नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं दोस्तों आज मैं आप सभी को लेकर चल रहा हूं कर्नाटक के एक छोटे से कस्बे मेलुकोट की यात्रा पर जहां मौजूद हैं अति प्राचीनतम चेलुवनारायण स्वामी मंदिर। जहां कभी प्रभु श्री राम अपने दोनों पुत्र लव और कुश के साथ पधारे थे।दोस्तों यह प्राचीन मंदिर अपने अद्भुत वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है।
चेलुवनारायण स्वामी मंदिर
मेलुकोट कर्नाटक
भारतवर्ष
दोस्तों कावेरी घाटी की ओर मुख वाली यादवगिरि या यदुगिरी के नाम से जानी जाने वाली चट्टानी पहाड़ियों पर निर्मित चेलुवनारायण स्वामी मंदिर मेलकोट में स्थित एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है।दोस्तों इस प्राचीन मंदिर में स्थापित प्रमुख पीठासीन देवता चेलुवनारायण स्वामी है जो श्री हरि भगवान विष्णु के ही एक रूप हैं दोस्तों मैसूर के तत्कालीन राजाओं के संरक्षण में इस मंदिर में काफी समृद्धि हासिल की थी।
( वैरामुडी उत्सव )
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दोस्तों वैरामुडी उत्सव इस प्राचीन मंदिर का वार्षिक त्योहार है जो मार्च व अप्रैल के महीने में आयोजित किया जाता है। इस दौरान लाखों तीर्थयात्री इस मंदिर में भगवान का दर्शन करने आते हैं।दोस्तों मंदिर परिसर में ही सबसे पुराना संस्कृत कॉलेज मौजूद है जो "श्री वेद वेदांत बोधनी" संस्कृत महापाठशाला के नाम से जाना जाता है जो सन 18 सो 54 में स्थापित किया गया था।
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दोस्तों चेलुवनारायण स्वामी मंदिर जिसे थिरूनारायणपुरा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।दोस्तों यह प्राचीन मंदिर भारत के कर्नाटक राज्य के मांड्या जिले के मेलकोट कस्बा में मौजूद है। दोस्तों अद्भुत रूप से मंदिर को चट्टानी पहाड़ों पर निर्मित किया गया है।दोस्तों मंदिर को गौर से देखने पर ऐसा लगता है कि मानो या मंदिर कावेरी घाटी की ओर देख रहा हो या फिर कावेरी घाटी की निगरानी कर रहा हो।
दोस्तों यह प्राचीन मंदिर मैसूर शहर से लगभग 48 किलोमीटर की दूरी पर और बेंगलुरु शहर से 156 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
( मंदिर परिसर )
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दोस्तों इस प्राचीन मंदिर को नक्काशी दार खंभों से पंक्तिबद्ध किया गया है दोस्तों मंदिर के शीर्ष पर एक गुंबद स्थापित है जिससे अद्भुत रूप से नक्काशीदार मूर्तियों से सजाया गया है। दोस्तों इस प्राचीन मंदिर के प्रमुख देवता चेलुवनारायण स्वामी है जो उनमगासु विली और चेलुवापिल्ले राया के नाम से भी जाने जाते हैं दोस्तों ये भगवान विष्णु के ही एक स्वरूप हैं।
दोस्तों मंदिर परिसर में मौजूद शिलालेख में भगवान को राम प्रिया के नाम से भी उल्लेख किया गया है दोस्तों माना जाता है कि प्रभु श्री राम ने अपने दोनों पुत्रों लव और कुश के साथ इस मंदिर का दौरा किया था और मंदिर में मौजूद देवताओं को पुष्पांजलि अर्पित की थी।
दोस्तों माना जाता है कि मुगल आक्रमणकारी महमूद शाह ने इस मंदिर पर आक्रमण कर मंदिर में मौजूद भगवान की धातु की मूर्ति को अपने साथ उठाकर लेकर चला गया था। दोस्तों भगवान की धातु की मूर्ति को वह अपनी बेटी बीबी नचियारी को खिलौने के रूप में खेलने के लिए दे दिया था।परंतु दोस्तों कहां जाता है कि वह भगवान की मूर्ति के साथ खेलने के बजाय पूजा करने लगी थी और भगवान के भक्ति में लीन हो गई थी। दोस्तों यह सब देखकर महमूद शाह ने भगवान की मूर्ति को वापस रामानुजाचार्य को लौटा दिया था।दोस्तों यह भी कहा जाता है कि वह भगवान की भक्ति में इतनी लीन हो गई थी कि उसकी मौत भी भगवान के चरणों में इसी मंदिर परिसर में हुई थी।साथ ही दोस्तों ऐसा भी माना जाता है कि उसकी आत्मा अग्नि पुंज के रूप में भगवान की मूर्ति में विलीन हो गई थी।
( मंदिर की अद्भुत प्राचीन वास्तु कला )
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दोस्तों इस अद्भुत और खूबसूरत मंदिर को द्रविड़ शैली में निर्मित किया गया है।दोस्तों मंदिर के ठीक नीचे एक सुंदर तालाब का निर्माण किया गया है जो पत्थरों से बना हुआ है ।दोस्तों जो देखने में सीढ़ीदार कुएं की तरह है।दोस्तों तालाब की सीढ़ियों पर पत्थरों से धनुषाआकार तकियों का निर्माण किया गया है ताकि तीर्थयात्री उन पर आराम कर सके। दोस्तों मंदिर के प्रवेश द्वार को त्रिकोणीय मीनार से सुशोभित किया गया है तथा मुख्य प्रवेश द्वार को स्तंभों वाली संरचनाओं से सजाया गया है दोस्तों जिसके ऊपर खूबसूरत गोपुरम बनाया गया है।दोस्तों मंदिर की बाहरी भाग में खूबसूरत खंभों वाला गलियारा है जहां इन खंभों पर अद्भुत और बारीक नक्काशीदार मूर्तियों को बनाया गया है।
दोस्तों मंदिर का मुख्य गर्भगृह जहां भगवान को स्थापित किया गया है एक वर्गाकार संरचना है।दोस्तों मुख्य गर्भगृह की भीतरी दीवारों पर एक स्तंभयुक्त गलियारा भी बनाया गया है।दोस्तों मंदिर परिसर में ही मंदिरों जैसी दिखने वाली छोटी संरचनाएं जल में तैरती हुई किश्ती को सुशोभित करती है दोस्तों जो इस मंदिर की सबसे महत्वपूर्ण स्थापत्य विशेषता है।दोस्तों इन सभी छोटे मंदिरों को सभी दिशाओं में पंक्तिबद्ध हिंदू देवी-देवताओं की सुंदर और नक्काशीदार मूर्तियों से सजाया गया है।दोस्तों ऐसा माना जाता है कि स्थानीय लोगों के द्वारा ये देवगण इस मंदिर को बुरी आत्माओं से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
दोस्तों स्तब्ध कर देने वाली इन स्तंभों में सजावटी नक्काशीयो वाले हिस्सों को अलग से नहीं जोड़ा गया है बल्कि पूरा स्तंभ एक ही पत्थर को तराशकर बनाया गया है ? क्या इनकी फर्निशिंग देखकर आपको लगता है कि इसे मात्र छेनी - हथौड़ी से तराशा गया होगा। दोस्तों यह अद्भुत और अलौकिक हैं ये हमारे पूर्वजों के अनुपम धरोहर हैं।
( आसानी से पहुंचा जा सकता है चेलुवा नारायण स्वामी मंदिर )
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हवाई जहाज के द्वारा - दोस्तों 133 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा मेलकोट का नजदीकी हवाई अड्डा है।
रेल द्वारा - दोस्तों 51 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मैसूर रेलवे स्टेशन नजदीकी रेलवे स्टेशन है ।दोस्तों यह कर्नाटक के प्रमुख शहरों के साथ देश के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
बस के द्वारा - दोस्तों केआरटीडीसी की बसे मैसूर और बेंगलुरु दोनों शहरों से नियमित रूप से चलती है। दोस्तों आप मैसूर से तुमकुर और आगे के लिए बस ले सकते हैं और जक्कनहली क्रॉसिंग पर उतर सकते हैं दोस्तों मेलकोट इस जगह से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
धन्यवाद दोस्तों
माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा 🧗🧗
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English translate
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Hello friends, I am Mountain Leopard Mahendra, warm greetings to all of you, friends, today I am taking you all on a trip to Melukote, a small town in Karnataka, where the oldest Cheluvanarayana Swamy temple is present. Where once Lord Shri Ram had come with his two sons Lav and Kush. Friends, this ancient temple is also known for its amazing architecture.
Cheluvanarayan Swamy Temple
Melukote, Karnataka
Bharatvarsh
Friends: The Cheluvanarayana Swamy Temple, built on the rocky hills known as Yadavagiri or Yadugiri, facing the Cauvery Valley, is a famous pilgrimage site located in Melkot. Friends, the principal presiding deity enshrined in this ancient temple is Cheluvanarayana Swamy, the deity of Sri Hari Lord Vishnu. Friends are a form, under the patronage of the then kings of Mysore, this temple had achieved great prosperity.
(Vairamudi festival)
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Friends Vairamudi festival is the annual festival of this ancient temple which is held in the month of March and April. During this time, lakhs of pilgrims come to see the Lord in this temple. The oldest Sanskrit college is present in the two temple premises which is known as "Sri Ved Vedanta Bodhani" Sanskrit Mahapathasala which was established in 1854. .
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Friends Cheluvanarayana Swamy Temple also known as Thirunarayanapura Temple. Friends, this ancient temple is present in Melkot town of Mandya district in Karnataka state, India. Friends, wonderfully the temple has been built on the rocky mountains. Friends, on looking closely at the temple, it seems as if the temple is looking towards the Kaveri valley or is monitoring the Kaveri valley.
Friends, this ancient temple is located at a distance of about 48 km from the city of Mysore and 156 km from the city of Bangalore.
( Temple Complex )
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Friends, this ancient temple is lined with carved pillars. Friends, a dome is installed on the top of the temple, which is decorated with wonderfully carved sculptures. Friends, the principal deity of this ancient temple is Cheluvanarayana Swamy, also known as Unemagasu Villi and Cheluvapillay Raya, friends. It is a form of Lord Vishnu.
Friends, in the inscription present in the temple premises, the Lord is also mentioned by the name of Ram Priya. Friends, it is believed that Lord Shri Ram, along with his two sons Luv and Kush, visited this temple and paid floral tributes to the deities present in the temple. Had it.
Friends, it is believed that the Mughal invader Mahmud Shah attacked this temple and took away the metal idol of God present in the temple with him. Friends, he had given the metal idol of God to his daughter Bibi Nachiyari to play as a toy. But where does friends go that instead of playing with the idol of God, she started worshiping and got absorbed in the devotion of God. Went. Friends, after seeing all this, Mahmud Shah returned the idol of the Lord back to Ramanujacharya. Friends are also said that he was so absorbed in devotion to God that he also died at the feet of the Lord in this temple complex. Also friends, it is believed that his soul merged into the idol of God in the form of Agni Punj.
(Wonderful ancient architecture of the temple)
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Friends, this wonderful and beautiful temple has been built in Dravidian style. Friends, a beautiful pond has been constructed just below the temple which is made of stones. Friends, which is like a terraced well in view. Friends, on the steps of the pond. Arched pillows are made of stones so that the pilgrim can rest on them. Friends, the entrance of the temple is decorated with a triangular tower and the main entrance is decorated with pillared structures, friends, on which a beautiful gopuram has been built. Friends, there is a beautiful pillared corridor in the outer part of the temple where these pillars are amazing. And finely carved sculptures have been made.
The main sanctum sanctorum of the Friends temple where the Lord is installed is a square structure. A pillared corridor has also been built on the inner walls of the two main sanctum sanctorum. The small temple-like structures in the two temple complex itself adorn the floating rooster Friends, which is the most important architectural feature of this temple. Friends, all these small temples are decorated with beautiful and carved idols of Hindu gods and goddesses lined in all directions. Friends, it is believed that these deities are worshiped by the local people in this temple. Provides protection to the temple from evil spirits.
Shocking friends, the decorative carvings are not added separately in these columns, but the entire pillar is made by carving the same stone. Do you think that by seeing their furnishing, it must have been carved with a mere chisel-hammer. Friends, this is amazing and supernatural, they are unique heritage of our ancestors.
(Easily accessible Cheluva Narayana Swamy Temple)
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By Air Friends Bangalore International Airport situated at a distance of 133 kms is the nearest airport to Melkot.
By Rail - Friends Mysore Railway Station is the nearest railway station located at a distance of 51 kms. It is well connected to the major cities of Karnataka as well as all the major cities of the country.
By Bus - Friends KRTDC buses run regularly from both Mysore and Bangalore cities. Friends, you can take a bus from Mysore to Tumkur and onwards and get down at Jakkanahalli crossing Friends, Melkot is located at a distance of about 6 kilometers from this place.
thanks guys
Mountain Leopard Mahendra 🧗🧗
Mountain leopard Mahendra 🧗🧗