erase their existence from this earth.  But it is too late now, so all of you go to sleep in the room.  And all people go to sleep.

 And I live in the room with more wreaths and I take Pushpanjali ji in my lap and synonymously lay them on my bed, when Pushpanjali ji says blushingly, what are you doing, I am getting intoxicated.  That is when I say that Pushpanjali ji is the intoxication of births and even when we were separated, we had the intoxication of love, and even when the enemy's sword crossed the heart in the chest, it was love.  And even today, there is the addiction of love.  No man can forget this, and we both have two bodies, one body of birth.  How can we both be different?  My sweet little mimosa and then I start lovingly kissing the lips of the wreath.  And she sighs and sleeps in my arms, and I fall asleep seeing her shining pink face.


 Come on guys, I take you to the rest of my friends' rooms and see what they are doing in their rooms.  First of all, let's go to the room of his eldest warrior king and Babli Bhabhi. They were sitting on the bed in their room looking at each other.  That is why Raja Bhai Babli speaks to her sister-in-law that when we both are husband and wife of previous life and even in this birth, we both are together and love each other a lot, till date you have not even given me a kiss  Babli sister-in-law is ashamed to hear the words of Raja Bhai and hugs Raja Bhai.  And both are lost in love.

 And we leave them and walk towards Tinku Bhai's room and as soon as we reach Tinku Bhai's room, I see that Tinku Bhai and Bhabhi ji are hungry for love for centuries and are engrossed in love with each other.  Were becoming and were being told by sister-in-law that I was wandering for your love for centuries and today you have met me, then law also says that yes my king Kumar was also in my condition today.  Will not leave you  And both are lost in love.  And we leave them and walk towards Ajay Bhai's room.


 And as soon as we reach Ajay Bhai's room, seeing the scene there, he is shocked and turns red with shame as they both collide like hungry wolves and are kissing each other.  So we leave them in this condition and walk towards Santosh Bhai's room.


 And as soon as we reach Santosh bhai's room, we see that both of them are sitting on the bed, sister-in-law is sitting and Santosh bhai is holding his head in her lap and she is stroking his hair and sister-in-law  I am asking with satisfaction how I was not able to remember in this world you were living without me.  And I was mad at remembering you.  And then both of them lose love.  And we walk towards Akhilesh Bhai's room.



 And as soon as we reach the room of Akhilesh Bhai, I will tell you that the sight of friends was amazing because sister-in-law was crying and putting her head on Akhilesh's cinematics and saying where did you leave me.  Know how thin I have become in your memory and used to sit at the window of Udaqhatole for centuries and kept looking at you.  And we used to cry after remembering the moment when we both were going to go on the suhag's bed, that was when you left me and went to war and I kept waiting for you.  And today, my wait is over.  And both are lost in the deepest depths of love.  And I start waiting for morning.

 


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और तभी  घंटे की आवाज सुनाई देने लगती हैं  और मेरी नींद खुल जाती है और हड़बड़ा कर उठ जात हूं और इधर उधर पुष्पांजलि जी को ढुढने लगता हूं  और तभी पुष्पांजलि जी  बाथरूम से      स्र्स्नान कर के बाहर आती हैं और मैं  उन्हें देखते ही रह जाता हूं वह बिल्कुल नई नवेली दुल्हन की जैसी खूबसूरत लग रही थी । तभी पुष्पांजलि जी मुझसे बोलती हैं कि अरे आप उठ गए।


                                           जाकर स्नान कर लिजिए क्योंकि हम सभी लोग अब महल में पहुंचने वाले हैं   तभी मुझे शरारत सुझती हैं और पुष्पांजलि जी को कस के पकड़ लेता हूं और वो मुझसे छुटने की कोशिश करने लगती हैं और मुझसे बोलती हैं कि छोड़िए ना कोई आ जाएगा। और तभी दरवाजे पर दस्तक होती है  तो पुष्पांजलि जी पुछती हैं कौन हैं  तभी बाहर से बबली भाभी भाभी बोलती हैं कि हम लोग हैं।  अब तो मुझे छोड़ दिजिए आप के दोस्त लोग आ गए हैं नहीं मैं नहीं छोड़ुगां   और पुष्पांजलि जी को मैं चुमी लेने लगता हूं तभी बाहर से टिंकू भाई की आवाज आती हैं अरे भाई कितने देर तक सोते रहोगे  दरवाजा खोलो   । और मैं पुष्पांजलि जी को छोड़ते हुए बोलता हूं कि इन्हें अभी ही आना था कबाब में हड्डी बनने । और पुष्पांजलि जी मुस्कुराते हुए दरवाजा खोलने चली जाती हैं और मैं स्नान करने के लिए बाथरूम में घुस जाता हूं  ।

और मेरे दोस्त अपने धर्म पत्नियों के साथ दरवाजा खुलते ही मेरे कमरे में आ जाते हैं और पुष्पांजलि जी से पुछते हैं कि महेंद्र भाई कहा हैं । तो वो बाथरूम कि ओर इशारा करते हुए बोलतीं हैं कि वह अभी स्नान कर रहे हैं । तभी पुष्पांजलि जी की बहनें बोलती है कि दीदी हम लोग महल में पहुंच ने वाले हैं और तभी मैं भी स्नान करके बाहर आ जाता हूं और सभी मुझे देखने लगते हैं।   तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं कि आप आ गये  । ठीक है अब हमारा उड़नखटोला तीव्र गति से नीचे उतरने वाला है आप सभी लोग बैठ जाइए। और हम निचे उतरने लगते हैं  और हमारा उड़नखटोला नीचे उतर जाता है और हम सभी लोग दरवाजा खुलने का इंतजार करने लगते है और तभी धीरे धीरे दरवाजा खुलने लगता है  और दरवाजा पुरी तरह से खुल जाता है  और हम सभी लोग बाहर आ जाते हैं और बाहर का नजारा देखकर दोस्तों हमारी आंखें खुली की खुली रह जाती ।



 धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा क्योंकि आगे कि यात्रा और कहानी बहुत ही अलौकिक और अद्भुत होने वाली।
    
                             धन्यवाद दोस्तों
 

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 English translate



And then I hear the sound of the hour and my sleep wakes up and I get up in a hurry and find the wreath here and there, and then the wreath comes out of the bathroom with a sigh and I keep on seeing them.  She looked absolutely beautiful like a new fledgling bride.  Then Pushpanjali Ji says to me that hey you got up.



 Go and take a bath because all of us are now going to reach the palace, then I suggest mischief and hold the Pushpanjali ji tightly and she starts trying to get rid of me and tell me that no one will come.  And when there is a knock on the door, then Pushpanjali ji asks, who is it then only Babli Bhabhi Bhabhi speaks from outside that we are people.  Now leave me, your friends have come. No, I will not leave and I start kissing Pushpanjali ji, only then the voice of Tinku Bhai comes from outside. Oh brother, how long will you keep sleeping. Open the door.  And I leave the wreath, saying that they were yet to come to be bone in the kebab.  And Pushpanjali goes to open the door smiling and I enter the bathroom to take a bath.


 And my friends come to my room with their religious wives as soon as the door opens and ask with a wreath that Mahendra Bhai has said.  So she points to the bathroom and says that she is taking a bath right now.  Then Pushpanjali Ji's sisters say that Didi, we are the ones who have reached the palace and then I too come out after taking bath and everyone starts looking at me.  Then Pushpanjali Ji says that you have come.  Okay, now our Udaankhatola is going to come down at a rapid speed.  And we start descending and our fly down comes down and we all start waiting for the door to open and then slowly the door starts to open and the door opens completely and we all come out and out  Seeing the view of friends, our eyes would be wide open.




 Thank you guys, I will narrate the incident tomorrow because the journey and the story ahead will be very supernatural and amazing.



 Thanks guys





Monday, June 22, 2020

एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahendra के संग भाग 6-का अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje





     ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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 नमस्कार दोस्तों जैसा कि आप लोगों ने पिछले अध्याय पढ़ा था कि हम सभी लोग खाना खाने के बाद सोने जाने की तैयारी करने लगे थे। अपने अपने कमरों में ।  जबकि मैं और पुष्पांजलि जी अपने कमरे में ही थे।  और बीच  बीच में हमारे बीच हंसी मजाक भी चल रहा था। और हमने खाना भी समाप्त कर दिया था । तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं चलो बहनों सब ने खना खा लिया है अतः हम सभी मिलकर बर्तन धो लेंते हैं  चलो हम सभी लोग रसोईघर में चलते हैं  । और आप सभी लोग  बैठ कर बातें किजिए  तबतक हम सभी बहनें रसोईघर से बर्तनों को धोकर आते हैं । और लोग रसोईघर की ओर चलीं गईं।  उनके जाने के बाद राजा भाई मुझसे बोलते हैं  अरे वाह क्या बात है महेंद्र भाई आप दोनों की तो बहुत ही सुंदर तस्वीर बनी हुई है ।  तभी मैं बोलता हूं हां राजा भाई मुझे तो कुछ समझ में ही नहीं आ रहा कि मैं क्या करूं  ? अच्छा छोड़ो आप सभी लोगों के कमरे का क्या हाल है क्या आपलोगो के कमरे में भी आप सभी लोगों की तस्वीर आप लोगों की पिछले जन्म कि धर्म पत्नियों के साथ बनी हुई है । और राजा भाई क्या आप की भी तस्वीर बबली भाभी जी के साथ बनी हुई हैं  तभी सभी लोग एक साथ बोलते हैं हां भाई हां पहले तो सिर्फ तस्वीर ही बनी हुई थी और अब तो हमारी धर्म पत्नियां भी आ गई है । तभी अखिलेश भाई बोलते हैं कि भाई लोग अब तो मुझे भी उनलोगो को देख कर पिछले जन्म कि याद आने लगी है  । वाह मजा आ गया था भाईयों जब उसने मुझे गले लगाया  । मेरे तो कई जन्मों के पाप ही धुल गया । और आज रात को तो मैं उसे छोड़ने वाला नहीं हूं कई का प्यासा हूं।   तभी संतोष भाई बोलते हैं कि हां भाई मेरा भी यही हाल है ।  तभी राजा भाई बोलते हैं कि हां भाई यह सब तो ठीक है लेकिन जल्दी बाजी में कुछ गड़बड़ी मत कर देना आप लोग । कि तभी अजय भाई बोलते हैं कि राजा भाई आप और बबली भाभी जी तो बहुत दिनों से एक साथ है आप को आभी क्या महसूस हो रहा है और क्या सचमुच में आपकी शादी पिछले जन्म में बबली भाभी जी के साथ हों गई थी।  हां भाईयों हम जैसे ही अपने कमरे में धुसे एक बिजली सी कौंधी और और हम दोनों एक बिते हुए अतित में पहुंच गए थे  जहां पर
हम सभी की शादियां हो चुकी थी और हम सभी लोग महेंद्र भाई की शादी की तैयारी में लगे हुए थे  कि तभी हमारे महल पर राक्षसों का हमला हों गया था । और हम सभी लोग  और यहां तक कि महेंद्र भाई भी शादी की मंडप से उठ कर  बिना शादी किए हुए  युद्ध में चल पड़ें थे ।   और बबली भी युद्ध हमारे साथ थी । और युद्ध में हम सभी लोग वीरगति को प्राप्त हो गये थे ।




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Secret of Tambakhani Cave

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 Hello friends, as you read the previous chapter, we all started preparing to go to sleep after having dinner.  In their own rooms.  While me and Pushpanjali Ji were in my room.  And there was a laughing joke going on between us.  And we had finished eating.  Then Pushpanjali Ji says, let's all eat the sisters, so let's all wash the dishes together let us all go to the kitchen.  And all of you guys sit and talk till then all of us sisters come from the kitchen to wash the utensils.  And people went towards the kitchen.  After his departure, Raja Bhai speaks to me, oh, what is the matter Mahendra Bhai, a beautiful picture of both of you remains.  That's why I say yes, Raja Bhai, I don't understand what to do.  Good leave, what is the condition of the room of all of you, is the picture of all of you in your room also, with the religion wives of your past lives.  And Raja Bhai, is the picture of you also made with Babli Bhabhi ji, then everyone speaks together, yes brother, earlier only the picture was made and now our religious wives have also arrived.  That is why Akhilesh Bhai says that brother, now I too have started seeing him and remembering his past life.  Wow I had fun brothers when he hugged me.  My sins of many births were washed away.  And tonight I am not going to leave him, I am thirsty for many.  Then Santosh bhai says that yes brother, I am in the same situation.  That's why Raja Bhai says that yes brother, it is all right, but do not let anything go wrong in your bets.  That is when Ajay Bhai speaks that Raja Bhai you and Babli Bhabhi ji have been together for many days, what are you feeling now and did you really get married with Babli Bhabhi ji in previous life.  Yes, brothers, as soon as we were in our room, a lightning flashed and and we both reached a timeless place where

 We all had marriages and all of us were busy preparing for Mahendra Bhai's wedding when the demons attacked our palace.  And all of us and even Mahendra Bhai got up from the wedding pavilion and got into a war without getting married.  And Babli was also with us.  And all of us had attained to war in the war.




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 चुकी बबली मेरे साथ ही  वीरगति को प्राप्त हो गई थी । इसलिए हम दोनों दोनों का एक साथ पुनर्जन्म हुआ है।   और आप लोगों का तो पुनर्जन्म हुआ है लेकिन उन  सुंदर कन्याओं का नहीं और वे आज भी आज भी आपलोगो के इंतजार में  भटक रहीं थीं।अब जाकर उनका  इंतजार समाप्त हुआ है   भाइयों वे लोग आपलोगो से अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करती है।   आपलोगो को पता है  पुष्पांजलि जी  और उनकी बहने कितनी बड़ी योध्दा हैं  उनलोगो ने हमारी मौत का बदला उन राक्षसों से चुन चुन कर लिया था । और यहां तक कि उन पौराणिक राक्षसों का समुल ही नास कर दिया था । और जो लोग बचें हुए हैं  अपनी जान बचा कर  गुफाओं और कंदराओं में छुपे हुए हैं ।  और शायद राक्षसों का जो राजा है उसे भी शायद पता चल गया है कि हम वापस लौट आए हैं और फिर से वे हमला करेंगे ।  लेकिन इस बार हम उनका समूल नास कर देंगे। और तभी मैं इन सब बातों को सुनकर गुस्से से भरा उठा और गरज कर आने दो हरामियों को एक एक को जिंदा काट डालूंगा । और गुस्से से कांपने लगा और बोलने लगा कहा
 है मेरा तलवार  ।  वे क्या हम पर हमला  हम उनपर हमला करेंगे और उनका इस दुनिया से अस्तित्व मिटा देंगे।  

                          तभी पुष्पांजलि जी भी रसोईघर से वापस आ गई । और जैसे ही वे कमरे में  दाखिल होती हैं मैं दौड़कर उनसे लिपट जाता हूं और रोने लगता हूं और बोलता हूं कि पुष्पांजलि मुझे सब याद आ गया मैं उन हरामियों को छोडुगां नहीं  । मेरा तलवार कहा हैं।  चलों दोस्तों हम उनपर हमला करते हैं ।  तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं कि हम उनपर हमला जरुर करेंगे । रात काफी हो चुकी है आप सभी लोग आराम करे । सुबह हमलोग अपने महल में पहुंच जायेंगे । उसके बाद आगे कि रणनिती तय करेंगे ।   अब आप लोग अपने अपने कमरों में चलें जाइए और आराम किजिए।  शुभ रात्रि और सभी लोग अपने अपने कमरे में चलें गए। 






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English translate
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Chick Babli had got to Veeragati with me.  So both of us are reborn together.  And you have been reborn but not those beautiful girls and they were still wandering in wait for you even today. Now their wait has ended, brothers they love you more than their lives.  You know how great the wreaths are and their flowers, they have chosen to avenge our death from those demons.  And even the mythical demons were completely destroyed.  And those who are saved are saving their lives and hiding in caves and tubers.  And perhaps the king of the demons has also come to know that we have returned and they will attack again.  But this time we will put a total snuff at them.  And then, after hearing all these things, I got filled with anger and let the thunderbolts come alive and cut each one alive.  And started trembling with anger and said

 Is my sword.  Will they attack us, we will attack them and erase their existence from this world.


 Then Pushpanjali Ji also returned from the kitchen.  And as soon as they enter the room, I run and hug them and start crying and I say that I have missed the wreath, I will not leave those bastards.  Where is my sword?  Let's attack them friends.  Then Pushpanjali Ji says that we will definitely attack him.  The night is long enough for you all to rest.  We will reach our palace in the morning.  After that Ranniti will decide.  Now you guys go to your rooms and relax.  Good night and everyone went to their respective rooms.




     
धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा।



                धन्यवाद दोस्तों






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English translate
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Thanks guys, I will narrate the episode tomorrow.




 Thanks guys



Sunday, June 21, 2020

एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahendra के संग - भाग 6 अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje




            ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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 नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी का हार्दिक अभिनंदन करता हूं   जैसा कि दोस्तों आप लोगों ने पिछले अध्याय में पढ़ा कि कैसे हम सभी लोग  खाने के टेबल पर बैठ कर एक साथ खाना खा रहे हैं और सबसे बड़ी बात तो यह   थि की  हम सभी की उस जन्म की धर्म पत्नियां  हमारे साथ थी । परंतु आश्चर्य करने वाली बात यह थी कि    राजा भाई और रानी बबली जी  का जन्म आधुनिक दुनिया में एक ही शहर में कैसे हुआ था  क्या  बबली रानी जी भी हमारे साथ ही पिछले जन्म में  वीरगति को प्राप्त हुई थी ।   तब तो राजा भाई कि बले बले हैं दोनों मरे भी एक साथ थे और जन्म भी दोनों एक ही साथ लीए हैं।   वाह क्या बात है  राजा भाई  आप और बबली भाभी जी कि तो बले बले हैं और अब हमारी भी बले हों गई है ।   परंतु दोस्तों मुझे जानना था कि पिछले जन्म में हमारे साथ क्या हुआ था  और मैंने सोचा कि खाना खत्म हो सबसे पहले मैं पुष्पांजलि जी से यही सबाल पुछुंगा । और चटकारे ले लें खाने लगा  क्योंकि दोस्तों इतनी स्वादिष्ट खाना मैंने कभी खाया ही नहीं था । और एक बात बता दु  दोस्तों खाना बिल्कुल शाकाहारी था । तभी अचानक पुष्पांजलि जी मुझसे बोलती हैं कि आपने तो अपनी मन पसन्द  खिर खाया ही नहीं है  और अपने हाथों से मुझे खिर खिलाने लगती हैं और अपनी बहनों से बोलती हैं कि आप सभी लोग भी अपने पतियों को उनके मन पसन्द की खाना खिलाओ ताकि उन्हें अच्छा लगे । और मेरी प्यारी सी बबली रानी की तो बात ही अलग है  क्योंकी ये दोनों पिछले जन्म में भी एक साथ थे और इस जन्म में भी एक साथ  है । बबली मेंरी प्यारी बहना हम सभी तुम्हे बहुत याद करते थे।  और फिर पुष्पांजलि जी के आंखों से आंसु गिरने लगती हैं  और फिर वे एक दूसरे के गले लग जाते हैं । और फिर से एक बार माहौल गमगीन हो हों जाता हैं।    






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English translate
******************. Secret of Tambakhani Cave
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Hello friends, I would like to extend my heartfelt greetings to all of you, Mountain Leopard Mahendra, as you guys read in the last chapter about how all of us are eating together sitting at the dinner table and the biggest thing is that we all  The religion wives of that birth were with us.  But the surprising thing was how Raja Bhai and Rani Babli ji were born in the same city in modern world, did Babli Rani ji also get Veeragati in our previous birth as well.  Then the king brother has grown up, both the dead were also together and both are born together.  Wow, what is it, Raja Bhai, you and Babli Bhabhi ji have grown up and now we too have grown up.  But friends, I wanted to know what had happened to us in the past life and I thought that the food should be finished first.  And started eating it because I had never eaten such delicious food.  And tell me one thing, my friends were completely vegetarian.  Then suddenly Pushpanjali ji says to me that you have not eaten your choice and you start feeding me with your hands and you tell your sisters that all of you should also feed your husbands the food they like so that they are good  Began  And my beloved Babli Rani is different because both of them were together in the previous life and are also together in this birth.  We all missed you very much in Babli Meri Pyari Bahna.  And then tears start falling from Pushpanjali Ji's eyes and then they hug each other.  And once again the atmosphere becomes turbid. 





दोस्तों धन्यवाद आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा क्योंकि रात बहुत हो चुकी हैं। 

धन्यवाद दोस्तों




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English translate
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Thank you guys, I will narrate the episode tomorrow because it is too late.


 Thanks guys



Saturday, June 20, 2020

एक खतरनाक यात्रा mountain lappord Mahendra के संग भाग 6-का अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje
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      ताम्बाखानी गुफा का रहस्य

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             नमस्कार दोस्तों मैं मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का अभिनंदन करता हूं । जैसा कि दोस्तों आप लोगों ने पिछले अध्याय पढ़ा कि कैसे एक बहुत ही सुंदर सी कन्या हमारे लिए कुछ खाने को लेकर आती हैं । और उसे देखकर हमारा दोस्त टिंकू पागलों जैसी हरकतें करने लगता है । और उस कन्या के आंखों से झर झर आंसुओं की धारा बहने लगती हैं और फिर अचानक उस कन्या ने टिंकू को गले से लगा लिया और रो रो कर बोलने लगी आप मुझे छोड़कर कहां चले गए थे न जाने कितने रातें मैंने आपके बिना गुजारी है  ।जब से आप मुझे छोड़कर गऐ हैं तब से लेकर आज तक हम लोगों ने उस महल में कदम नहीं रखा है  जिस महल में हमारी शादी हुई थी । और आज भी सुनीं हैं हमलोगो कि राह देख रहीं हैं ।  और तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं हां टिंकू भईया  आप सभी लोगों की शादी हो चुकी थी और सिर्फ मेरी और उनकी शादी होनी बाकी थी । और हमारी शादी की मंडप भी और सभी लोग हम दोनों की शादी की तैयारी में जुटे हुए थे कि एक तभी एक ऐसा जलजला और तुफ़ान आया कि जिसमें हम सभी लोग एक दूसरे से बिछड़ गए। और सदियों बाद आज हम एक-दूसरे से मिले हैं।  और सदियों से हम सभी बहनें  सिर्फ रानी बबली को छोड़कर क्योंकि वह भी आप ही लोगों के साथ हमसे बिछड़ गई थी ।इसी उड़नखटोले  आप लोगों की तलाश में भटक रहे थे।  क्योंकि उसी जलजले में हमने अपने मां और पिताजी को भी खो दिया था। और यह सब बातों को बोलकर पुष्पांजलि जी रोने लगी  और बताने लगी यह मेरी सबसे छोटी बहन  अश्वगंधा हैं  और इसकी शादी टिंकू से हुई थी ।।  तभी संतोष , अखिलेश और राजा एवं रानी भी कमरे में आ जाते हैं और सभी को एक साथ देखकर अचंभित हो जातें हैं  और राजा मुझसे पुछने लगता है कि क्या हुआ यहां पर और आप सभी लोग आए तरह खड़े क्यो हो । और यह सुंदर सी कन्या कौन है जो टिंकू की हाथ पकड़े हुए हैं ।  तभी अचानक फिर से वही दरवजा अपने आप खुलने लगती हैं  और अंदर से  फिर तीन सुंदर सी कन्याये अपने हाथों में खाने की समान लेकर अंदर आती हैं  और फिर खाने को टेबल पर रख कर    । और रानी बबली को देखते ही उसके गले लग जाती हैं और अश्वगधां भी उनसे जाकर लिपट जाती हैं और एक दूसरे को देख कर रोने लगती हैं और ऐसा व्यवहार करने लगती हैं मानों कितने जन्मों से एक दुसरे से ना मिली हों । और हम सभी दोस्त उनकी हरकतें देकर अवाक थे  परेशान थे।









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Secret of Tambakhani Cave


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 Hello friends, I am Mountain Leopard Mahendra. I greet you all.  As you guys read the last chapter, how a very beautiful girl brings something to eat for us.  And seeing her, our friend Tinku starts doing crazy things.  And the tears of water flowed from that girl's eyes and then suddenly that girl hugged Tinku and started crying crying where did you leave me and don't know how many nights I have lived without you.  You have left me since then, till today we have not stepped into the palace in which we were married.  And even today we have heard that we are looking forward to the path.  And then Pushpanjali ji says yes Tinku Bhaiya all of you guys were married and only me and they were yet to get married.  And our wedding pavilion too and all the people were busy preparing for the wedding of both of us that at one time there was a storm and storm in which all of us got separated from each other.  And today after centuries we have met each other.  And for centuries, all our sisters, except Queen Babli, because she too was separated from you, were flying in search of you.  Because we lost our mother and father in the same fire.  And speaking all these things, Pushpanjali ji started crying and started saying that this is my youngest sister Ashwagandha and she was married to Tinku.  Then Santhosh, Akhilesh and Raja and Rani also come into the room and are shocked to see everyone together and the king starts asking me what happened here and why all of you guys are standing like that.  And who is this beautiful girl holding Tinku's hand?  Then suddenly the same door starts opening on its own and inside, again three beautiful girls come inside with food in their hands and then place the food on the table.  And on seeing Queen Babli, she gets hugged and Ashwagadhan also goes and hugs her and starts crying after seeing each other and behaving as if she has not met each other for so many lives.  And all our friends were speechless giving their actions.

                परंतु अब हमें भी विश्वास होने लगा था कि  यह हमारा पुनर्जन्म हुआ है  और पिछले जन्म की कुछ कुछ बातें हमें भी याद आने लगी थी । और तभी पुष्पांजलि जी कि बात वातावरण में गुंजती हैं कि दोस्तों खाना ठंडा हो जायेगी  इसलिए सबसे पहले हमलोग खाना खा लेते हैं और खाना बहुत ही स्वादिष्ट हैं क्योंकि मेरी बहनों ने मिलकर बनाया है   तभी मैं बोलता हूं हां दोस्तों हम लोगों ने कई जन्मों से इनके हाथों से बना खाना नहीं खाया है अतः सबसे पहले पेट पूजा करते हैं और फिर बातें करते हैं। नहीं तो हमारी पत्नियां हम से गुस्सा हो जाएंगी । मेरी बातें सुनकर सभी लोग ठहाके लगा कर हंसने लगते हैं ।







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But now we also started to believe that this is our rebirth and we had started to remember some things from the previous birth.  And then the matter of Pushpanjali ji is echoed in the atmosphere that friends food will be cold, so first of all we eat food and the food is very tasty because my sisters have made it together, then only I say yes friends, we have had their births for many births.  Haven't eaten food made with hands, so first of all, worship the stomach and then talk.  Otherwise our wives will get angry with us.  Hearing my words, all the people start laughing with laughter.

  

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 और सभी खाने में ्् व्यस्त हो गए।  वाह क्या स्वादिष्ट खाना बना है दिनों के बाद ऐसा खाना खाने को मिला है  जि कर रहा है कि खाना बनाने वाली का हाथों को चूम लूं । तभी अश्वगंधा जी बोलती हैं तो चुम लिजिए ना  जन्मों से जन्मों से तो मैं इसी पल का इंतज़ार कर रही थी।  और अश्वगधां की इन बातों को सुनकर टिंकू भाई शरमा जाता हैं ।  और अंगुलियों चाट चाट कर खाना खाने लगता है ।  तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं  कि आप लोगों ने तो अश्वगंधा को उसके नाम से जान लिया है  और  इन लोगों  का नाम नहीं जानेगें क्या  मैं बताती हूं मैं अपनी इन बहनों का नाम  ये है कुशुमलता  अजय जी की धर्म पत्नी, और ये  हैं चारूलता संतोष जी कि धर्म पत्नी । और ये सबसे प्यारी सी  धर्म ध्वाजा अखिलेश जी कि धर्म पत्नी ।    पता है दोस्तों  एक ओर तो पुष्पांजलि जी अपनी परिचय दे रही थी और एक ओर टेबल के नीचे अपने पैरों से मेरे पैरों को सहला रही थी और मैं शरम से लाल हुए जा रहा था। लगभग मेरे सारे दोस्तों का यही हाल था ।वे सभी लोग भी शरम से लाल हुए जा रहे थे।




धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा क्योंकि आगे और भी बहुत कुछ होने वाला था ।



              धन्यवाद दोस्तों








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And everyone got busy eating.  Wow, what tasty food is made, after days, you have got to eat such food, which is doing that I should kiss the cook's hands.  That is when Ashwagandha ji speaks, do not kiss, or from births for births, I was waiting for this moment.  And listening to these things of Ashwagadhan, Tinku Bhai is blushing.  And starts eating food by licking fingers.  Then Pushpanjali ji says that you have known Ashwagandha by her name and I will not know the name of these people. Do I tell you the name of my sisters is Kushumlata Ajay ji's religious wife, and this is Charulata Santosh ji  That Dharma wife.  And this is the most beloved religion, Dhwaja Akhilesh ji's religious wife.  You know friends, on one hand, Pushpanjali Ji was introducing herself and on the one hand, she was rubbing my feet with her feet under the table and I was going red with shame.  Almost all of my friends had the same condition. They were all going red with shame.





 Thank you guys, I will narrate the episode tomorrow because there was going to be more.




 Thanks guys

Friday, June 19, 2020

एक खतरनाक यात्रा mountain lappord Mahendra के संग भाग -6 का अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje




               ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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                   जैसा कि दोस्तों आप लोगों ने पिछले अध्याय पढ़ा कि कैसे  हम दोनों मैं और पुष्पांजलि जी  बाथरूम के अन्दर  प्रेमालिंगन और और अपने बिते हुए अतित में  के रस में खोये हुए थे । और प्रेमालाप के अंनंत गहराइयों में डुबे हुए प्रेम रस का आनंद उठा रहे थे। जैसे कि हम सदियों से सदियों से प्रेम के अंनंत गहराइयों के प्यासे थे। तभी अचानक हमारी ध्यान  दरवाज़े पर होते दस्तक पर जाता है और हम झटके से एक  दुसरे से अलग हो जाते हैं और पुष्पांजलि जी मुस्कुराते हुए और शरमाते हुए  बाथरूम से निकल कर मेन दरवाज़े की तरफ चली जाती हैं और मैं तेजी से टब से बाहर निकल कर बाथरूम का दरवाज़ा बंद कर लेता हूं ।  और ध्यान से दरवाज़े से सट के बाहर की आवाजें सुनने लगता हूं ।  अरे वाह यह आवाज तो टिंकू ,अजय भाई का लग रहा है जो लगातार मुझे आवाज दिए जा रहे थे। और बीच में बीच में मजाक भी कर रहे थे और बोल रहे थे कि पुष्पांजलि भाभी जी भी आप ही के साथ अंदर में है क्या ?  एवं पुष्पांजलि जी ने अभी तक दरवाजा क्यो नही खोला है शायद वो अपने कपड़े ठीक कर रही हों । मैं यह सब सोच ही रहा था कि तभी दरवाज़   खुलने की आवाज़ आई और   पुष्पांजलि जी  कि भी आवाज सुनाई देती हैं  वह बोलती हैं आप सभी लोगों  का हमारे कमरे में स्वागत है। अंदर आ जाइए  । और जैसे ही वे लोग अंदर आते हैं  वे कमरे की अंदर की नजारा देखकर भौंचक्के रह जाते हैं । क्योंकि उनके सामने हमारी सदियों पुरानी तस्वीर जो लगी हुई थी।  ।  आप लोग बैठ जाइए  । आप के दोस्त अभी स्नान कर रहे हैं।  इन सब बातों को सुनकर मैं तेजी से कपड़े बदलने लगा । और ध्यान ही नहीं रहा कि मैं कौन सा कपड़ा पहन रहा हूं  क्यो कि कपड़े बिल्कुल नये थे।  और इन कपड़ों को पहनने के बाद मैं बिल्कुल राजकुमार की तरह नजर आ रहा था । और इसी अवस्था में मैं बाथरूम से बाहर निकल आया । बाहर निकलते ही दोस्तों क्या व्यख्यान करूं कमरे में जितने लोग थे सभी के सभी  अचंभित हो कर मुझे देखते ही रह गए । और तभी पुष्पांजलि जी आगे बढ़ते हुए अपने आंखों से काजल निकालते हुए और मेरे गालों पर लगाते हुए बोलतीं हैं कि कहीं आपकों फिर से इस दुनिया की नजर न लग जाए । और मैं अपनी हजारों जन्मों की आप पर न्योछावर कर दूं। और मेरे गले लग जाती हैं और प्यार से मेरे माथे को चूम लेती हैं।








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English translate
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Secret of Tambakhani Cave

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 As friends, you guys read the last chapter, how we and I were lost inside the bathroom of Premlingan and the juice of our past.  And enjoying the love juice immersed in the deep depths of courtship.  As if we were thirsty for everlasting depths of love for centuries.  Then suddenly our attention goes to the knock at the door and we are separated from each other with a jerk and the wreath goes out of the bathroom smiling and blushing and towards the main door and I quickly get out of the tub.  I close the bathroom door.  And listen carefully to the sounds outside the door.  Oh wow this voice sounds like Tinku, Ajay bhai, who was constantly giving me voice.  And in between, we were joking in the middle and were saying that Pushpanjali Bhabhi ji is also with you inside.  And why has Pushpanjali Ji not opened the door yet, she may be doing her clothes properly.  I was thinking all this when the sound of the door opening came and any voice of Pushpanjali ji is heard, she says that you all are welcome in our room.  come inside  .  And as soon as those people come in, they are stunned by the view inside the room.  Because in front of them was our centuries old picture.  .  You guys sit down.  Your friends are taking a bath right now.  Hearing all these things, I started changing clothes fast.  And I could not care what clothes I am wearing because the clothes were brand new.  And after wearing these clothes I looked exactly like a prince.  And at this stage, I came out of the bathroom.  As soon as I came out, what should I tell my friends? All of the people in the room were taken aback by the surprise.  And then Pushpanjali ji goes ahead, while removing the mascara from her eyes and applying it on my cheeks, she says that you will never see this world again.  And let me sacrifice my thousands of births on you.  And hugs me and kisses my forehead with love.


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  और फिर मुझसे बोलती हैं कि आप के दोस्त आप का इंतजार कर रहे।  और मेरे दोस्त  दौड़ कर मेरे गले लग जाते हैं । और मजाक करते हुए  मुस्करा कर बोलते हैं भाई एक दम राजकुमार लग रहें हों । और तभी हम सभी को खोजते हुए राजा भाई , अखिलेश भाई  संतोष भाई , और रानी भी हमारे कमरे में पहुंच जाती हैं और कमरे का नजारा देखकर वे लोग भी अचंभित रह जाते हैं । तभी पुष्पांजलि जी उनलोगो का स्वागत करते हुए बोलतीं हैं आप सभी बैठिए मैं आप लोगों के लिए कुछ खाने की व्यवस्था करतीं हूं।ं और दिवाल पर लगे हुए एक बटन को दबाती है और तभी चमत्कार होता हैं और सामने बाला दरवाजा अपने आप खुलने लगता है  और उसमें से एक बहुत ही सुंदर सी कन्या  हाथों में खाने की समान लेकर अंदर आती हैं  और सामने रखें टेबल पर रख ते हुए बोलतीं हैं  आप सभी लोगों को प्रणाम करती हूं और  टिंकू को देखते ही रह जाती हैं। और टिंकू भी उसे देखकर पागलों जैसी हरकतें करने लगता है और सबको बोलने लगता है  कि अरे भाइयों यह तो वही लड़की है जिसकी तस्वीर मेरे कमरे में मेरे साथ बनी हुई हैं  और तस्वीर कैसे बाहर आ गई । और पागलों की तरह उसके आगे पीछे घुमने लगा । यह कोई और नहीं बल्कि आपकी उस जन्म की धर्म पत्नी और सदियों से आप की इंतजार कर रही है।












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English translate
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And then she tells me that your friends are waiting for you.  And my friends run and hug me.  And jokingly, he says with a smile that the brother seems to be a prince.  And then, while searching for all of us, Raja Bhai, Akhilesh Bhai Santosh Bhai, and Rani also reach our room and they are also taken aback by the view of the room.  Then Pushpanjali ji welcomes them and says, all of you sit, I make arrangements for you to eat something. And presses a button on the wall and then miracles happen and the door opens automatically.  And out of that, a very beautiful girl comes in with the same food in her hands and speaks while keeping it on the table in front of you.  And Tinku, seeing her, starts acting like crazy and everyone starts saying that hey brothers, this is the same girl whose picture is made with me in my room and how the picture came out.  And began to wander madly behind him.  This is nobody else but your righteous wife of that birth and has been waiting for you for centuries.







 धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा क्यो कि आगे कि कहानी बहुत ही रोमांचक होने वाली है।



धन्यवाद




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Thank you guys, I will narrate the incident tomorrow because the story ahead is going to be very exciting.




 Thank you

Thursday, June 18, 2020

एक खतरनाक यात्रा mountain lappord Mahendra के संग _भाग 6 का अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje




  ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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  जैसा कि दोस्तों आप लोगों ने पिछले अध्याय में पढ़ा कि मैं पुष्पांजलि जी के कहने पर  आराम करने के लिए पलंग के उपर सो गया । और वह मेरे सर को हल्के हल्के सहलाने लगी जिससे मुझे कब नींद आ गई मुझे पता ही नहीं चला और गहरी नींद में सो गया था।  और फिर अचानक एका एक बहुत देर के बाद मेरी निंद खुली । और उस समय कमरे में कोई नहीं था मेरे सिवा और मुझे जोरों से  बाथरूम महसूस हो रहा था । और मैं इधर उधर बाथरूम खोजने गा  । तभी कोने में मुझे एक दरवाजा नज़र आया  और मैं उस दरवाज़े की तरफ़ चल पड़ा  और दरवाजा खोलते ही मेरे होश उड़ गए क्योंकि दरवाज़े के एक बहुत लाजवाब  बाथरूम बना हुआ था सभी तरह के शुख सुबिधाओ से परिपूर्ण ।    और दोस्तों सबसे पहले मैं  बाथरूम किया और उसके बाद मुझे नहाने का मन करने लगा । क्योंकि दोस्तों न जाने कितने दिनों से मैंने स्नान नहीं किया था  । इसलिए कपड़े उतार कर स्नान करने के लिए सोचने लगा।  और   सबसे पहले टब में मैंने पानी भरा  और कपड़े उतार कर टब में  उतर गया  वाह मजा आ गया दोस्तों   , वाह क्या गुन गुना पानी है न ज्यादा गर्म न ज्यादा ठंडा । मज़
 आ गया । शरीर के सारे दर्द और थकावट  जादू कि तरह गायब हो गया था । वाह मजा आ रहा था दोस्तों स्नान करने में ।   वाह क्या जिंदगी है दोस्तों  उड़नखटोले में उड़ते हुए स्नान करने का ।  क्या बताऊं दोस्तो इसी उधेड़बुन में मैं बाथरूम का दरवाजा बंद करना ही भुल गया था । और मैं मस्ती में स्नान किये  जा रहा था । तभी अचानक मेरी नज़र दरवाज़े की ओर  पड़ती हैं  और मैं बुरी तरह से सकपका जाता हूं क्योंकि दरवाज़े पर  पुष्पांजलि जी कब से आकर खड़ी थी मुझे पता ही नहीं चला । और पुष्पांजलि जी मेरी इस हालत को देखकर ज़ोर से ज़ोर से हंसने लगी जैसे कि वो मेरी धर्मपत्नी हो । और शायद हों भी पिछले  जन्म कि । और मैं यह सब सोच ही रहा था कि वह मुझसे बोली अच्छा बाबा मैं बाहर जाती हूं और आपके लिए कपड़े लेकर आती हूं । और वह बाहर चली जाती हैं । और मैं उनको देखते ही रह जाता हूं। 





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English translate
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Secret of Tambakhani Cave

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 As you guys read in the last chapter, I slept on the bed to rest on Pushpanjali Ji's suggestion.  And she started caressing my head lightly so that I could not know when I fell asleep and slept in deep sleep.  And then suddenly after a long time my sleep opened.  And at that time there was no one in the room except me and I was feeling the bathroom in full swing.  And I sing here and there to find the bathroom.  Then I saw a door in the corner and I walked towards that door and as soon as I opened the door, my senses flew away, because a very beautiful bathroom was made of the door, full of all kinds of beautiful furnishings.  And friends first I went to the bathroom and after that I felt like taking a bath.  Because friends, I did not take bath for how many days.  So thinking to take a bath and take a bath.  And first of all, I filled water in the tub and got down in the tub and enjoyed it. Guys, wow what a lot of water is neither hot nor too cold.  Fun

 have arrived .  All the pain and exhaustion of the body had vanished like magic.  Wow I was enjoying taking a bath.  Wow, what a life, friends, to take a bath in a flying avatar.  What should I tell friends, I forgot to close the bathroom door in the same turmoil.  And I was taking a bath in fun.  Suddenly my eyes turn towards the door and I get shocked badly because I did not know from when the wreath was standing at the door.  And Pushpanjali ji, seeing my condition, started laughing out loud as if she was my wife.  And maybe even a past life.  And I was just thinking that she said to me, good Baba, I go out and bring clothes for you.  And she goes out.  And I just keep looking at them.

 






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  दोस्तों मैं यह सोच ही रहा था कि वह अतिशीघ्र  ही कपड़े लेकर वापस अंदर आ जाती हैं और मेरे काफी नजदीक आ कर कपड़ मुझे देते हुए बोलतीं हैं आप कपड़े बदल लो । दोस्तों क्या व्यख्यान करूं पुष्पांजलि जी इतनी करीब थी  मेरी  कि उनकी गर्म गर्म सांसें मेरी होंठों से टकरा रही थी  और पुष्पांजलि मेंरे और भी करीब आती जा रही थी जिससे मेरी दिल की धड़कन और भी तेज होती जा रही थी। और मैं बेकाबू होते जा रहा था। और मेरी सांसें उनके सांसों से टकराती जा रही थी। और मैं पुरी तरह से बेकाबू हो चुका था। क्योंकि वह मेरे इतनी करीब आ चुकी थी कि मैं अपना होश गंवा चुका था। और मैं पुरी तरह से टमाटर की तरह लाल हो चुका था।। और मेरी नजरें  उनकी आंखों पर से हट नहीं रही थी। और उनकी गालो का रंग पुरी तरह से गुलाबी हो चुकी थी । और मैं अपने दोनो कांपते हाथों से  उनके कमर को पकड़ कर अपने बाहों कस कर दबोच लिया और वो भी मुझसे लिपट गई और मैं अपने गर्म गर्म होंठों उनके होंठों पर रख दिया।   और ऐसा लगने लगा जैसे मैं स्वर्ग में पहुंच गया हूं। और कई जन्मों की यादें मेरे दिमाग में कौंधने लगी। और धीरे धीरे मैं अपना होश खोते चला गया।   और तभी किसी ने दरवाजे पर दस्तक दिया ।वो महेंद्र भाई कहा हों दरवाजा खोलो । और पुष्पांजलि भाभी जी भी साथ में है क्या? 









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Friends, I was thinking that she comes back with clothes as soon as possible and coming close to me, she gives me clothes and says, change your clothes.  Friends, what should I say, Pushpanjali ji was so close to me that his warm hot breaths were hitting my lips and the wreath was getting closer to me, making my heartbeat even faster.  And I was becoming uncontrollable.  And my breath was getting hit by his breath.  And I was completely out of control.  Because she had come so close to me that I had lost my senses.  And I was completely reddened like tomatoes.  And my eyes were not turning away from his eyes.  And his cheek color was completely pink.  And with both my trembling hands, I grabbed her waist and grabbed my arms tightly and she too clung to me and I put my hot hot lips on her lips.  And it seemed as if I had reached heaven.  And the memories of many births started flaring in my mind.  And slowly I went on losing my consciousness.  And then someone knocked on the door. They said Mahendra Bhai, open the door.  And is Pushpanjali sister-in-law also together?




  
दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा। कि दरवाज़े पर किसने दस्तक दी ।


                   धन्यवाद दोस्तों




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Friends, I will narrate the episode tomorrow.  Who knocked on the door.



 Thanks guys




Ek yatra khajane ki khoje me

एक यात्रा माउंटेन लेपर्ड महेन्द्रा के संग

          ( एक यात्रा माउंटेन लेपर्ड महेन्द्रा के संग )                          www.AdventurSport.com सभी फोटो झारखणड़ के...