Ancient Jagannath Temple
नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्राआप सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं दोस्तों आज की यात्रा पर मैं आपको लेकर चल रहा हूं उत्तर प्रदेश के औद्योगिक नगरी कहे जाने वाले कानपुर जनपद के भीतरगांव विकासखंड के "बेहटा" गांव की यात्रा पर जहां हम देखेंगे अति प्राचीन अद्भुत और अलौकिक जगन्नाथ मंदिर जो बहुत ही रहस्यमई और चमत्कारिक है।
अति प्राचीन जगन्नाथ मंदिर
बेहटा गांव
उत्तर प्रदेश कानपुर
भारतवर्ष
नमस्कार दोस्तों क्या आप कभी कल्पना कर सकते हैं कि किसी मंदिर की छत से चिलचिलाती धूप में अचानक पानी टपकने लगे।एवं अद्भुत रूप से बारिश की शुरुआत होते ही जिसकी छत से पानी टपकना बंद हो जाए।दोस्तों यह घटना है तो बड़ी रोचक और हैरान कर देने वाली लेकिन 100% सच यही है।
दोस्तों उत्तर प्रदेश के औद्योगिक नगरी कहे जाने वाले कानपुर जनपद के भीतरगांव विकासखंड से ठीक 3 किलोमीटर की दूरी पर एक गांव है "बेहटा" और यही मौजूद है अद्भुत और अलौकिक मंदिर जहां धूप में छत से पानी की बूंदों के टपकने और बारिश में छत के रिसाव के बंद होने का रहस्य।
दोस्तों यह रहस्यमई घटना कर्म किसी आम इमारत या भवन के नहीं बल्कि यह होता है भगवान जगन्नाथ के अति प्राचीन मंदिर में।
दोस्तों हमारा भारतवर्ष एक ऐसा देश है जो आश्चर्यो से परिपूर्ण है।हमारे देश के प्रत्येक राज्य के हर एक शहर के कोने कोने में कोई ना कोई अलौकिक और अद्भुत जगह मौजूद है।दोस्तों ऐसी ही एक जगह है उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में स्थित भगवान जगन्नाथ की प्राचीन मंदिर जो कि अपनी एक अनोखी विशेषता के कारण बहुत ही प्रसिद्ध है।दोस्तों इस मंदिर की विशेषता यह है कि यह प्राचीन मंदिर वर्षा होने की सूचना 7 दिन पहले ही दे देता है। दोस्तों आप शायद यकीन न करें पर यह एकदम हकीकत है।
दोस्तों यह मंदिर भगवान जगन्नाथ को समर्पित है दोस्तों यह मंदिर कानपुर जनपद के भीतर गांव विकासखंड मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूर स्थित है। दोस्तों ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर की खासियत यह है कि बरसात से 7 दिन पहले इसकी छत से कुछ बूंदे अपने आप ही टपकने लगती है दोस्तों मंदिर का रहस्य आज तक रहस्य ही है। हालांकि दोस्तों इस रहस्य को जानने के लिए कई बार प्रयास हो चुके हैं पर तमाम खोज या सर्वेक्षण के बाद भी मंदिर के निर्माण तथा रहस्य का सही जानकारी या समय का पुरातत्ववेता या वैज्ञानिक पता नहीं लगा सके हैं। दोस्तों केवल इतना ही पता लग पाया है कि मंदिर का अंतिम जीर्णोद्धार 11 वीं सदी में हुआ था।दोस्तों उसके पहले कब और कितने जीर्णोद्धार हुए या इसका निर्माण किसने कराया जैसी जानकारियां आज भी अबूझ पहेली बनी हुई है।
लेकिन दोस्तों वर्तमान समय में इस मंदिर से लोगों को बहुत फायदे हुए हैं जैसे बारिश की जानकारी पहले से लग जाने से किसान अपने घरेलू या खेती के काम निपटाने की योजना बनाने लगते हैं। दोस्तों मंदिर के गर्भ गृह के शिखर पर एक पत्थर लगा है मान्यता है कि यही पत्थर मानसून आने के पहले पानी टपका कर संदेश देने लगता है।
दोस्तों भगवान जगन्नाथ का मंदिर कितना पुराना है इसका सटीक आकलन अभी तक नहीं हो पाया है।दोस्तों पुरातत्व विभाग ने कई बार प्रयास किए पर तमाम सर्वेक्षणों के बाद भी मंदिर के निर्माण का सही समय पता नहीं चल सका है। दोस्तों मंदिर की दीवार है करीब 14 फीट मोटी है दोस्तों मंदिर के अंदर भगवान जगन्नाथ , बलदाऊ और बहन सुभद्रा की काले चिकने पत्थरों की मूर्तियां हैं।
दोस्तों आजकल यह मंदिर पुरातत्व विभाग के अधीन है दोस्तों जैसी रथ यात्रा पुरी उड़ीसा के जगन्नाथ मंदिर में निकलती है वैसे ही रथयात्रा यहां से भी निकाली जाती है।
धन्यवाद दोस्तों
माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा 🧗🧗
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English translate
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Hello friends, I am a mountain lepard Mahendra. I extend my heartiest greetings to all of you, friends. Today I am taking you on a journey to the "Behata" village of the village development block in Kanpur district called Uttar Pradesh's industrial city, where we will see the very ancient The amazing and supernatural Jagannath temple which is very mysterious and wondrous.
Ancient Jagannath Temple
Behata Village
Uttar Pradesh Kanpur
India
Hello friends, can you ever imagine that the roof of a temple suddenly started dripping water in the scorching sun, and amazingly as soon as it started raining, the water stopped dripping from the roof. Friends, this incident is very interesting and shocking. This is tax-paying but 100% true.
Friends, there is a village "Behta", just 3 kilometers from the inner development block of Kanpur district called Uttar Pradesh's industrial city, "Bhatta" and this wonderful and supernatural temple where water droplets dripping from the roof in the sun and roof in the rain Secret of leakage closure.
Friends, this mysterious event is not about any common building or building but in the ancient temple of Lord Jagannath.
Friends, our India is a country full of wonders. There is a supernatural and wonderful place in every corner of every state of our country. God is located in Kanpur district of Uttar Pradesh. The ancient temple of Jagannath which is very famous due to its unique feature. Friends, the specialty of this temple is that this ancient temple gives notice of rain 7 days in advance. Friends, you may not believe it but it is a reality.
Friends, this temple is dedicated to Lord Jagannath. Friends, this temple is located 3 kilometers from the village development block headquarters within Kanpur district. Friends, it is said that the specialty of this temple is that 7 days before the rains, a few drops start dripping from its roof automatically. Friends, the secret of the temple remains a mystery till date. Although there have been many attempts to know this secret, but even after all the research or discovery, the archaeologist or scientists have not been able to find out the exact information of the construction of the temple and the mystery or time. Friends, only this much has been known that the last renovation of the temple was done in the 11th century. Information like when and how many renovations were made before the friends or who built it remains an unknown puzzle even today.
But friends, people have benefited greatly from this temple at the present time, as the farmers are planning to settle their domestic or agricultural work due to the knowledge of the rain. Friends, a stone is placed on the summit of the sanctum sanctorum of the temple, it is believed that this stone drips water before the monsoon arrives.
Friends, an accurate assessment of how old the temple of Lord Jagannath is has not yet been done. The Friends Archaeological Department has made several attempts, but despite all the surveys, the exact time of construction of the temple has not been known. Friends temple wall is about 14 feet thick. Friends inside the temple there are black smooth stone idols of Lord Jagannath, Baldau and sister Subhadra.
Friends, this temple is under the Archaeological Department these days, like the Rath Yatra takes place in the Jagannath temple of Puri in the same way, the Rath Yatra is also carried out from here.
Thanks guys
Mountain Leopard Mahendra 🧗🧗