Saturday, June 27, 2020

एक खतरनाक यात्रा mounten lappord Mahendra के संग भाग-6 का अगला अध्याय

 Ek yatra khajane ki khoje


  ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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🙏🙏नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं।  जैसा कि दोस्तों कल आपलोगो ने पढ़ा था कि कैसे हम सभी लोग अपने स्वागत  से अभिभूत हो कर  अपने संगी संबंधियों से मिल रहे थे । और हम भावुक होते भी क्यो नही सदियों बाद जो मिल रहें थे ।  और हम सभी हर एक  समान को छू छू कर महसूस करने की कोशिश कर रहे थे जैसे हम छोड़कर गये थे । तभी अचानक मेरी नज़र  महल के बीचों बीच बनें  शादी की मंडप पर जाती हैं और मैं चौंक जाता हूं  और पुष्पांजलि जी के हाथों कोशिश पकड़ते हुए दौड़कर उस मंडप के पास पहुंच जाता हूं  और उनसे पुछता हुं  कि हमारी शादी की मंडप अभी तक जस का तस यहीं पर मौजूद हैं  और मैं शादी के मंडप में धड़ाम सा बैठ जाता हूं   और सुनहरे अतीत के पन्नों में खो जाता हूं ।  
                             दोस्तों बात उस समय की है जब हम सभी महाराज के साथ राजदरबार में बैठे हुए थे और महाराज की आज्ञानुसार  हम सभी भाई   दण्डक वन में शिकार पर जाने की योजना बना रहे थे  । और महाराज यानी हमारे पिता श्री दिशानिर्देश दे रहे थे । और बता रहे थे कि दण्डक वन कितना ख़तरनाक है क्योंकि उस जंगल में बहुत ही खतरनाक  जानवरों और राक्षसों का बसेरा था । और जंगल के बीचों-बीच रहने वाले  आदमखोर कबीले वाले बहुत ही खतरनाक थे  । और माना जाता है कि राक्षस राज वाणासुर इसी कबीले का  निवासी था । जिसने तिनों लोक में हाहाकार मचा के रखा था।  यानी एक आम इंसान के लिए इन जंगलों में जाना  मौत के मुंह में जाने के बराबर था । और सबसे ख़तरनाक बात थी उन जंगलों में  खुनी वर्षा का होना  और जो लोग  खुनी वर्षा में फस जाते थे उनका पूरा शरीर गलने लगता था। यानी पुरा का पुरा जंगल खतरो से भरा हुआ था । और इन जंगलों में खतरनाक गुफाओं और कंदराओं का जाल बिछा हुआ था  । और इन गुफाओं और कंदराओं में जो एक बार फस जाता था वे कभी बाहर नहीं निकल पाते थे और उनकी  उन्हीं कंदराओं में  भटक भटक के मौत हो जाती थी और नहीं तो उन कंदराओं में रहने वाले   खतरनाक और रहस्यमई  गुफा मानवों द्वारा  जो कि कंदराओं से कभी बाहर नहीं निकलते थे  के द्वारा उनका शिकार कर लिया जाता था। । ये न तो जानवर थे और नहीं इंसान । चिपचिपे और हमेशा अंधेरे में रहने वाले  गन्दे और  आदमखोर जीव।   तभी पिता श्री बोलते हैं कि  आप लोग तैयार हो न दण्डक वन जाने के लिए  या फिर डर गये ।  महाराज की  बातें सुनकर   दरवार में मौजूद सभी सभागण ठहाके लगाकर हंसने लगते हैं ।      



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Secret of Tambakhani Cave

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 Hello friends, I am a mountain leopard Mahendra hearty greetings to all of you.  As friends, yesterday you read how all of us were overwhelmed by our welcome and were meeting our fellow relatives.  And even though we were emotional, we were meeting after centuries.  And all of us were trying to feel like touching each and every one as we left.  Suddenly my eyes go to the wedding pavilion in the middle of the palace and I am shocked and rushing to Pushpanjali ji and reach near that pavilion and ask him that our wedding pavilion is still intact  It is here that I sit in the wedding pavilion and get lost in the golden past.

 Friends, it is about the time when all of us were sitting in the court with Maharaj and according to Maharaj's knowledge, all of us were planning to go hunting in Dandak forest.  And Maharaj i.e. our father Shri was giving directions.  And were telling how dangerous the Dandak forest is because that forest had very dangerous animals and demons inhabited.  And the man-eating clan living in the middle of the forest was very dangerous.  And it is believed that Rakshasa Raj Vansura was a resident of this clan.  Who created a ruckus among the three folk.  That is, for a common man, going to these forests was equivalent to going to death.  And the most dangerous thing was the presence of dry rain in those forests and the whole body of people who used to get caught in the dry rain started melting.  That is, the entire forest of Pura was full of dangers.  And in these forests there was a network of dangerous caves and tubers.  And in these caves and tubers, once they were caught, they could never get out and they would go astray in the same tendons and otherwise they would be dangerous and mysterious cave dwellers living in those tents,  They were hunted by not coming out.  .  These were neither animals nor humans.  Gummy and man-eating creatures sticky and always in the dark.  That is when Father Shri says that you are ready to go to Dandak forest or you are scared.  Hearing Maharaj's words, all the auditoriums present in the court started laughing and laughing


और हम सभी भाई उनकी  हंसी सुनकर  थोड़ी देर के लिए झेंप जातें और जल्दी ही संभलते हुए  खड़े
 होकर अपने तलवारों को  हाथ में लेकर मैं ज़ोरदार आवाज में बोलता हूं कि मैं जरूर जाउंगा  दण्डक वन। शिकार खेलने  और अपने आप को साबित करने की हम सभी भी  महान योद्धा हैं और जोरदार आवाज में जय मां काली का उदघोष करता हूं । और मेरे भाई भी मेरा साथ देते हैं ।  तभी महाराज बोलते हैं  आप सभी अपना आसन ग्रहण करे और उतावले ना हो ।  राजकुमार महेंद्र  , राजकुमार राम कुमार , राजकुमार टिंकु , राजकुमार संतोष , राजकुमार अजय एवं राजकुमार अखिलेश आप सभी दण्डक वन  ज़रूर  शिकार खेलने जाइएगा । परंतु वहां जाने से पहले वहां की संपूर्ण जानकारी  अपने बड़े पिता श्री , एवं छोटे चाचाओ से लें लिजिए  क्योंकि वे लोग दण्डक वन के चपे चपे से वाकिफ हैं और दण्डक वन में रहने वाले कई  खतरनाक राक्षसों   , जानवरों   एवं उन कंदराओं में रहने वाले  रहस्यमई  जीवों का शिकार किया है  वे बहुत ही अनुभवी और चालाक योद्धा हैं ।   अतः उनका अनुभव आपलोगो को काम देगा । इसलिए सबसे पहले आप सभी लोग उनसे प्रशिक्षण हासिल कर  लें । उसके बाद दण्डक वन जाने की तैयारी किजिएगा। और फिर बड़े पापा और आपस में मंत्रणा करने लगते हैं । और सेनापति को आज्ञा देते हैं कि राजकुमारो की प्रशिक्षण की तैयारी की जाए । और इन लोगों को  सुबह सुबह प्रशिक्षण के लिए लें जाया जाए। और इसके बाद दरवार में बैठक समाप्त हो जाती हैं और हम सभी लोग अपने अपने कक्ष की ओर प्रस्थान कर जाते हैं । और पिता श्री एवं बड़े पिता श्री और सभी लोग भी अपने अपने कमरों की ओर प्रस्थान कर जाते हैं । हम सभी भाई अपने कमरे में पहुंच कर कल सुबह सुबह के प्रशिक्षण और उसके बाद दण्डक वन के यात्रा के बारे में गुप्तगू करने लगते हैं ।कि तभी माता श्री हमारे कमरे में प्रवेश करती हैं और बोलती हैं कि मैं यह क्या सुन रही हूं कि आप लोग उस खतरनाक दण्डक वन की यात्रा पर जा रहें हों । मुझसे बिना आज्ञा लिए हुए  तभी  बड़ी मां छोटी मां   सभी लोग गुस्से में लाल हुए हमारे कमरे में प्रवेश करती है । और बोलती हैं कि आप लोगों को कौन बोल रहा है उस दण्डक वन की यात्रा पर जाने के लिए । आप लोगों को कहीं भी नहीं जाना है । आपलोग चलिए खाना खाने  हम सभी वहीं पर  महाराज और इन सभी के पिताजी से से पुछते है कि कैसे आप लोगों को  दण्डक वन की यात्रा पर जाने को कह रहे हैं ।  चलिए दीदी  उनलोगो से पुछते हैं कि कैसे हमारी आज्ञा के बिना हमारे बच्चों को शिकार खेलने के लिए दण्डक वन जाने का आदेश निकाल दिया गया है । आज हम सभी मिलकर उनकी खबर लेते हैं ।  और हम सभी लोग अपनी माताओं के पिछे पिछे  खाना खाने के लिए चल पड़ते हैं ।आभी तो बहुत ही मजा आने वाला था।। क्योंकि अभी माता जी और पिता श्री मे नोक झोंक होने वाला था । 



____________________________________________________ English translate

 And all of us brothers listen to their laughter and blush for a while and stand up soon

 Taking my swords in my hand, I say in a loud voice that I will definitely go to Dandak forest.  All of us are also great warriors to play hunting and prove ourselves, and in loud voice, I proclaim Jai Maa Kali.  And my brothers also support me.  Only then, Maharaj says that all of you should take up your seat and are not impatient.  Rajkumar Mahendra, Rajkumar Ram Kumar, Rajkumar Tinku, Rajkumar Santosh, Rajkumar Ajay and Rajkumar Akhilesh will all go to Dandak Forest for hunting.  But before going there, take the complete information from your elder father Shri and younger uncles because they are aware of the pastures of Dandak forest and many dangerous demons, animals and mysterious creatures living in Dandak forest.  They are very experienced and clever warriors.  Therefore, their experience will work for you.  So first of all you all get training from them.  After that, prepare to go to Dandak forest.  And then the eldest father and they start to consult among themselves.  And commands the commander to prepare for training of princes.  And these people should be taken for training in the morning.  And after this, the meeting ends in the court and we all leave towards our respective rooms.  And father Shri and elder father Shri and all the people also depart towards their respective rooms.  All of us brothers reach our room and start secretly about morning training and after that visit to Dandak forest. That is when Mata Shree enters our room and says what I am hearing that you  People are going on a journey to that dangerous Dandak forest.  Without taking permission from me, then the elder mother, the younger mother, all the people enter our room in red with anger.  And she says who is speaking to you to go on a journey to the Dandak forest.  You people don't have to go anywhere.  Come on, you all ask us to ask the chef and father of all these people how you are asking people to go to Dandak forest.  Let us ask Didi how people without our permission have been ordered to go to Dandak forest for hunting.  Today we all meet and take their news.  And all of us start walking behind our mothers to eat food. Now it was going to be very fun.  Because right now there was going to be nozzle in my mother and father.




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 धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा क्योंकि कहानी में बहुत ही मजा आने वाला है । 


धन्यवाद दोस्तों


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English translate
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Thank you guys, I will narrate the episode tomorrow because the story is going to be very fun.



 Thanks guys

Friday, June 26, 2020

एक खतरनाक यात्रा mountain lappord Mahendra के संग भाग -6 का अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje



                           ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं  जैसा कि दोस्तों कल आप लोगों ने पिछले अध्याय में पढ़ा कि कैसे हम सभी लोग  गमगीन माहौल में  सदियों से बिछड़े अपने पिछले जन्म के संगे संबंधियों से  मिलने के बाद हमारे आंखों के आंसुओं का सैलाब रूकने को नहीं रूक रही थी । और हम सभी लोग एक दूसरे की आंसुओं को पोछ रहें थे । और वहां के रहने वाले लोगों का भी यही हाल था  । वे सभी भी अपने आंसुओं को रोक नहीं पा रहे थे। उनके आंखों से भी आंसुओं के सैलाब बह रहें थे । और सभी लोग हमें घेरे हुए थे  । और सभी लोग हमसे बातें करना चाहते थे । और सभी लोग मिलकर हमे अपने कंधे पर उठा लिए थे ।हमारा जयघोष करने लगे थे । तभी महाराज की कड़कदार आवाज सुनाई देती हैं । और सभी लोग उनकी ओर देखने लगते हैं । और फिर वे बोलते हैं कि हमारे बच्चों को कंधे पर पर ही उठाये रखो गे आपलोग की आरती भी उतारोगे । और फिर वे महारानी जी को संबोधित करते हुए बोलते हैं कि महारानी जी आप सबसे पहले  हमारी बहुओं और बेटो का आरती  उतारिए और इन्हें महल के अंदर ले चलिए । थक गए होंगे ये लोग । क्योंकि बहुत ही लम्बा सफर तय कर के आ रहें हैं ये लोग ।  उनकी बातें सुनकर मां और बड़ी मां ने हम सब कि आरती उतारी और तिलक लगाकर हमारे लिए स्वागत गीत गाई गई। और फिर क़िले के दरवाजे से लेकर  हमारे महल के दरवाजे तक बांस का बना हुआ दौरा  रखा गया । जिसमें हमे पांव रखकर महल में पहुंचना था । ंऔर  यह प्रक्रिया होने से पहले  एक बड़ा सा थाल या फिर जिसे परात कहते हैं जो कि पितल का बना होता है लाया गया । जिसमें लाल रंग भरा हुआ था । और सबसे पहले पुष्पांजलि जी और उनकी बहनों की पैरों को रंगा गया । क्योंकि वे लोग इस राजघराने की बहूएं थी और और हम सभी की धर्म पत्नियां   उनके पैरों को रंगने के  बहुत ही खूबसूरत सा दिखने वाले चुनरियों को उनके सर पर रखा गया । जिससे वे सभी बहनें नई नवेली दुल्हन की तरह दिखने लगी । बहुत ही खूबसूरत लग रही थी वे ।  पता है दोस्तों आप लोगों को बांस की टोकरियों इस तरह सजा कर रखा गया था कि हम सभी एक साथ महल के अंदर पहुंचते ।  तभी बड़ी मां बोलती हैं बेटी सबसे पहले आपलोग  पितल के लोटे में रखें हुए चावल को अपने दाहिने पैर के अंगूठे से नीचे गिरा दिजिए और अपने पैरों को  टोकरी में रखेंगे और आप लोग अपनी  पत्नियों के पिछे पिछे आगे बढ़ेंगे  । और फिर उनके चुनरियों के साथ हमारे  शेरवानी के दुपट्टे के साथ बांध दिया गया । और फिर हम अपनी पत्नियों के पिछे पिछे टोकरियों में पैर रखते हुए आगे बढ़ने लगे ।  और महलों के छतों में मौजूद नर और नारियां हम फुलों की वर्षा करने लगे । और हमारे लिए झुम झुम कर ढोल और मंजिरो और नगाड़ों के साथ स्वागत गीत गाने गाने लगे ।क्या बताऊं दोस्तो इस समय पुरा का पुरा माहौल खुशियों से भरा हुआ था ।।





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English translate
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Secret of Tambakhani Cave

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 Hello friends, I am a mountain leopard Mahendra, a warm welcome to all of you, as friends, you read in the last chapter, how we all have tears of our eyes after meeting with relatives of our previous birth, who have been separated for centuries in an inconsiderate atmosphere.  The flood of water was not stopping.  And we were all wiping each other's tears.  And the people living there had the same condition.  Not all of them could stop their tears.  There was a flow of tears from his eyes as well.  And all the people surrounded us.  And everybody wanted to talk to us.  And all the people together had lifted us on their shoulders. We started crying.  Then the loud voice of Maharaj is heard.  And everybody starts looking at them.  And then they say that keep our children on your shoulder, you will also perform aarti for your people.  And then, while addressing Maharanji, he says that Maharanji, you should first perform the aarti of our daughters-in-law and beto and take them inside the palace.  These people must be tired.  Because these people are coming after traveling a long way.  Hearing their talk, mother and elder mother performed the aarti of all of us and sung a welcome song for us by applying tilak.  And then a tour made of bamboo was placed from the door of the fort to the door of our palace.  In which we had to reach the palace with our feet.  And before this process was done, a big plate or what is called parat which was made of bile was brought.  Which was filled with red color.  And the first wreath was painted on the feet of Ji and his sisters.  Because they were the daughters-in-law of this royal family, and the religious wives of all of us, very beautiful looks of their feet were painted on their heads.  Due to which all those sisters started looking like new fledgling brides.  She looked very beautiful.  You know friends, you were decorated with bamboo baskets in such a way that we would all reach inside the palace together.  Then the elder mother says, daughter, first of all, you put the rice in the pit of lotus, drop it down with your right toe and put your feet in the basket and you will move forward behind your wives.  And then tied them with our sherwani dupatta.  And then we started moving forward with our wives in the baskets.  And the males and females present in the roofs of palaces, we started showering flowers.  And for us Jhum Jhum Kar Dhol and Manjiro and welcome songs with Nagadas began to sing. What can I tell friends? The whole atmosphere of Pura was full of joy at this time.


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   दोस्तों   और हम सभी एक एक टोकरियों मैं अपने पैरों को रखते हुए आगे बढ़ते जा रहे हैं बढ़ते जा रहे हैं और लगभग 100 टोकरियों को पार करके   हम सभी महल के दरवाजे पर पहुंच ही गए।  भाइयों क्या बोलु महल का रौनक देखते ही बन रहा था । तभी हमारी नजर  महल के मुख्य दरवाजे पर पड़ती है । और हम सभी   आश्चर्य चकित होकर देखते ही रह जाते हैं वहां पर हमारी बहनें  आप को याद दिला दूं  पिछले जन्म कि    और  जो घर पर थी दोनों एक समान थीं  ।  सिर्फ  स्थान अलग-अलग थे।  और  जिन्दगी एक  परन्तु शरीर दो अलग-अलग जगहों पर मौजूद थी।  दोस्तों कभी कभी तो लगता है जैसे हमलोग गहरी नींद में सोये हुए हैं और सपनों की दुनिया में खोये हुए हैं  । दोस्तों अलग बात यह है कि   इस जिंदगी में   पुष्पांजलि जी हमारे साथ नहीं थी लेकिन इस लोक में आते ही   पुष्पांजलि जी हमारे  जिंदगी में  आ जाती हैं  और हमारी जिंदगी में एक नई उम्मीद लेकर   ।  तभी   हमारी बहनों की आवाज ने हमे उनकी ओर  आकर्षित किया  जो दौड़कर सिढ़ियो से उतर रही थी  और निचे आते ही हमारे गले लग गई ।  और शिकायत करने लगीं हमे छोड़कर कहां चल गये थे भईया । हम हर राखी पुजा पर आपलोगो की राह देखते देखते रहती थी ।  और अंत में अपनी भाभियों को राखी बांध कर  संतोष करके रह जाती थी । और हमे पुरा विश्वास था कि आप सभी एक दिन  वापस जरूर आयेंगे । और आज हम सभी बहनें धन्य हो गई वापस अपने भाइयों को पाकर ।                                         


   



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English translate
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Friends and we all keep moving our feet in each basket, we are moving forward and after crossing 100 baskets we all reached the palace door.  Brothers, Bolu was being built on seeing the beauty of the palace.  That is when our eyes are on the main door of the palace.  And all of us are amazed at the surprise there, let our sisters remind you that both the previous birth and the one at home were identical.  Only the locations were different.  And life was present in one but two different places.  Friends, sometimes it seems like we are fast asleep and lost in the dream world.  Friends, the different thing is that Pushpanjali ji was not with us in this life, but after coming to this world, Pushpanjali ji comes into our life and with a new hope in our life.  Then the voice of our sisters attracted us to those who were running down the stairs and embraced us as soon as they came down.  And started complaining where did we leave us brother?  We used to keep looking at people on every Rakhi Puja.  And in the end, she tied her rakhi to her sisters-in-law and lived with satisfaction.  And we fully believed that all of you would definitely come back one day.  And today all our sisters are blessed after getting their brothers back.

   

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और इसके बाद  हमारी बहनों ने    हमारे माथे पर तिलक लगाकर  अपने भाभियों के साथ हमे महल के अंदर ले गईं । महल के अंदर आते ही   हम पुरी तरह से भावुक हो हों चुके थे क्योंकि यह वही जगह था  जहां हम भाइयों और बहनों के साथ खेला करते थे ।  और सबसे बड़ी बात यह थी महल के दिवारो पर  हमारी बड़ी बड़ी तस्वीरें लगी हुई थी जो बचपन से लेकर जवानी तक के थे ।  इन सबमें सबसे प्यारी तस्वीरें  थी जिसमें हम सभी अपने अपने पिताजी के गोद में बैठे हुए थे और एक तस्वीर में हम सभी भाई बहनें   बड़े पापा  के कंधे पर पर बैठे हुए थे ।  बहुत ही भावुक करने वाला पल था ।  


धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा ।

           धन्यवाद दोस्तों

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English translate
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And after this our sisters put tilak on our forehead and took us inside the palace with their sisters.  We had become completely emotional as soon as we came inside the palace because it was the place where we used to play with brothers and sisters.  And the biggest thing was that there were big pictures of us on the walls of the palace, which were from childhood to youth.  The most beloved of these was the pictures in which we were all sitting on our father's lap and in one picture all of us siblings were sitting on the shoulder of the elder father.  It was a very emotional moment.



 Thank you guys, I will narrate the episode tomorrow.


 Thanks guys

Thursday, June 25, 2020

एक खतरनाक यात्रा mountain lappord Mahendra के संग भाग 6- अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje





          ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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   नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं । जैसा कि दोस्तों आप लोगों ने पिछले अध्याय में पढ़ा कि कैसे मैं अतित के सपने में खोया हुआ था कि तभी पुष्पांजलि जी की आबाज सुनाई देती हैं कि चलें हमलोग महल में वहां पर सभी लोग हमारा  राह देख रहे होंगे।  और हम सभी लोग महल की ओर बढ़ने लगते हैं ।   दोस्तों  आगे आगे हम चल रहे थे और पिछे पिछे हमारी सेना कदम से कदम ताल मिलाते हुए आगे बढ़ रही थी । उनके भारी जुतों की आवाज से मानो लग रही थी कि भुचाल आ गई हों । और पुल थर थर कांप रही थी । मानो अब गीरी की तब गीरी  । लेकिन भाईयों यह सिर्फ एक पुल ही नहीं थी बल्कि एक महा विशालकाय पुल थी  । और  इस पुल को बनाने वाले लोग भी इस पौराणिक पुल की ही तरह महान इंजिनियर होगें । तभी तो इतना शानदार निर्माण कर पाये होंगे । तभी राजा भाई मेरे कंधे पर हाथ रखते हुए कहता है  कि भाई हम सभी लोग तो यहां पर आकर एक तरह से पिछले जन्म में वापस आ गये हैं । और शायद महल में पहुंचने के बाद  हमारे धर्म पत्नियों की ही तरह हमारे माता-पिता भी  जीवित होंगे ।  तों हमारे इस जन्म के माता-पिता का क्या होगा जो हमारे इंतजार में घर पर  परेशान होंगी । क्योंकि हमे घर से निकले हुए महिनों बित गया है ।  पिता जी गुस्से से लाल हो रहें होंगे । और लाठी लेकर हमलोगो का इंतजार कर रहे होंगे । हमारी बातें सुन कर बबली भाभी बोलती हैं  कि पापा तो मुझे घर में ही नहीं घुसने नहीं देंगे । और जब उन्हें पता चलेगा कि हम दोनों पिछले जन्म के पति पत्नी है तो मजा आ जायेगा । और जब मैं उन्हें अपने पिछले जन्म कि कहानी सुनाऊंगी तो वे लोग अचम्भित हों जाएंगे ।कि कैसे मैं महासंग्राम में युद्ध करते हुए एक महान योद्धा की तरह  ब्रह्मास्त्र के द्वारा अपने पति देव के साथ साथ वीरगति को प्राप्त हो गई थी । तभी टिंकू भाई बोलता है कि वो सब तो ठीक है भाभी जी  लेकिन अभी तो वे लोग परेशान ही हों रहें होंगे । और तो और वे लोग पुलिस में रिपोर्ट दर्ज भी करबा दिया होगा कि हम सभी लोग पहाड़ों में कहीं खो गये हैं । तभी संतोष भाई बोलते हैं कि और तो और अभी तक तो हमारी खोज में पर्वतारोहीयो का दल भी निकल पड़ा होगा हमारी खोज खबर लेने । तभी अखिलेश भाई बोलते हैं कि लेकिन वे लोग यहां तक पहुंच ही नहीं पायेंगे । और हम सभी लोग बातें करते करते महल के दरवाजे पर कब पहुंच गये पता ही नहीं चला क्योंकि हम सभी लोग बातें करने में ध्यानमग्न थे। कि तभी भोपूओ एक प्रकार का बाजा  और नगाड़ों की आवाज ने हमारा ध्यान तोड़ दिया  । इन नगाड़ों की आवाज सुनकर ऐसा लग रहा था कि कि मानों हम किसी महासंग्राम के लिए प्रस्थान कर रहे हों । और तभी महल का दरवाजा खुलता है और हम पर फुलों की वर्षा होने लगती हैं और शंखों की ध्वनी पुरे वातावरण को गुंजायमान किये हुए थी  । और महल के अंदर की ओर जाने वाली रास्ते के दोनों ओर  वहां की जनता हमारी उदघोष कर रही थी। और उनकी पलके हमे देखने के लिए उतावले हुए जा रही थी । 




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Secret of Tambakhani Cave

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 Hello friends I extend my hearty greetings to all of you mountain leopard Mahendra.  As you guys read in the last chapter, how I was lost in Atit's dream that when Pushpanjali Ji's voice is heard, let's go to the palace where everyone will be looking at us.  And we all start moving towards the palace.  Friends, we were moving forward and behind us, our army was advancing in step.  It was as if the sound of his heavy shoes seemed to have made the movements.  And the bridge was trembling.  It is as if it is a fall of giri.  But ladies, it was not just a bridge but a great giant bridge.  And the people who build this bridge will be great engineers just like this mythical bridge.  Only then would you have been able to make such a magnificent construction.  Then the king puts his hand on my shoulder and says that brother, all of us have come here and have come back in a previous way.  And perhaps after reaching the palace, our parents will be alive like our religious wives.  So what will happen to our birth parents who will be upset at home waiting for us.  Because we have spent months coming out of the house.  Father must be turning red with anger.  And we will be waiting for people with sticks.  Babli sister-in-law, after listening to our words, says that my father will not let me enter the house.  And when they know that both of us are husband and wife of previous birth, then it will be fun.  And when I tell them the story of my previous birth, they will be amazed. How I, like a great warrior, had received Veeragati along with my husband Dev by fighting Brahmastra while fighting in Mahasangram.  That's why Tinku Bhai says that all is fine, sister-in-law, but now those people must be getting upset.  Moreover, those people would have even lodged a police report that all of us have been lost somewhere in the mountains.  That is why Santosh Bhai says that even then, in our search, a team of mountaineers has also left to seek our news.  Then Akhilesh Bhai says that but those people will not be able to reach here.  And we all did not know when we reached the palace door while talking because we all were meditative in talking.  That is when a kind of musical instrument and the sound of drums broke our attention.  Hearing the sound of these drums, it seemed as if we were leaving for a mahanagram.  And then the door of the palace opens and we start to see the rain of flowers and the sound of conchs resonating the entire atmosphere.  And on both sides of the path leading to the inside of the palace, the people there were raising our voice.  And their eyelashes were raring to see us.



 

तभी हमारी नजर बड़े से दरवाज़े के नीचे जाती हैं  वहां पर महाराज और महारानी स्वयं आरती की थाल लिए हुए खड़ी थी हमारी स्वागत करने के लिए और सबसे अचंभित करने वाली बात थी कि वे सभी बिल्कुल वैसे ही दिख रहे थे । जैसा कि इस जन्म में हमारे मम्मी पापा थे । बिल्कुल वैसे ही कद काठी के हम सब हैरान थे अचंभित थे लेकिन खुश भी थे । और सोच रहे थे कि हमारे माता-पिता यहां है तो घर पर कौन हैं । और यहां पर हमारे सामने  राजा महाराजाओं के पोशाक में हमारे माता-पिता ही होंगे।   क्योंकि लगातार उनके आंखों से आंसुओं की धारा बहे जा रही थी । और तभी महारानी जी जो कि मां की जैसी ही थी दौड़ कर मेरे गले लग गई ।  कहां चला गया था मेरा बेटा  अपनी मां को छोड़कर   मेरी तो आंखें ही पथरा गई थी  तुम लोगों की राह देखते देखते  । और तुम्हारी बड़ी मां और चाची ताई तों तुम्हरा
 और तुम्हारे भाईयों के इंतजार में  पागल सी हो गई है ।कि तुम लोग कब लौट के आओगे और तुम लोगों के इंतजार में कई सदियां बीत गई  । अरे बच्चों तुम लोग वहां क्या कर रहे  जाकर अपनी  अपनी मां के गले लग जाओ  देखो वे कैसे रो रही हैं और सभी दौड़कर  राजा  टिंकू संतोष अजय और अखिलेश भाई  अपनी अपनी मां के गले लग जाते हैं  । बिल्कुल लग ही नहीं रहा था कि इस जन्म कि मां और पिछले जन्म कि मां में कोई फर्क था ।लग रहा था दोनों एक जान दो शरीर है । फर्क बस इतना सा था कि वे घर पर हैं  और ये इस लोक में । 



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English translate
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Then our eyes go under the big door, where the Maharaj and the Empress were standing there with aarti on their own to welcome us and the most surprising thing was that they all looked exactly the same.  As our parents were in this birth.  In the same way, we were all surprised by the height of the saddle, were surprised but also happy.  And wondering if our parents are here then who are at home.  And here in front of us will be our parents in the dress of the King Maharajas.  Because the stream of tears was continuously flowing from his eyes.  And then the Queen, who was like a mother, ran and hugged me.  Where did my son leave his mother, my eyes were stoned, looking at you guys.  And your elder mother and aunt Tai Tong are yours



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 And you have become mad in waiting for your brothers. When will you return and many people have passed in waiting for you.  Hey children, what are you doing there and get hugged by your mother, see how she is crying, and all running, Raja Tinku Santhosh Ajay and Akhilesh Bhai hug their mother.  There was no feeling that there was any difference between the mother of this birth and the mother of the previous birth. It seemed that both are one life and two bodies.  The only difference was that they are at home and in this world.



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  की  तभी  एक संन्यासी जैसा युवक हमारे पास आता है। अरे वाह इसे  तो मैं पहचानता हूं  यह तो हमारा बचपन का दोस्त और महान् योद्धा   भोजपती हैं  जो अपने हाथों में  तलवार लेकर आया था । और घुटनों पर बैठ कर मुझसे बोला मेरे दोस्त   यह तलवार  सदियों से तुम्हरा इंतजार कर रहा था  । अब आप आ गये हैं तो आप अपने इस महान तलवार को धारण कर लिजिए । क्योंकि कि इसकी शक्ति अपरम्पार हैं  । और आप सभी ने इन तलवारों को स्वयं माता शक्ति के  हाथों से प्राप्त किया है । इसलिए इन तलवारों को आप ही लोग धारण कर सकते हैं।  जय माता शक्ति।  और फिर मंत्र उच्चारण के द्वारा उन तलवारों को हमे सौप देता है । और मैं उसे अपने गले से लगा   लेता हूं   और बहुत देर तक हम सभी गले लगे रहते क्योंकि मिले भी तो हम है सदियों बाद। तभी  राजा भाई की मम्मी की आवाज ने हमारा ध्यान  उनकी ओर खिचता है  वो बोल रही थी कि मेरे बच्चों सिर्फ अपने दोस्तों के गले लगोगे अपनी मां की नहीं। और बाहें फैला कर हमे अपने पास बुलाने लगी। और दौड़कर हम सभी अपने बड़ी मां के गले लग गये। 

दोस्तों क्या बताऊं बहुत ही  गमगीन माहौल था सभी लोग एक एक करके हमें गले लगा रहे थे । और उनके आंखों से आंसुओं की धारा बह रही थी । और हम भी अपने आप को रोक नहीं पा रहे थे और हमारे आंखों से भी आंसुओं की धारा बह रही थी ।  

धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा  । इस समय मेरे पास शब्द नहीं है वर्णन करने के लिए ।  


धन्यवाद दोस्तों

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English translate
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4

 That is when a young man like a monk comes to us.  Oh wow, I recognize this is our childhood friend and great warrior Bhojpati who brought a sword in his hands.  And sitting on my knees said to me my friend this sword was waiting for you for centuries.  Now that you have come, then you should carry this great sword of your own.  Because its power is infinite.  And all of you have received these swords from the hands of Mother Power yourself.  Therefore, you can bear these swords.  Jai Mata Shakti.  And then chants those swords to us by chanting the mantra.  And I hug him with my neck and we all kept hugging for a long time because we have met after centuries.  That's when the voice of Raja Bhai's mother caught our attention, she was saying that my children will only embrace their friends and not their mother's.  And spread out arms and started calling us with him.  And we all hugged our elder mother after running.


 Friends, tell me it was a very warm atmosphere, everybody was embracing us one by one.  And a stream of tears was flowing from their eyes.  And we too could not stop ourselves and tears were flowing from our eyes.


 Thank you guys, I will narrate the episode tomorrow.  At this time I do not have the words to describe it.



 Thanks guys

 

Wednesday, June 24, 2020

एक खतरनाक यात्रा mountain lappord Mahendra के संग भाग_ 6का अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje



            ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं। जैसा कि दोस्तों कल आपलोगो ने पढ़ा था कि हम सभी लोग उड़नखटोले से जैसे ही बाहर आते हैं हमारी आंखें खुली की खुली रह जाती हैं बाहर का नजारा देखकर । क्योंकि बाहर जो हम देख रहे थे  वह अद्भुत और अकल्पनीय था दोस्तों जिसे आज तक हमने कभी नहीं देखा था एक अलौकिक और प्रकाश प्रकाशयमान  पौराणिक महलों का एक समूह था हमारे सामने । और हमारे और उन महलों के बीच में एक बहुत ही ही बड़ी गहरी घाटी थी जिसके बीच से होकर एक विशाल नदी बह रही थी । और वह नदी एक विशाल और अद्भुत झरने से निकल रही थी । और अपने चारों ओर एक अद्भुत और अलौकिक दृश्य उत्पन्न कर थी । दोस्तों मैं क्या बताऊं आपलोगो को झरना इतना विशाल था , इतना विशाल था कि उसकी पानी की बेग से एक बहुत ही बड़ा  और विशाल बवंडर का निर्माण हो रहा था । और मानो ना मानो दोस्तों लग रहा था जैसे    इन बड़ी बवंडरों के द्वारा  महलों के समुह को छनभर में  चकनाचूर कर देगा ।  और हम देख रहे थे कि  महलों के उपर काले काले बादलों के झुंड महलों के चारों ओर मंडरा रहे थे और उनसे उत्पन्न होने वाले कुहासे ने महलों को आगोश में समेट लिया था ।जो एक बहुत ही रहस्यमई वातावरण उत्पन्न कर रहा था।  दोस्तों क्या बताऊं जो मेरा हाल था वहीं हाल मेरे दोस्तों का भी था । और जबकि हमारी  पिछले जन्म कि धर्म पत्नियां खड़ी खड़ी मुस्कुरा रही थी । और हमारे सामने एक बहुत ही विशाल  पुल  खड़ा था  जो पत्थर और लकड़ियों से बनी हुई थी।  और इस पुल को पार कर के ही उन पौराणिक महलों तक पहुंचना था ।  अरे यह क्या हमने तो देखा ही नहीं  पुल इस छोर पर सैनिकों की एक समूह खड़ी थी जो हमें देखते ही  सावधान के मुद्रा में खड़े हो गए थे । और कोहरे में इस तरह खड़े थे कि अब न तब हम पर आक्रमण कर देंगे। वे लोग पुरी तरह से कोहरे के  अधंकार में छुपे हुए थे। और अपने दुश्मनों के इंतजार में पुरे मुश्तैदी से खड़े थे।  यानी कि पुरी तरह से दुश्मनों के नजरों से ओझल थे । और जैसे ही हमारा उड़नखटोला नीचे उतरा था वे लोग चौंकने हों गए थे ंंऔर अपने अपने पौजिशन पर खड़े हो गए थे । किसी भी तरह के आक्रमण को नाकाम करने के लिए। लेकिन दोस्तों शायद उन्हें पहले से ही पता था कि हम आने वाले हैं  इसलिए वे हमारे स्वागत में खड़े थे।  एक बात और गौर करने वाली थी दोस्तों वह यह थी कि जैसे ही हम उड़नखटोले से नीचे आये उड़नखटोला अपने आप गायब हो गया था।  । और हम सभी लोग आश्चर्य चकित हो गऐ थे। और शायद हमें अभी भी विश्वास नहीं हो रहा था कि हम सभी लोग किसी और दुनिया में आ चुके थे जहां हमारे साथ हमारी पिछले जन्म कि धर्म पत्नियां हमारे साथ थी। 



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                                   Secret of Tambakhani Cave
 English translate    ****************************
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Hello friends I extend my hearty greetings to all of you mountain leopard Mahendra.  As friends, yesterday you read that all of us come out of the flying sky, our eyes are wide open looking at the outside.  Because what we were seeing outside was amazing and unimaginable. Friends, which we had never seen till date, there was a group of supernatural and light mythological palaces in front of us.  And between us and those palaces there was a very deep deep valley through which a huge river was flowing through it.  And that river was coming out of a huge and wonderful waterfall.  And produced a wonderful and supernatural scene all around him.  Friends, what can I tell you that the waterfall was so huge, so huge that a very big and huge tornado was being formed from its water bag.  And believe it or not, friends, it seemed as if these large whirlwinds would shatter a group of palaces in a hole.  And we were seeing that flocks of dark black clouds were hovering around the palaces and the fog emanating from them cast the palace in agony, which was creating a very mysterious atmosphere.  What should I tell friends, which was my condition while the condition of my friends was also there.  And while our previous birth's religion wives were standing and smiling.  And in front of us stood a huge bridge made of stone and wood.  And it was to reach this mythical palace by crossing this bridge.  Have we not seen this bridge? At this end, a group of soldiers were standing, who stood in a careful position on seeing us.  And stood in the fog in such a way that now or then we will attack us.  They were completely hidden in the mist of fog.  And waiting for their enemies, they stood full of strength.  That is, the entire way was lost from the eyes of the enemies.  And as soon as our Udaankhatola came down, those people were shocked and stood at their positions.  To thwart any kind of invasion.  But friends, they probably already knew that we were going to come, so they stood to welcome us.  One more thing to note was that friends, as soon as we came down from Udaan Khatola, Udaan Khatola had disappeared by itself.  .  And all of us were surprised.  And perhaps we still could not believe that all of us had come to some other world where we had religion wives of our previous birth with us.
 


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    और वे लोग हमें देखते ही  उद्घोष करने लगते हैं राज कुमार अमर रहे , राजकुमार  अमर रहे ,अमर रहे , कुमार महेंद्र प्रताप , की जय हो । कुमार राम कुमार और महारानी   आप दोनों अमर रहे ।( राजा और बबली)  और छोटे राजकुमारों आप सभी लोग अमर रहे । और योद्धाओं के योद्धा राजकुमारी पुष्पांजलि जीआप और छोटी राजकुमारीयो का भी हार्दिक अभिनंदन है। और वे लोग अपने हथियारों को नीचे करके हमारे सामने घुटने पर बैठ जाते हैं। और हमारा अभिवादन करते हैं । और खड़े हो कर अपना परिचय देते हैं । मैं आपका सेनापति  जंगबहादुर शेर सिंह हूं । और आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं। और लम्बे समयांतराल के बाद महल में आप सभी लोगों का हार्दिक स्वागत है। और हथियार फेंक कर सभी लोगों के गले लग जाता है और रोने लगता है और बोलते हैं कि मैं आपलोगो का बचपन का दोस्त हूं फिर भी आप लोगों को महासंग्राम में बचा नहीं पाया था क्योंकि मैं समय पर युद्ध स्थल पर पहुंच नहीं पाया था क्योंकि उन पौराणिक राक्षसों ने मुझे दुसरे जगहों पर रोक के रखे हुए था  क्योंकि उन्हें पता था कि जब तक मैं आपलोगो के साथ रहुंगा वे लोग आपलोगो का कुछ नहीं बिगाड़ पायेंगे । परंतु कुत्तों ने धोखे से आप लोगों के पिठ पर वार कर दिया था। ब्रह्मास्त्र से जिससे आपलोग वीरगति को प्राप्त हो गऐ थे। फिर भी वे लोग आप लोगों के शरीर को अपने साथ नहीं ले जा पाऐ थे । क्योंकि कि आप लोगों का शरीर  वीरगति को प्राप्त होते ही  विलुप्त हो गया था । अन्यथा अगर आप लोगों का शरीर उनके हाथ लग जाता तो बहुत बड़ा अनर्थ हो जाता । और आप लोग द्वारा जन्म नहीं ले पाते । वो तो भगवान भोलेनाथ शिव शंकर की कृपा थी कि आप  विलुप्त हो गऐ थे । और हम लोगों को राजकुमारी पुष्पांजलि जी पर पुरा भरोसा था कि एक दिन वे आप लोगों को वापस ले कर आयेंगी। और आज आपलोगो को लेकर ही वापस आई हैं। हर हर महादेव




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English translate
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And those people start announcing us as soon as they see Raj Kumar be immortal, prince be immortal, be immortal, Kumar Mahendra Pratap, hail.  Kumar Ram Kumar and Maharani Both of you are immortal. (Raja and Babli) and all of you little princes are immortal.  And the warrior of warriors Princess Pushpanjali Ji is also a warm welcome to you and the little princesses.  And they sit down on their knees in front of us with their arms down.  And greet us.  And stand up and introduce themselves.  I am your general Jung Bahadur Sher Singh.  And warm greetings to all of you.  And after a long break all of you are warmly welcomed in the palace.  And throwing the weapon, hugs all the people and starts crying and saying that I am your childhood friend, yet you could not save me in the battlefield because I could not reach the battle site on time because  Mythological demons were keeping me in other places because they knew that as long as I stay with you, they will not spoil you.  But the dogs had deceitfully attacked your people.  From Brahmastra, from which you received Veergati.  Still, they could not take your body with you.  Because your body had become extinct as soon as you attained Virgati.  Otherwise, if your body was attached to their hands, then there would have been a huge disaster.  And you cannot be born by people.  It was the grace of Lord Bholenath Shiva Shankar that you had become extinct.  And we had full faith in Princess Pushpanjali Ji that one day she will bring you back.  And today she has come back with you only.  Everywhere Shiva


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दोस्तों क्या वर्णन करू बहुत ही रोमांचक पल था । मानो ऐसा लग रहा था  जैसे हमारी पुरानी यादें हमारी आंखों के सामने तैरने लगी है और हम सभी उस खोये हुए पल में अपनों के बीच अठखेलियां कर रहे हैं । तभी पुष्पांजलि जी की आबाज सुनाई देती हैं  । प्राणनाथ चलें महल में   वाहा सभी लोग हमारा इंतजार कर रहे हैं । और हम सभी लोग आगे बढ़ने लगते हैं  ।



 धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा ।


 धन्यवाद दोस्तों


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English translate
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What friends should describe was a very exciting moment.  It was as if our old memories had started floating in front of our eyes and we are all in the midst of losing in that lost moment.  That is when Pushpanjali's voice is heard.  Everyone is waiting for us in Prannath Chale Mahal.  And we all start growing.



  Thank you guys, I will narrate the episode tomorrow.


  Thanks guys



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Tuesday, June 23, 2020

Adventures spoart: एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahend...

Adventures spoart: एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahend...: Ek yatra khajane ki khoje            ताम्बाखानी गुफा का रहस्य              **********************   नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद...

Ek yatra khajane ki khoje

एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahendra के संग भाग 6-काअगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje




           ताम्बाखानी गुफा का रहस्य 
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  नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं ।  जैसा कि दोस्तों कल आपलोगो ने पढ़ा ने कैसे मुझे पिछले जन्म कि बाते और उस भयानक युद्ध की याद आते ही मैं गुस्से से कांपने लगा और मेरी बाहें फड़कने लगी थी युद्ध के लिए और मैं अपनी तलवार खोजने लगा था और मैं अपने दोस्तों से युद्ध की तैयारी करने को कहने लगा । कि तभी पुष्पांजलि जी अपनी बहनों के साथ  रसोईघर से वापस लौट आती हैं और उनको देखते ही मैं उनसे लिपट जाता हूं। और रोने लगता हूं और उनको चूमने लगता हूं।  तब वो मुझे समझाती है कि हम उन पौराणिक राक्षसों से युद्ध जरुर करेंगे और उनका इस धरती से अस्तित्व ही मिटा देंगे।  परंतु अभी रात काफी हो चुकी हैं अतः अतः आप सभी लोग कमरे में जाकर सो जाइए  । और सभी लोग सोने चले जाते हैं  । 
                               और कमरे में मैं और पुष्पांजलि जी रह जाते हैं  और मैं पुष्पांजलि जी को अपने गोद में उठा लेता हूं  और पर्याय से उन्हें अपने पलंग पर लेटा देता हूं  तभी पुष्पांजलि जी शरमाते हुए बोलतीं हैं कि आप क्या कर रहे हैं  मुझे नशा छा रही हैं । तभी मै बोलता हूं कि पुष्पांजलि जी ये तो जन्मों जन्मों का नशा है और जब हम बिछड़े थे तभी भी प्यार का नशा था , और जब दुश्मन की तलवार  छाती में दिल को चिरते हुए पार हों गई थी तब भी प्यार का ही नशा था । और आज भी प्यार का ही नशा है। भला इसे कोई इंसान  भूल सकता है क्या  और हम दोनों तो जन्मों जन्मांतर के एक शरीर दो जान है  । भला हम दोनों अलग कैसे हो सकते हैं । मेरी प्यारी सी छुई-मुई  और फिर मै प्यार से पुष्पांजलि जी के होंठों को चूमने लगता हूं । और वे मदहोश हो कर मेरे बांहों के आगोश में सो जाती हैं और मैं भी उनके चमकते हुए गुलाबी चेहरे को देखते सो जाता हूं ।

                       आइए दोस्तों मैं आपलोगो को अपने बाकी दोस्तों के कमरों में ले चलता हूं  और देखते हैं कि कि वे लोग अपने कमरों में कर   क्या रहे हैं । सबसे पहले चलते हैं  अपने सबसे बड़े योद्धा  राजा और बबली भाभी के कमरे में   ।वे दोनों अपने कमरे में  पलंग पर बैठ कर एक दूसरे को ऐक टक निहारें जा रहे थे। तभी राजा भाई बबली भाभी से बोलते हैं कि यह बताओं बबली जब हम दोनों पिछले जन्म के पति पत्नी है और इस जन्म में भी हम दोनों साथ साथ है  और एक दूसरे से प्यार भी बहुत करते हैं तो आज तक तुमने मुझे एक चुम्मा भी नहीं दिया है राजा भाई कि बाते सुन कर बबली भाभी शरमा जाती हैं और राजा भाई कि गले लग जाती हैं। और दोनों प्यार के आगोश में खो जाते हैं ।   
                              और हम उन्हें छोड़ कर टिंकु भाई के कमरे की ओर चल पड़ते हैं  और जैसे ही हम टिंकू भाई के कमरे में पहुंचते हैं  देखता हूं कि टिंकू भाई  और भाभी जी जैसे सदियों से प्रेम के भुखे हों  और एक दूसरे के साथ प्यार के आगोश में लीन होते जा रहे थे और भाभी जी से बोले जा रहा था कि मैं सदियों सदियों से तुम्हारे प्रेम के लिए भटक रहा था  और आज जाकर तुम मुझे मिली हों तभी भाभी जी भी बोलती है कि हां मेरे राजा कुमार मेरी भी यही हाल थी आज तो मैं आपको छोड़ूंगी नहीं । और दोनों प्यार के आगोश में खो जाते हैं। और हम उन्हें छोड़ कर अजय भाई कि कमरे की ओर चल पड़ते हैं। 

 और जैसे ही हम अजय भाई के कमरे में पहुंचते हैं  वहां का नजारा देखकर भौंचक्के रह जाते हैं और शरम से लाल हो जाते हैं क्योंकि वे दोनों भुखे भेड़िए की तरह एक दूसरे पर टुट पड़ें थे और  एक दूसरे चुम्मे जा रहे थे । अतः हम उन्हें इसी हालत में छोड़ कर  संतोष भाई के कमरे की ओर चल पड़ते हैं। 

 और जैसे ही हम संतोष भाई के कमरे में पहुंचते हैं तो देखते हैं कि वे दोनों पलंग पर बैठ कर रहे होते हैं  भाभी जी बैठी हुई है और संतोष भाई उनके गोद में अपना सर रखें हुए हैं और वे उनके बालो सहला रही हैं और भाभी जी संतोष से पुछ रही हैं कि कैसे आप मेरे बिना रह रहे थे इस दुनिया में क्या मेरी याद नहीं आती थी । और मैं तो आप कि याद में पागल हो गई थी। और फिर दोनों प्यार के आगोश खो जाते हैं। और हम अखिलेश भाई के कमरे की ओर चल पड़ते हैं। 


 और जैसे ही हम अखिलेश भाई के कमरे में पहुंचते हैं  करता बताऊं दोस्तो नजारा ही अद्भुत था  क्योंकि भाभी जी अखिलेश के सिने पर अपना सर रख कर रोये जा रही थी और और Jiबोल रही थी कि आप मुझे छोड़कर कहां चले गए थे  । पता है आपके याद में कितनी पतली हो गई हूं और सदियों से  उड़नखटोले के खिड़की पर बैठ कर आप की राह देखते रहती थी  । और उस पल को याद कर के रोती रहती थी जब हम दोनों  सुहाग के शेज पर जाने वालें थे कि तभी आप मुझे छोड़कर युद्ध में चलें गए थे और मैं आपकी इंतज़ार करते रह गई थी । और आज जाकर मेरी इंतजार समाप्त हुई है । और दोनों प्रेम के अंनंत गहराइयों में खो जाते हैं।  और मैं सुबह होने का इंतज़ार करने लगता हूं।




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   English translate
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Find a journey treasure
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Secret of Tambakhani Cave

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 Hello friends I extend my hearty greetings to all of you mountain leopard Mahendra.  As friends, yesterday you read how I remembered my previous life and that terrible war, I started trembling with anger and my arms started to flare for war and I started searching for my sword and I fought my friends.  Started asking to prepare.  That is when Pushpanjali ji returns from the kitchen with her sisters and on seeing them I hug her.  And I cry and kiss them.  Then she explains to me that we will definitely fight those mythical demons and erase their existence from this earth.  But it is too late now, so all of you go to sleep in the room.  And all people go to sleep.

 And I live in the room with more wreaths and I take Pushpanjali ji in my lap and synonymously lay them on my bed, when Pushpanjali ji says blushingly, what are you doing, I am getting intoxicated.  That is when I say that Pushpanjali ji is the intoxication of births and even when we were separated, we had the intoxication of love, and even when the enemy's sword crossed the heart in the chest, it was love.  And even today, there is the addiction of love.  No man can forget this, and we both have two bodies, one body of birth.  How can we both be different?  My sweet little mimosa and then I start lovingly kissing the lips of the wreath.  And she sighs and sleeps in my arms, and I fall asleep seeing her shining pink face.


 Come on guys, I take you to the rest of my friends' rooms and see what they are doing in their rooms.  First of all, let's go to the room of his eldest warrior king and Babli Bhabhi. They were sitting on the bed in their room looking at each other.  That is why Raja Bhai Babli speaks to her sister-in-law that when we both are husband and wife of previous life and even in this birth, we both are together and love each other a lot, till date you have not even given me a kiss  Babli sister-in-law is ashamed to hear the words of Raja Bhai and hugs Raja Bhai.  And both are lost in love.

 And we leave them and walk towards Tinku Bhai's room and as soon as we reach Tinku Bhai's room, I see that Tinku Bhai and Bhabhi ji are hungry for love for centuries and are engrossed in love with each other.  Were becoming and were being told by sister-in-law that I was wandering for your love for centuries and today you have met me, then law also says that yes my king Kumar was also in my condition today.  Will not leave you  And both are lost in love.  And we leave them and walk towards Ajay Bhai's room.


 And as soon as we reach Ajay Bhai's room, seeing the scene there, he is shocked and turns red with shame as they both collide like hungry wolves and are kissing each other.  So we leave them in this condition and walk towards Santosh Bhai's room.


 And as soon as we reach Santosh bhai's room, we see that both of them are sitting on the bed, sister-in-law is sitting and Santosh bhai is holding his head in her lap and she is stroking his hair and sister-in-law  I am asking with satisfaction how I was not able to remember in this world you were living without me.  And I was mad at remembering you.  And then both of them lose love.  And we walk towards Akhilesh Bhai's room.



 And as soon as we reach the room of Akhilesh Bhai, I will tell you that the sight of friends was amazing because sister-in-law was crying and putting her head on Akhilesh's cinematics and saying where did you leave me.  Know how thin I have become in your memory and used to sit at the window of Udaqhatole for centuries and kept looking at you.  And we used to cry after remembering the moment when we both were going to go on the suhag's bed, that was when you left me and went to war and I kept waiting for you.  And today, my wait is over.  And both are lost in the deepest depths of love.  And I start waiting for morning.

 


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और तभी  घंटे की आवाज सुनाई देने लगती हैं  और मेरी नींद खुल जाती है और हड़बड़ा कर उठ जात हूं और इधर उधर पुष्पांजलि जी को ढुढने लगता हूं  और तभी पुष्पांजलि जी  बाथरूम से      स्र्स्नान कर के बाहर आती हैं और मैं  उन्हें देखते ही रह जाता हूं वह बिल्कुल नई नवेली दुल्हन की जैसी खूबसूरत लग रही थी । तभी पुष्पांजलि जी मुझसे बोलती हैं कि अरे आप उठ गए।


                                           जाकर स्नान कर लिजिए क्योंकि हम सभी लोग अब महल में पहुंचने वाले हैं   तभी मुझे शरारत सुझती हैं और पुष्पांजलि जी को कस के पकड़ लेता हूं और वो मुझसे छुटने की कोशिश करने लगती हैं और मुझसे बोलती हैं कि छोड़िए ना कोई आ जाएगा। और तभी दरवाजे पर दस्तक होती है  तो पुष्पांजलि जी पुछती हैं कौन हैं  तभी बाहर से बबली भाभी भाभी बोलती हैं कि हम लोग हैं।  अब तो मुझे छोड़ दिजिए आप के दोस्त लोग आ गए हैं नहीं मैं नहीं छोड़ुगां   और पुष्पांजलि जी को मैं चुमी लेने लगता हूं तभी बाहर से टिंकू भाई की आवाज आती हैं अरे भाई कितने देर तक सोते रहोगे  दरवाजा खोलो   । और मैं पुष्पांजलि जी को छोड़ते हुए बोलता हूं कि इन्हें अभी ही आना था कबाब में हड्डी बनने । और पुष्पांजलि जी मुस्कुराते हुए दरवाजा खोलने चली जाती हैं और मैं स्नान करने के लिए बाथरूम में घुस जाता हूं  ।

और मेरे दोस्त अपने धर्म पत्नियों के साथ दरवाजा खुलते ही मेरे कमरे में आ जाते हैं और पुष्पांजलि जी से पुछते हैं कि महेंद्र भाई कहा हैं । तो वो बाथरूम कि ओर इशारा करते हुए बोलतीं हैं कि वह अभी स्नान कर रहे हैं । तभी पुष्पांजलि जी की बहनें बोलती है कि दीदी हम लोग महल में पहुंच ने वाले हैं और तभी मैं भी स्नान करके बाहर आ जाता हूं और सभी मुझे देखने लगते हैं।   तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं कि आप आ गये  । ठीक है अब हमारा उड़नखटोला तीव्र गति से नीचे उतरने वाला है आप सभी लोग बैठ जाइए। और हम निचे उतरने लगते हैं  और हमारा उड़नखटोला नीचे उतर जाता है और हम सभी लोग दरवाजा खुलने का इंतजार करने लगते है और तभी धीरे धीरे दरवाजा खुलने लगता है  और दरवाजा पुरी तरह से खुल जाता है  और हम सभी लोग बाहर आ जाते हैं और बाहर का नजारा देखकर दोस्तों हमारी आंखें खुली की खुली रह जाती ।



 धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा क्योंकि आगे कि यात्रा और कहानी बहुत ही अलौकिक और अद्भुत होने वाली।
    
                             धन्यवाद दोस्तों
 

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 English translate



And then I hear the sound of the hour and my sleep wakes up and I get up in a hurry and find the wreath here and there, and then the wreath comes out of the bathroom with a sigh and I keep on seeing them.  She looked absolutely beautiful like a new fledgling bride.  Then Pushpanjali Ji says to me that hey you got up.



 Go and take a bath because all of us are now going to reach the palace, then I suggest mischief and hold the Pushpanjali ji tightly and she starts trying to get rid of me and tell me that no one will come.  And when there is a knock on the door, then Pushpanjali ji asks, who is it then only Babli Bhabhi Bhabhi speaks from outside that we are people.  Now leave me, your friends have come. No, I will not leave and I start kissing Pushpanjali ji, only then the voice of Tinku Bhai comes from outside. Oh brother, how long will you keep sleeping. Open the door.  And I leave the wreath, saying that they were yet to come to be bone in the kebab.  And Pushpanjali goes to open the door smiling and I enter the bathroom to take a bath.


 And my friends come to my room with their religious wives as soon as the door opens and ask with a wreath that Mahendra Bhai has said.  So she points to the bathroom and says that she is taking a bath right now.  Then Pushpanjali Ji's sisters say that Didi, we are the ones who have reached the palace and then I too come out after taking bath and everyone starts looking at me.  Then Pushpanjali Ji says that you have come.  Okay, now our Udaankhatola is going to come down at a rapid speed.  And we start descending and our fly down comes down and we all start waiting for the door to open and then slowly the door starts to open and the door opens completely and we all come out and out  Seeing the view of friends, our eyes would be wide open.




 Thank you guys, I will narrate the incident tomorrow because the journey and the story ahead will be very supernatural and amazing.



 Thanks guys





Monday, June 22, 2020

एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahendra के संग भाग 6-का अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje





     ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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 नमस्कार दोस्तों जैसा कि आप लोगों ने पिछले अध्याय पढ़ा था कि हम सभी लोग खाना खाने के बाद सोने जाने की तैयारी करने लगे थे। अपने अपने कमरों में ।  जबकि मैं और पुष्पांजलि जी अपने कमरे में ही थे।  और बीच  बीच में हमारे बीच हंसी मजाक भी चल रहा था। और हमने खाना भी समाप्त कर दिया था । तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं चलो बहनों सब ने खना खा लिया है अतः हम सभी मिलकर बर्तन धो लेंते हैं  चलो हम सभी लोग रसोईघर में चलते हैं  । और आप सभी लोग  बैठ कर बातें किजिए  तबतक हम सभी बहनें रसोईघर से बर्तनों को धोकर आते हैं । और लोग रसोईघर की ओर चलीं गईं।  उनके जाने के बाद राजा भाई मुझसे बोलते हैं  अरे वाह क्या बात है महेंद्र भाई आप दोनों की तो बहुत ही सुंदर तस्वीर बनी हुई है ।  तभी मैं बोलता हूं हां राजा भाई मुझे तो कुछ समझ में ही नहीं आ रहा कि मैं क्या करूं  ? अच्छा छोड़ो आप सभी लोगों के कमरे का क्या हाल है क्या आपलोगो के कमरे में भी आप सभी लोगों की तस्वीर आप लोगों की पिछले जन्म कि धर्म पत्नियों के साथ बनी हुई है । और राजा भाई क्या आप की भी तस्वीर बबली भाभी जी के साथ बनी हुई हैं  तभी सभी लोग एक साथ बोलते हैं हां भाई हां पहले तो सिर्फ तस्वीर ही बनी हुई थी और अब तो हमारी धर्म पत्नियां भी आ गई है । तभी अखिलेश भाई बोलते हैं कि भाई लोग अब तो मुझे भी उनलोगो को देख कर पिछले जन्म कि याद आने लगी है  । वाह मजा आ गया था भाईयों जब उसने मुझे गले लगाया  । मेरे तो कई जन्मों के पाप ही धुल गया । और आज रात को तो मैं उसे छोड़ने वाला नहीं हूं कई का प्यासा हूं।   तभी संतोष भाई बोलते हैं कि हां भाई मेरा भी यही हाल है ।  तभी राजा भाई बोलते हैं कि हां भाई यह सब तो ठीक है लेकिन जल्दी बाजी में कुछ गड़बड़ी मत कर देना आप लोग । कि तभी अजय भाई बोलते हैं कि राजा भाई आप और बबली भाभी जी तो बहुत दिनों से एक साथ है आप को आभी क्या महसूस हो रहा है और क्या सचमुच में आपकी शादी पिछले जन्म में बबली भाभी जी के साथ हों गई थी।  हां भाईयों हम जैसे ही अपने कमरे में धुसे एक बिजली सी कौंधी और और हम दोनों एक बिते हुए अतित में पहुंच गए थे  जहां पर
हम सभी की शादियां हो चुकी थी और हम सभी लोग महेंद्र भाई की शादी की तैयारी में लगे हुए थे  कि तभी हमारे महल पर राक्षसों का हमला हों गया था । और हम सभी लोग  और यहां तक कि महेंद्र भाई भी शादी की मंडप से उठ कर  बिना शादी किए हुए  युद्ध में चल पड़ें थे ।   और बबली भी युद्ध हमारे साथ थी । और युद्ध में हम सभी लोग वीरगति को प्राप्त हो गये थे ।




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Secret of Tambakhani Cave

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 Hello friends, as you read the previous chapter, we all started preparing to go to sleep after having dinner.  In their own rooms.  While me and Pushpanjali Ji were in my room.  And there was a laughing joke going on between us.  And we had finished eating.  Then Pushpanjali Ji says, let's all eat the sisters, so let's all wash the dishes together let us all go to the kitchen.  And all of you guys sit and talk till then all of us sisters come from the kitchen to wash the utensils.  And people went towards the kitchen.  After his departure, Raja Bhai speaks to me, oh, what is the matter Mahendra Bhai, a beautiful picture of both of you remains.  That's why I say yes, Raja Bhai, I don't understand what to do.  Good leave, what is the condition of the room of all of you, is the picture of all of you in your room also, with the religion wives of your past lives.  And Raja Bhai, is the picture of you also made with Babli Bhabhi ji, then everyone speaks together, yes brother, earlier only the picture was made and now our religious wives have also arrived.  That is why Akhilesh Bhai says that brother, now I too have started seeing him and remembering his past life.  Wow I had fun brothers when he hugged me.  My sins of many births were washed away.  And tonight I am not going to leave him, I am thirsty for many.  Then Santosh bhai says that yes brother, I am in the same situation.  That's why Raja Bhai says that yes brother, it is all right, but do not let anything go wrong in your bets.  That is when Ajay Bhai speaks that Raja Bhai you and Babli Bhabhi ji have been together for many days, what are you feeling now and did you really get married with Babli Bhabhi ji in previous life.  Yes, brothers, as soon as we were in our room, a lightning flashed and and we both reached a timeless place where

 We all had marriages and all of us were busy preparing for Mahendra Bhai's wedding when the demons attacked our palace.  And all of us and even Mahendra Bhai got up from the wedding pavilion and got into a war without getting married.  And Babli was also with us.  And all of us had attained to war in the war.




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 चुकी बबली मेरे साथ ही  वीरगति को प्राप्त हो गई थी । इसलिए हम दोनों दोनों का एक साथ पुनर्जन्म हुआ है।   और आप लोगों का तो पुनर्जन्म हुआ है लेकिन उन  सुंदर कन्याओं का नहीं और वे आज भी आज भी आपलोगो के इंतजार में  भटक रहीं थीं।अब जाकर उनका  इंतजार समाप्त हुआ है   भाइयों वे लोग आपलोगो से अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करती है।   आपलोगो को पता है  पुष्पांजलि जी  और उनकी बहने कितनी बड़ी योध्दा हैं  उनलोगो ने हमारी मौत का बदला उन राक्षसों से चुन चुन कर लिया था । और यहां तक कि उन पौराणिक राक्षसों का समुल ही नास कर दिया था । और जो लोग बचें हुए हैं  अपनी जान बचा कर  गुफाओं और कंदराओं में छुपे हुए हैं ।  और शायद राक्षसों का जो राजा है उसे भी शायद पता चल गया है कि हम वापस लौट आए हैं और फिर से वे हमला करेंगे ।  लेकिन इस बार हम उनका समूल नास कर देंगे। और तभी मैं इन सब बातों को सुनकर गुस्से से भरा उठा और गरज कर आने दो हरामियों को एक एक को जिंदा काट डालूंगा । और गुस्से से कांपने लगा और बोलने लगा कहा
 है मेरा तलवार  ।  वे क्या हम पर हमला  हम उनपर हमला करेंगे और उनका इस दुनिया से अस्तित्व मिटा देंगे।  

                          तभी पुष्पांजलि जी भी रसोईघर से वापस आ गई । और जैसे ही वे कमरे में  दाखिल होती हैं मैं दौड़कर उनसे लिपट जाता हूं और रोने लगता हूं और बोलता हूं कि पुष्पांजलि मुझे सब याद आ गया मैं उन हरामियों को छोडुगां नहीं  । मेरा तलवार कहा हैं।  चलों दोस्तों हम उनपर हमला करते हैं ।  तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं कि हम उनपर हमला जरुर करेंगे । रात काफी हो चुकी है आप सभी लोग आराम करे । सुबह हमलोग अपने महल में पहुंच जायेंगे । उसके बाद आगे कि रणनिती तय करेंगे ।   अब आप लोग अपने अपने कमरों में चलें जाइए और आराम किजिए।  शुभ रात्रि और सभी लोग अपने अपने कमरे में चलें गए। 






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English translate
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Chick Babli had got to Veeragati with me.  So both of us are reborn together.  And you have been reborn but not those beautiful girls and they were still wandering in wait for you even today. Now their wait has ended, brothers they love you more than their lives.  You know how great the wreaths are and their flowers, they have chosen to avenge our death from those demons.  And even the mythical demons were completely destroyed.  And those who are saved are saving their lives and hiding in caves and tubers.  And perhaps the king of the demons has also come to know that we have returned and they will attack again.  But this time we will put a total snuff at them.  And then, after hearing all these things, I got filled with anger and let the thunderbolts come alive and cut each one alive.  And started trembling with anger and said

 Is my sword.  Will they attack us, we will attack them and erase their existence from this world.


 Then Pushpanjali Ji also returned from the kitchen.  And as soon as they enter the room, I run and hug them and start crying and I say that I have missed the wreath, I will not leave those bastards.  Where is my sword?  Let's attack them friends.  Then Pushpanjali Ji says that we will definitely attack him.  The night is long enough for you all to rest.  We will reach our palace in the morning.  After that Ranniti will decide.  Now you guys go to your rooms and relax.  Good night and everyone went to their respective rooms.




     
धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा।



                धन्यवाद दोस्तों






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English translate
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Thanks guys, I will narrate the episode tomorrow.




 Thanks guys



Ek yatra khajane ki khoje me

एक यात्रा माउंटेन लेपर्ड महेन्द्रा के संग

          ( एक यात्रा माउंटेन लेपर्ड महेन्द्रा के संग )                          www.AdventurSport.com सभी फोटो झारखणड़ के...