Friday, July 3, 2020

एक खतरनाक यात्रा mountain lappord Mahendra के संग भाग-6 का अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje



             ताम्बाखानी गुफा का रहस्य



नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं।


जैसा कि दोस्तों कल आपलोगो ने पढ़ा कि कैसे  भालुओं ने हम पर  हमला कर दिया  । और बड़े बड़े पत्थर हम पर फेंकने लगे थे । और मामा जी के घोड़े को  पकड़ कर  उसे मारने की कोशिश करने लगें थे और उसे घसीटते हुए घने जंगल की ओर ले जाने की कोशिश करने लगें थे  लेकिन मामा जी अपने घोड़े की लगाम को कसके पकड़े हुए थे । जिससे की भालू घोड़े को अपनी ओर टान नहीं पा रहा था कि तभी अचानक मैं देखता हूं एक दुसरा भालू मामा जी पर हमला कर दिया था और एक बड़ा सा पत्थर उठा कर  मामा के सर पर पटकने वाला था । कि तभी मैं उछल कर   उस भालू के ऊपर कुद पड़ा और उसे उठा कर  उफनते नदी में फेंक दिया। और फिर जिस भालू ने घोड़े को पकड़ रखा था  उस पर हम सभी लोग एक साथ हमला कर दिया और उसे मार भगाया । लेकिन तब तक  उसने घोड़े को काफी घायल कर दिया था । जिसके कारण घोड़े से काफी खुन बहनें लगा था । अभी हम घोड़े की जख्म को देख ही रहे थे कि  तभी हमने देखा कि कुछ लोग मसाल लेकर हमारी ओर आ रहे थे  यह देखकर हम सभी सावधान हो गये और सतर्क होकर  उनके पास आने का इंतजार करने लगे ।  और हमारे पास जो मसाले थी उसे बुझा दिया ताकि वे लोग हमें देख ना पाए । और पास आते ही हम उन पर हमला कर देंगे  और हम सभी यह सब सोच ही रहें थे कि तभी उनकी आवाजें सुनाई देने लगी ।ध्यान से सुनने पर    लगा जैसे वे लोग हमें ही पुकारा रहे थे । और पास आने पर  उनकी आवाजें  स्पष्ट सुनाई देने लगी । वे लोग हमें ही पुकार रहें थे । फिर भी हम सभी सतर्क ही रहें हों सकता है यह उनकी चाल हों । हमे अपनी जाल में फंसाने का । इसलिए हम सभी और भी सतर्क होकर  उनके और भी पास आने का इंतजार करने लगे । शायद वे लोग समझ  चुके थे कि हम सभी सतर्क हो चुके हैं । और वे लोग भी सावधानी पूर्वक आगे बढ़ते हुए  हमें आवाज देने लगें और हवा में एक विशेष प्रकार का  तीर छोड़ा  जो एक तेज़ प्रकाश के साथ हमारे राज्य का एक विशेष प्रकार के  चिन्ह को प्रदर्शित करने लगा । और पुरा का पुरा आकाश तेज़ रोशनी में प्रकाशमय हों गया । जिससे हम पुरी तरह आश्वस्त हो गये कि ये हमारे ही सैनिक है और ये  हमे खोजने आये हुए हैं । अतः हमने भी   उन्हें आवाज देकर अपने पास बुलाया  और वे लोग दौड़कर हमारे पास आ गये  । महाराज की जय हो  हमे छमा करे  । महारानी जी ने हमे आपको ढुंढने के लिए भेजा था । तभी घायल घोड़े को देखकर सेनापति जी बोलते हैं कि महाराजा कही आप पर भालुओं का झुंड ने हमला तो नहीं कर दिया था । क्योंकि यह भालुओं का झुंड कई दिनों से यहां पर घात लगाकर लोगों पर हमला कर रहे थे । और कई नगर वासियों को घायल कर दिया था । वे जब भी अपने जानवरों को लेकर इस ओर आते थे ।। और पालतू पशुओं को मारकर खा जाते थे । और जब हम इनका  शिकार करने आते  थे तो पता नहीं  भालुओं का झुंड कहा गायब हो जाता था । और सभी परेशान लौट जाते थे । और हमारे जाते ही इनका आतंक फिर से शुरू हो जाता था । तभी अजय भाई बोलते हैं कि सेनापति जी अब घबड़ाने की बात नहीं है हमने भालुओं को मार भगाया है और उनके मुखिया को मारकर नदी में फेंक दिया है  अब वे कभी भी हमारे इलाके में नजर नहीं आयेंगे। ंंऔर न हमारे गांव वालों पर और नहीं उनके पालतू पशुओं पर हमला करेंगे । ।






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              English translate
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Secret of Tambakhani Cave




 Hello friends I extend my hearty greetings to all of you mountain leopard Mahendra.



 As friends yesterday, you read how bears have attacked us.  And big stones were thrown at us.  And Mama ji started trying to kill him by grabbing the horse and dragging him towards the dense forest but Mama ji was holding his horse's rein tightly.  So that the bear was not able to taunt the horse that suddenly I see a second bear attacked Mama ji and was about to pick up a big stone and hit the head of the maternal uncle.  That is when I jumped and jumped on the bear and picked it up and threw it into the swollen river.  And then the bear who held the horse attacked all of us together and drove him away.  But by then he had injured the horse heavily.  Due to which the horse had a lot of blood sisters.  We were just looking at the wound of the horse when we saw that some people were coming towards us with the spice, seeing that we all became alert and alert and started waiting for them to come.  And extinguished the spices we had so that those people could not see us.  And as soon as we get closer, we will attack them and we all were thinking that only then their voices started being heard. Hearing carefully, they felt like they were calling us.  And on approaching, their voices were heard clearly.  They were calling on us.  Nevertheless, we all should be cautious, this may be their trick.  To trap us.  So we all became more alert and waited for them to come closer.  Perhaps those people understood that we have all become cautious.  And those people also proceeded cautiously and started giving us a voice and released a special kind of arrow in the air which with a strong light began to display a special kind of symbol of our kingdom.  And the whole sky of Pura became bright in bright light.  Through which we were completely convinced that he is our only soldier and he has come to search for us.  So we too called them to their voices and they came running to us.  Hail to the King, forgive me.  Her Majesty sent us to find you.  At that time, seeing the injured horse, the commander said that Maharaja had attacked you by a flock of bears.  Because these herds of bears had been ambushing here for many days and attacking people.  And injured many townspeople.  Whenever he used to come to this side with his animals.  And used to kill and eat domesticated animals.  And when we came to hunt them, we do not know where the herd of bears would disappear.  And everyone used to return upset.  And their terror used to start again as soon as we left.  Then Ajay Bhai says that the commander is no longer a matter of panic, we have killed the bears and killed their chief in the river and now they will never be seen in our area.  Neither will we attack our villagers nor their domestic animals.  .




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            और हम सभी लोग बातें ही  कर रहे थे कि तभी मुसलाधार वर्षा शुरू हो जाती है  और नदी और भयंकर रूप धारण कर लेती हैं । और ऐसा लगने लगता है मानो  प्रलय का समय आ गया हों । हम तेजी से   राजमहल की ओर बढ़ने लगते हैं । और जल्द ही हम सभी उस विशाल पुल के पास पहुंच जाते हैं । और वहां की भयंकर स्थिति देखकर हमारा भी मन कांप गया । उस झरने की विकराल रूप देखकर । और मानों  लग रहा था पानी की वेग से पुल अब टुटा की तब  टुटा क्योंकि पानी  पुल के काफी ऊपर से बह रहा था ।  यानी पुरा का पुरा पुल डुब चुका था ।ं और इस समय उस पार जाना  अपने जान को खतरे में डालने जैसा था ।  तभी हमें देखकर  पुल के रक्षक  जो पुल की रक्षा के लिए तैनात थे  वे हमारे पास आ जाते हैं । वे इस समय ऊंचे जगह पर शरण लिए हुए थे ।  हमारे पास आते ही वे वोलते हैं महाराज की जय हो  इस समय पुल के उस पार जाना खतरे से खाली नहीं है   । आप कुछ समय यही पर रुक जाइए  जब तक पानी का वेग कम नहीं हों जाता है । और हम सभी पुल के पास से हटकर  ऊंचे जगह पर शरण ले लेते हैं  जहां से राजमहल  स्पष्ट  दिख रहा था  ।  तभी हमारे सेनापति  दुरबीन ले आते हैं  और बोलते हैं आप इस दुरबीन से  राजमहल की गतिविधियों को देख सकते हैं।   और फिर पिता श्री दुरबीन को अपने हाथों में लेकर  राजमहल की ओर देखने लगते हैं  तभी और मन ही मन मुस्कुराने लगते हैं । यह  सब देखकर हम सोचने लगते हैं  कि  पिता श्री मुस्करा क्यो रहे हैं तभी पिता श्री  वह दुरबीन  हमे थमा देते हैं  और बोलते हैं कि देख लो मैं क्यो मुस्करा रहा हूं ।  और मैं दुरबीन से राजमहल की ओर देखने लगता हूं तो देखता हूं कि उधर से माता श्री हमे  दुरबीन के द्वारा देख रही है  और मैं खुशी से झूम उठता हूं और दुरबिन को अपने भाइयों को दे देता हूं और वे भी एक एक कर अपने अपने माता-पिता को देख कर खुशी से झूम उठते हैं । और हम सभी लोग वर्षा रूकने का इंतजार करने लगते हैं ।





____________________________________________________ English translate
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 And all of us were talking that only then the torrential rain starts and the river takes a terrible form.  And it seems as if the time of judgment has come.  We start moving fast towards the palace.  And soon we all reach near that huge bridge.  And we were also shaken by seeing the terrible situation there.  Seeing that monstrous form of the waterfall.  And it seemed as if the bridge was broken due to the velocity of water because the water was flowing from the top of the bridge.  That is, the whole bridge of Pura had sunk. And going across it at this time was like risking your life.  Seeing us, the guards of the bridge who were deployed to protect the bridge come to us.  They had taken refuge in a high place at this time.  As soon as we come to them, they say, Hail Maharaj, going across the bridge at this time is not empty of danger.  You stay here for some time until the velocity of water decreases.  And we all move away from the bridge and take refuge in a higher place from where the palace was clearly visible.  That is when our commander brings the telescope and says that you can see the activities of the palace with this telescope.  And then the father takes Mr. Durbin in his hands and looks towards the palace, and only then he starts smiling.  Seeing all this, we start thinking that why is the father Mr. Muskara, then the father Mr. Hand give us that telescope and he says, "See why I am smiling."  And when I start looking at the palace from Durbin, I see that the mother is watching us from there through Durbin and I happily wakes up and give Durbin to my brothers and they too, one by one, their mother.  Seeing the father, he wakes up happily.  And we all start waiting for the rain to stop.





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   चुकी दोस्तों वर्षा हो रही थी   इसलिए हमें ठंड भी लग रही थी  इसलिए हम सभी सैनिकों के छावनी में बने कोठरी के अंदर चलें जातें हैं जहां पर हर तरह की व्यवस्था थी । अंदर में आग भी जल रही थी  जिससे कोठरी  अंदर से अच्छी तरह से गरम थी । और हम सभी आग के चारों ओर बैठ जाते हैं और दण्डक वन जाने की योजना बनाने लगते हैं  कि तभी  रसोईया हमारे लिए गरम गरम काढ़ा लें कर आ जाता हैं  जिसे हम सभी पी कर फिर से तरो ताज़ा हो जातें हैं ।  


  धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा । क्योंकि आगे कहानी में मजा आने वाला है।



  धन्यवाद दोस्तों


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English translate
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The old friends were raining, so we were feeling cold, so we all go inside the closet in the camp of the soldiers where there was every kind of arrangement.  A fire was also burning inside, so that the closet was well heated from the inside.  And we all sit around the fire and start making plans to go to Dandak forest that only then the kitchen or take a hot hot decoction for us, which we all drink and get refreshed again.



 Thank you guys, I will narrate the episode tomorrow.  Because there is going to be fun in the story ahead.




 Thanks guys
 
















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एक यात्रा माउंटेन लेपर्ड महेन्द्रा के संग

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