Thursday, June 25, 2020

एक खतरनाक यात्रा mountain lappord Mahendra के संग भाग 6- अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje





          ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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   नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं । जैसा कि दोस्तों आप लोगों ने पिछले अध्याय में पढ़ा कि कैसे मैं अतित के सपने में खोया हुआ था कि तभी पुष्पांजलि जी की आबाज सुनाई देती हैं कि चलें हमलोग महल में वहां पर सभी लोग हमारा  राह देख रहे होंगे।  और हम सभी लोग महल की ओर बढ़ने लगते हैं ।   दोस्तों  आगे आगे हम चल रहे थे और पिछे पिछे हमारी सेना कदम से कदम ताल मिलाते हुए आगे बढ़ रही थी । उनके भारी जुतों की आवाज से मानो लग रही थी कि भुचाल आ गई हों । और पुल थर थर कांप रही थी । मानो अब गीरी की तब गीरी  । लेकिन भाईयों यह सिर्फ एक पुल ही नहीं थी बल्कि एक महा विशालकाय पुल थी  । और  इस पुल को बनाने वाले लोग भी इस पौराणिक पुल की ही तरह महान इंजिनियर होगें । तभी तो इतना शानदार निर्माण कर पाये होंगे । तभी राजा भाई मेरे कंधे पर हाथ रखते हुए कहता है  कि भाई हम सभी लोग तो यहां पर आकर एक तरह से पिछले जन्म में वापस आ गये हैं । और शायद महल में पहुंचने के बाद  हमारे धर्म पत्नियों की ही तरह हमारे माता-पिता भी  जीवित होंगे ।  तों हमारे इस जन्म के माता-पिता का क्या होगा जो हमारे इंतजार में घर पर  परेशान होंगी । क्योंकि हमे घर से निकले हुए महिनों बित गया है ।  पिता जी गुस्से से लाल हो रहें होंगे । और लाठी लेकर हमलोगो का इंतजार कर रहे होंगे । हमारी बातें सुन कर बबली भाभी बोलती हैं  कि पापा तो मुझे घर में ही नहीं घुसने नहीं देंगे । और जब उन्हें पता चलेगा कि हम दोनों पिछले जन्म के पति पत्नी है तो मजा आ जायेगा । और जब मैं उन्हें अपने पिछले जन्म कि कहानी सुनाऊंगी तो वे लोग अचम्भित हों जाएंगे ।कि कैसे मैं महासंग्राम में युद्ध करते हुए एक महान योद्धा की तरह  ब्रह्मास्त्र के द्वारा अपने पति देव के साथ साथ वीरगति को प्राप्त हो गई थी । तभी टिंकू भाई बोलता है कि वो सब तो ठीक है भाभी जी  लेकिन अभी तो वे लोग परेशान ही हों रहें होंगे । और तो और वे लोग पुलिस में रिपोर्ट दर्ज भी करबा दिया होगा कि हम सभी लोग पहाड़ों में कहीं खो गये हैं । तभी संतोष भाई बोलते हैं कि और तो और अभी तक तो हमारी खोज में पर्वतारोहीयो का दल भी निकल पड़ा होगा हमारी खोज खबर लेने । तभी अखिलेश भाई बोलते हैं कि लेकिन वे लोग यहां तक पहुंच ही नहीं पायेंगे । और हम सभी लोग बातें करते करते महल के दरवाजे पर कब पहुंच गये पता ही नहीं चला क्योंकि हम सभी लोग बातें करने में ध्यानमग्न थे। कि तभी भोपूओ एक प्रकार का बाजा  और नगाड़ों की आवाज ने हमारा ध्यान तोड़ दिया  । इन नगाड़ों की आवाज सुनकर ऐसा लग रहा था कि कि मानों हम किसी महासंग्राम के लिए प्रस्थान कर रहे हों । और तभी महल का दरवाजा खुलता है और हम पर फुलों की वर्षा होने लगती हैं और शंखों की ध्वनी पुरे वातावरण को गुंजायमान किये हुए थी  । और महल के अंदर की ओर जाने वाली रास्ते के दोनों ओर  वहां की जनता हमारी उदघोष कर रही थी। और उनकी पलके हमे देखने के लिए उतावले हुए जा रही थी । 




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 English translate
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Secret of Tambakhani Cave

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 Hello friends I extend my hearty greetings to all of you mountain leopard Mahendra.  As you guys read in the last chapter, how I was lost in Atit's dream that when Pushpanjali Ji's voice is heard, let's go to the palace where everyone will be looking at us.  And we all start moving towards the palace.  Friends, we were moving forward and behind us, our army was advancing in step.  It was as if the sound of his heavy shoes seemed to have made the movements.  And the bridge was trembling.  It is as if it is a fall of giri.  But ladies, it was not just a bridge but a great giant bridge.  And the people who build this bridge will be great engineers just like this mythical bridge.  Only then would you have been able to make such a magnificent construction.  Then the king puts his hand on my shoulder and says that brother, all of us have come here and have come back in a previous way.  And perhaps after reaching the palace, our parents will be alive like our religious wives.  So what will happen to our birth parents who will be upset at home waiting for us.  Because we have spent months coming out of the house.  Father must be turning red with anger.  And we will be waiting for people with sticks.  Babli sister-in-law, after listening to our words, says that my father will not let me enter the house.  And when they know that both of us are husband and wife of previous birth, then it will be fun.  And when I tell them the story of my previous birth, they will be amazed. How I, like a great warrior, had received Veeragati along with my husband Dev by fighting Brahmastra while fighting in Mahasangram.  That's why Tinku Bhai says that all is fine, sister-in-law, but now those people must be getting upset.  Moreover, those people would have even lodged a police report that all of us have been lost somewhere in the mountains.  That is why Santosh Bhai says that even then, in our search, a team of mountaineers has also left to seek our news.  Then Akhilesh Bhai says that but those people will not be able to reach here.  And we all did not know when we reached the palace door while talking because we all were meditative in talking.  That is when a kind of musical instrument and the sound of drums broke our attention.  Hearing the sound of these drums, it seemed as if we were leaving for a mahanagram.  And then the door of the palace opens and we start to see the rain of flowers and the sound of conchs resonating the entire atmosphere.  And on both sides of the path leading to the inside of the palace, the people there were raising our voice.  And their eyelashes were raring to see us.



 

तभी हमारी नजर बड़े से दरवाज़े के नीचे जाती हैं  वहां पर महाराज और महारानी स्वयं आरती की थाल लिए हुए खड़ी थी हमारी स्वागत करने के लिए और सबसे अचंभित करने वाली बात थी कि वे सभी बिल्कुल वैसे ही दिख रहे थे । जैसा कि इस जन्म में हमारे मम्मी पापा थे । बिल्कुल वैसे ही कद काठी के हम सब हैरान थे अचंभित थे लेकिन खुश भी थे । और सोच रहे थे कि हमारे माता-पिता यहां है तो घर पर कौन हैं । और यहां पर हमारे सामने  राजा महाराजाओं के पोशाक में हमारे माता-पिता ही होंगे।   क्योंकि लगातार उनके आंखों से आंसुओं की धारा बहे जा रही थी । और तभी महारानी जी जो कि मां की जैसी ही थी दौड़ कर मेरे गले लग गई ।  कहां चला गया था मेरा बेटा  अपनी मां को छोड़कर   मेरी तो आंखें ही पथरा गई थी  तुम लोगों की राह देखते देखते  । और तुम्हारी बड़ी मां और चाची ताई तों तुम्हरा
 और तुम्हारे भाईयों के इंतजार में  पागल सी हो गई है ।कि तुम लोग कब लौट के आओगे और तुम लोगों के इंतजार में कई सदियां बीत गई  । अरे बच्चों तुम लोग वहां क्या कर रहे  जाकर अपनी  अपनी मां के गले लग जाओ  देखो वे कैसे रो रही हैं और सभी दौड़कर  राजा  टिंकू संतोष अजय और अखिलेश भाई  अपनी अपनी मां के गले लग जाते हैं  । बिल्कुल लग ही नहीं रहा था कि इस जन्म कि मां और पिछले जन्म कि मां में कोई फर्क था ।लग रहा था दोनों एक जान दो शरीर है । फर्क बस इतना सा था कि वे घर पर हैं  और ये इस लोक में । 



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English translate
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Then our eyes go under the big door, where the Maharaj and the Empress were standing there with aarti on their own to welcome us and the most surprising thing was that they all looked exactly the same.  As our parents were in this birth.  In the same way, we were all surprised by the height of the saddle, were surprised but also happy.  And wondering if our parents are here then who are at home.  And here in front of us will be our parents in the dress of the King Maharajas.  Because the stream of tears was continuously flowing from his eyes.  And then the Queen, who was like a mother, ran and hugged me.  Where did my son leave his mother, my eyes were stoned, looking at you guys.  And your elder mother and aunt Tai Tong are yours



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 And you have become mad in waiting for your brothers. When will you return and many people have passed in waiting for you.  Hey children, what are you doing there and get hugged by your mother, see how she is crying, and all running, Raja Tinku Santhosh Ajay and Akhilesh Bhai hug their mother.  There was no feeling that there was any difference between the mother of this birth and the mother of the previous birth. It seemed that both are one life and two bodies.  The only difference was that they are at home and in this world.



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  की  तभी  एक संन्यासी जैसा युवक हमारे पास आता है। अरे वाह इसे  तो मैं पहचानता हूं  यह तो हमारा बचपन का दोस्त और महान् योद्धा   भोजपती हैं  जो अपने हाथों में  तलवार लेकर आया था । और घुटनों पर बैठ कर मुझसे बोला मेरे दोस्त   यह तलवार  सदियों से तुम्हरा इंतजार कर रहा था  । अब आप आ गये हैं तो आप अपने इस महान तलवार को धारण कर लिजिए । क्योंकि कि इसकी शक्ति अपरम्पार हैं  । और आप सभी ने इन तलवारों को स्वयं माता शक्ति के  हाथों से प्राप्त किया है । इसलिए इन तलवारों को आप ही लोग धारण कर सकते हैं।  जय माता शक्ति।  और फिर मंत्र उच्चारण के द्वारा उन तलवारों को हमे सौप देता है । और मैं उसे अपने गले से लगा   लेता हूं   और बहुत देर तक हम सभी गले लगे रहते क्योंकि मिले भी तो हम है सदियों बाद। तभी  राजा भाई की मम्मी की आवाज ने हमारा ध्यान  उनकी ओर खिचता है  वो बोल रही थी कि मेरे बच्चों सिर्फ अपने दोस्तों के गले लगोगे अपनी मां की नहीं। और बाहें फैला कर हमे अपने पास बुलाने लगी। और दौड़कर हम सभी अपने बड़ी मां के गले लग गये। 

दोस्तों क्या बताऊं बहुत ही  गमगीन माहौल था सभी लोग एक एक करके हमें गले लगा रहे थे । और उनके आंखों से आंसुओं की धारा बह रही थी । और हम भी अपने आप को रोक नहीं पा रहे थे और हमारे आंखों से भी आंसुओं की धारा बह रही थी ।  

धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा  । इस समय मेरे पास शब्द नहीं है वर्णन करने के लिए ।  


धन्यवाद दोस्तों

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English translate
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4

 That is when a young man like a monk comes to us.  Oh wow, I recognize this is our childhood friend and great warrior Bhojpati who brought a sword in his hands.  And sitting on my knees said to me my friend this sword was waiting for you for centuries.  Now that you have come, then you should carry this great sword of your own.  Because its power is infinite.  And all of you have received these swords from the hands of Mother Power yourself.  Therefore, you can bear these swords.  Jai Mata Shakti.  And then chants those swords to us by chanting the mantra.  And I hug him with my neck and we all kept hugging for a long time because we have met after centuries.  That's when the voice of Raja Bhai's mother caught our attention, she was saying that my children will only embrace their friends and not their mother's.  And spread out arms and started calling us with him.  And we all hugged our elder mother after running.


 Friends, tell me it was a very warm atmosphere, everybody was embracing us one by one.  And a stream of tears was flowing from their eyes.  And we too could not stop ourselves and tears were flowing from our eyes.


 Thank you guys, I will narrate the episode tomorrow.  At this time I do not have the words to describe it.



 Thanks guys

 

Wednesday, June 24, 2020

एक खतरनाक यात्रा mountain lappord Mahendra के संग भाग_ 6का अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje



            ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं। जैसा कि दोस्तों कल आपलोगो ने पढ़ा था कि हम सभी लोग उड़नखटोले से जैसे ही बाहर आते हैं हमारी आंखें खुली की खुली रह जाती हैं बाहर का नजारा देखकर । क्योंकि बाहर जो हम देख रहे थे  वह अद्भुत और अकल्पनीय था दोस्तों जिसे आज तक हमने कभी नहीं देखा था एक अलौकिक और प्रकाश प्रकाशयमान  पौराणिक महलों का एक समूह था हमारे सामने । और हमारे और उन महलों के बीच में एक बहुत ही ही बड़ी गहरी घाटी थी जिसके बीच से होकर एक विशाल नदी बह रही थी । और वह नदी एक विशाल और अद्भुत झरने से निकल रही थी । और अपने चारों ओर एक अद्भुत और अलौकिक दृश्य उत्पन्न कर थी । दोस्तों मैं क्या बताऊं आपलोगो को झरना इतना विशाल था , इतना विशाल था कि उसकी पानी की बेग से एक बहुत ही बड़ा  और विशाल बवंडर का निर्माण हो रहा था । और मानो ना मानो दोस्तों लग रहा था जैसे    इन बड़ी बवंडरों के द्वारा  महलों के समुह को छनभर में  चकनाचूर कर देगा ।  और हम देख रहे थे कि  महलों के उपर काले काले बादलों के झुंड महलों के चारों ओर मंडरा रहे थे और उनसे उत्पन्न होने वाले कुहासे ने महलों को आगोश में समेट लिया था ।जो एक बहुत ही रहस्यमई वातावरण उत्पन्न कर रहा था।  दोस्तों क्या बताऊं जो मेरा हाल था वहीं हाल मेरे दोस्तों का भी था । और जबकि हमारी  पिछले जन्म कि धर्म पत्नियां खड़ी खड़ी मुस्कुरा रही थी । और हमारे सामने एक बहुत ही विशाल  पुल  खड़ा था  जो पत्थर और लकड़ियों से बनी हुई थी।  और इस पुल को पार कर के ही उन पौराणिक महलों तक पहुंचना था ।  अरे यह क्या हमने तो देखा ही नहीं  पुल इस छोर पर सैनिकों की एक समूह खड़ी थी जो हमें देखते ही  सावधान के मुद्रा में खड़े हो गए थे । और कोहरे में इस तरह खड़े थे कि अब न तब हम पर आक्रमण कर देंगे। वे लोग पुरी तरह से कोहरे के  अधंकार में छुपे हुए थे। और अपने दुश्मनों के इंतजार में पुरे मुश्तैदी से खड़े थे।  यानी कि पुरी तरह से दुश्मनों के नजरों से ओझल थे । और जैसे ही हमारा उड़नखटोला नीचे उतरा था वे लोग चौंकने हों गए थे ंंऔर अपने अपने पौजिशन पर खड़े हो गए थे । किसी भी तरह के आक्रमण को नाकाम करने के लिए। लेकिन दोस्तों शायद उन्हें पहले से ही पता था कि हम आने वाले हैं  इसलिए वे हमारे स्वागत में खड़े थे।  एक बात और गौर करने वाली थी दोस्तों वह यह थी कि जैसे ही हम उड़नखटोले से नीचे आये उड़नखटोला अपने आप गायब हो गया था।  । और हम सभी लोग आश्चर्य चकित हो गऐ थे। और शायद हमें अभी भी विश्वास नहीं हो रहा था कि हम सभी लोग किसी और दुनिया में आ चुके थे जहां हमारे साथ हमारी पिछले जन्म कि धर्म पत्नियां हमारे साथ थी। 



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                                   Secret of Tambakhani Cave
 English translate    ****************************
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Hello friends I extend my hearty greetings to all of you mountain leopard Mahendra.  As friends, yesterday you read that all of us come out of the flying sky, our eyes are wide open looking at the outside.  Because what we were seeing outside was amazing and unimaginable. Friends, which we had never seen till date, there was a group of supernatural and light mythological palaces in front of us.  And between us and those palaces there was a very deep deep valley through which a huge river was flowing through it.  And that river was coming out of a huge and wonderful waterfall.  And produced a wonderful and supernatural scene all around him.  Friends, what can I tell you that the waterfall was so huge, so huge that a very big and huge tornado was being formed from its water bag.  And believe it or not, friends, it seemed as if these large whirlwinds would shatter a group of palaces in a hole.  And we were seeing that flocks of dark black clouds were hovering around the palaces and the fog emanating from them cast the palace in agony, which was creating a very mysterious atmosphere.  What should I tell friends, which was my condition while the condition of my friends was also there.  And while our previous birth's religion wives were standing and smiling.  And in front of us stood a huge bridge made of stone and wood.  And it was to reach this mythical palace by crossing this bridge.  Have we not seen this bridge? At this end, a group of soldiers were standing, who stood in a careful position on seeing us.  And stood in the fog in such a way that now or then we will attack us.  They were completely hidden in the mist of fog.  And waiting for their enemies, they stood full of strength.  That is, the entire way was lost from the eyes of the enemies.  And as soon as our Udaankhatola came down, those people were shocked and stood at their positions.  To thwart any kind of invasion.  But friends, they probably already knew that we were going to come, so they stood to welcome us.  One more thing to note was that friends, as soon as we came down from Udaan Khatola, Udaan Khatola had disappeared by itself.  .  And all of us were surprised.  And perhaps we still could not believe that all of us had come to some other world where we had religion wives of our previous birth with us.
 


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    और वे लोग हमें देखते ही  उद्घोष करने लगते हैं राज कुमार अमर रहे , राजकुमार  अमर रहे ,अमर रहे , कुमार महेंद्र प्रताप , की जय हो । कुमार राम कुमार और महारानी   आप दोनों अमर रहे ।( राजा और बबली)  और छोटे राजकुमारों आप सभी लोग अमर रहे । और योद्धाओं के योद्धा राजकुमारी पुष्पांजलि जीआप और छोटी राजकुमारीयो का भी हार्दिक अभिनंदन है। और वे लोग अपने हथियारों को नीचे करके हमारे सामने घुटने पर बैठ जाते हैं। और हमारा अभिवादन करते हैं । और खड़े हो कर अपना परिचय देते हैं । मैं आपका सेनापति  जंगबहादुर शेर सिंह हूं । और आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं। और लम्बे समयांतराल के बाद महल में आप सभी लोगों का हार्दिक स्वागत है। और हथियार फेंक कर सभी लोगों के गले लग जाता है और रोने लगता है और बोलते हैं कि मैं आपलोगो का बचपन का दोस्त हूं फिर भी आप लोगों को महासंग्राम में बचा नहीं पाया था क्योंकि मैं समय पर युद्ध स्थल पर पहुंच नहीं पाया था क्योंकि उन पौराणिक राक्षसों ने मुझे दुसरे जगहों पर रोक के रखे हुए था  क्योंकि उन्हें पता था कि जब तक मैं आपलोगो के साथ रहुंगा वे लोग आपलोगो का कुछ नहीं बिगाड़ पायेंगे । परंतु कुत्तों ने धोखे से आप लोगों के पिठ पर वार कर दिया था। ब्रह्मास्त्र से जिससे आपलोग वीरगति को प्राप्त हो गऐ थे। फिर भी वे लोग आप लोगों के शरीर को अपने साथ नहीं ले जा पाऐ थे । क्योंकि कि आप लोगों का शरीर  वीरगति को प्राप्त होते ही  विलुप्त हो गया था । अन्यथा अगर आप लोगों का शरीर उनके हाथ लग जाता तो बहुत बड़ा अनर्थ हो जाता । और आप लोग द्वारा जन्म नहीं ले पाते । वो तो भगवान भोलेनाथ शिव शंकर की कृपा थी कि आप  विलुप्त हो गऐ थे । और हम लोगों को राजकुमारी पुष्पांजलि जी पर पुरा भरोसा था कि एक दिन वे आप लोगों को वापस ले कर आयेंगी। और आज आपलोगो को लेकर ही वापस आई हैं। हर हर महादेव




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English translate
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And those people start announcing us as soon as they see Raj Kumar be immortal, prince be immortal, be immortal, Kumar Mahendra Pratap, hail.  Kumar Ram Kumar and Maharani Both of you are immortal. (Raja and Babli) and all of you little princes are immortal.  And the warrior of warriors Princess Pushpanjali Ji is also a warm welcome to you and the little princesses.  And they sit down on their knees in front of us with their arms down.  And greet us.  And stand up and introduce themselves.  I am your general Jung Bahadur Sher Singh.  And warm greetings to all of you.  And after a long break all of you are warmly welcomed in the palace.  And throwing the weapon, hugs all the people and starts crying and saying that I am your childhood friend, yet you could not save me in the battlefield because I could not reach the battle site on time because  Mythological demons were keeping me in other places because they knew that as long as I stay with you, they will not spoil you.  But the dogs had deceitfully attacked your people.  From Brahmastra, from which you received Veergati.  Still, they could not take your body with you.  Because your body had become extinct as soon as you attained Virgati.  Otherwise, if your body was attached to their hands, then there would have been a huge disaster.  And you cannot be born by people.  It was the grace of Lord Bholenath Shiva Shankar that you had become extinct.  And we had full faith in Princess Pushpanjali Ji that one day she will bring you back.  And today she has come back with you only.  Everywhere Shiva


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दोस्तों क्या वर्णन करू बहुत ही रोमांचक पल था । मानो ऐसा लग रहा था  जैसे हमारी पुरानी यादें हमारी आंखों के सामने तैरने लगी है और हम सभी उस खोये हुए पल में अपनों के बीच अठखेलियां कर रहे हैं । तभी पुष्पांजलि जी की आबाज सुनाई देती हैं  । प्राणनाथ चलें महल में   वाहा सभी लोग हमारा इंतजार कर रहे हैं । और हम सभी लोग आगे बढ़ने लगते हैं  ।



 धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा ।


 धन्यवाद दोस्तों


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English translate
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What friends should describe was a very exciting moment.  It was as if our old memories had started floating in front of our eyes and we are all in the midst of losing in that lost moment.  That is when Pushpanjali's voice is heard.  Everyone is waiting for us in Prannath Chale Mahal.  And we all start growing.



  Thank you guys, I will narrate the episode tomorrow.


  Thanks guys



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Tuesday, June 23, 2020

Adventures spoart: एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahend...

Adventures spoart: एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahend...: Ek yatra khajane ki khoje            ताम्बाखानी गुफा का रहस्य              **********************   नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद...

Ek yatra khajane ki khoje

एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahendra के संग भाग 6-काअगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje




           ताम्बाखानी गुफा का रहस्य 
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  नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं ।  जैसा कि दोस्तों कल आपलोगो ने पढ़ा ने कैसे मुझे पिछले जन्म कि बाते और उस भयानक युद्ध की याद आते ही मैं गुस्से से कांपने लगा और मेरी बाहें फड़कने लगी थी युद्ध के लिए और मैं अपनी तलवार खोजने लगा था और मैं अपने दोस्तों से युद्ध की तैयारी करने को कहने लगा । कि तभी पुष्पांजलि जी अपनी बहनों के साथ  रसोईघर से वापस लौट आती हैं और उनको देखते ही मैं उनसे लिपट जाता हूं। और रोने लगता हूं और उनको चूमने लगता हूं।  तब वो मुझे समझाती है कि हम उन पौराणिक राक्षसों से युद्ध जरुर करेंगे और उनका इस धरती से अस्तित्व ही मिटा देंगे।  परंतु अभी रात काफी हो चुकी हैं अतः अतः आप सभी लोग कमरे में जाकर सो जाइए  । और सभी लोग सोने चले जाते हैं  । 
                               और कमरे में मैं और पुष्पांजलि जी रह जाते हैं  और मैं पुष्पांजलि जी को अपने गोद में उठा लेता हूं  और पर्याय से उन्हें अपने पलंग पर लेटा देता हूं  तभी पुष्पांजलि जी शरमाते हुए बोलतीं हैं कि आप क्या कर रहे हैं  मुझे नशा छा रही हैं । तभी मै बोलता हूं कि पुष्पांजलि जी ये तो जन्मों जन्मों का नशा है और जब हम बिछड़े थे तभी भी प्यार का नशा था , और जब दुश्मन की तलवार  छाती में दिल को चिरते हुए पार हों गई थी तब भी प्यार का ही नशा था । और आज भी प्यार का ही नशा है। भला इसे कोई इंसान  भूल सकता है क्या  और हम दोनों तो जन्मों जन्मांतर के एक शरीर दो जान है  । भला हम दोनों अलग कैसे हो सकते हैं । मेरी प्यारी सी छुई-मुई  और फिर मै प्यार से पुष्पांजलि जी के होंठों को चूमने लगता हूं । और वे मदहोश हो कर मेरे बांहों के आगोश में सो जाती हैं और मैं भी उनके चमकते हुए गुलाबी चेहरे को देखते सो जाता हूं ।

                       आइए दोस्तों मैं आपलोगो को अपने बाकी दोस्तों के कमरों में ले चलता हूं  और देखते हैं कि कि वे लोग अपने कमरों में कर   क्या रहे हैं । सबसे पहले चलते हैं  अपने सबसे बड़े योद्धा  राजा और बबली भाभी के कमरे में   ।वे दोनों अपने कमरे में  पलंग पर बैठ कर एक दूसरे को ऐक टक निहारें जा रहे थे। तभी राजा भाई बबली भाभी से बोलते हैं कि यह बताओं बबली जब हम दोनों पिछले जन्म के पति पत्नी है और इस जन्म में भी हम दोनों साथ साथ है  और एक दूसरे से प्यार भी बहुत करते हैं तो आज तक तुमने मुझे एक चुम्मा भी नहीं दिया है राजा भाई कि बाते सुन कर बबली भाभी शरमा जाती हैं और राजा भाई कि गले लग जाती हैं। और दोनों प्यार के आगोश में खो जाते हैं ।   
                              और हम उन्हें छोड़ कर टिंकु भाई के कमरे की ओर चल पड़ते हैं  और जैसे ही हम टिंकू भाई के कमरे में पहुंचते हैं  देखता हूं कि टिंकू भाई  और भाभी जी जैसे सदियों से प्रेम के भुखे हों  और एक दूसरे के साथ प्यार के आगोश में लीन होते जा रहे थे और भाभी जी से बोले जा रहा था कि मैं सदियों सदियों से तुम्हारे प्रेम के लिए भटक रहा था  और आज जाकर तुम मुझे मिली हों तभी भाभी जी भी बोलती है कि हां मेरे राजा कुमार मेरी भी यही हाल थी आज तो मैं आपको छोड़ूंगी नहीं । और दोनों प्यार के आगोश में खो जाते हैं। और हम उन्हें छोड़ कर अजय भाई कि कमरे की ओर चल पड़ते हैं। 

 और जैसे ही हम अजय भाई के कमरे में पहुंचते हैं  वहां का नजारा देखकर भौंचक्के रह जाते हैं और शरम से लाल हो जाते हैं क्योंकि वे दोनों भुखे भेड़िए की तरह एक दूसरे पर टुट पड़ें थे और  एक दूसरे चुम्मे जा रहे थे । अतः हम उन्हें इसी हालत में छोड़ कर  संतोष भाई के कमरे की ओर चल पड़ते हैं। 

 और जैसे ही हम संतोष भाई के कमरे में पहुंचते हैं तो देखते हैं कि वे दोनों पलंग पर बैठ कर रहे होते हैं  भाभी जी बैठी हुई है और संतोष भाई उनके गोद में अपना सर रखें हुए हैं और वे उनके बालो सहला रही हैं और भाभी जी संतोष से पुछ रही हैं कि कैसे आप मेरे बिना रह रहे थे इस दुनिया में क्या मेरी याद नहीं आती थी । और मैं तो आप कि याद में पागल हो गई थी। और फिर दोनों प्यार के आगोश खो जाते हैं। और हम अखिलेश भाई के कमरे की ओर चल पड़ते हैं। 


 और जैसे ही हम अखिलेश भाई के कमरे में पहुंचते हैं  करता बताऊं दोस्तो नजारा ही अद्भुत था  क्योंकि भाभी जी अखिलेश के सिने पर अपना सर रख कर रोये जा रही थी और और Jiबोल रही थी कि आप मुझे छोड़कर कहां चले गए थे  । पता है आपके याद में कितनी पतली हो गई हूं और सदियों से  उड़नखटोले के खिड़की पर बैठ कर आप की राह देखते रहती थी  । और उस पल को याद कर के रोती रहती थी जब हम दोनों  सुहाग के शेज पर जाने वालें थे कि तभी आप मुझे छोड़कर युद्ध में चलें गए थे और मैं आपकी इंतज़ार करते रह गई थी । और आज जाकर मेरी इंतजार समाप्त हुई है । और दोनों प्रेम के अंनंत गहराइयों में खो जाते हैं।  और मैं सुबह होने का इंतज़ार करने लगता हूं।




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Secret of Tambakhani Cave

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 Hello friends I extend my hearty greetings to all of you mountain leopard Mahendra.  As friends, yesterday you read how I remembered my previous life and that terrible war, I started trembling with anger and my arms started to flare for war and I started searching for my sword and I fought my friends.  Started asking to prepare.  That is when Pushpanjali ji returns from the kitchen with her sisters and on seeing them I hug her.  And I cry and kiss them.  Then she explains to me that we will definitely fight those mythical demons and erase their existence from this earth.  But it is too late now, so all of you go to sleep in the room.  And all people go to sleep.

 And I live in the room with more wreaths and I take Pushpanjali ji in my lap and synonymously lay them on my bed, when Pushpanjali ji says blushingly, what are you doing, I am getting intoxicated.  That is when I say that Pushpanjali ji is the intoxication of births and even when we were separated, we had the intoxication of love, and even when the enemy's sword crossed the heart in the chest, it was love.  And even today, there is the addiction of love.  No man can forget this, and we both have two bodies, one body of birth.  How can we both be different?  My sweet little mimosa and then I start lovingly kissing the lips of the wreath.  And she sighs and sleeps in my arms, and I fall asleep seeing her shining pink face.


 Come on guys, I take you to the rest of my friends' rooms and see what they are doing in their rooms.  First of all, let's go to the room of his eldest warrior king and Babli Bhabhi. They were sitting on the bed in their room looking at each other.  That is why Raja Bhai Babli speaks to her sister-in-law that when we both are husband and wife of previous life and even in this birth, we both are together and love each other a lot, till date you have not even given me a kiss  Babli sister-in-law is ashamed to hear the words of Raja Bhai and hugs Raja Bhai.  And both are lost in love.

 And we leave them and walk towards Tinku Bhai's room and as soon as we reach Tinku Bhai's room, I see that Tinku Bhai and Bhabhi ji are hungry for love for centuries and are engrossed in love with each other.  Were becoming and were being told by sister-in-law that I was wandering for your love for centuries and today you have met me, then law also says that yes my king Kumar was also in my condition today.  Will not leave you  And both are lost in love.  And we leave them and walk towards Ajay Bhai's room.


 And as soon as we reach Ajay Bhai's room, seeing the scene there, he is shocked and turns red with shame as they both collide like hungry wolves and are kissing each other.  So we leave them in this condition and walk towards Santosh Bhai's room.


 And as soon as we reach Santosh bhai's room, we see that both of them are sitting on the bed, sister-in-law is sitting and Santosh bhai is holding his head in her lap and she is stroking his hair and sister-in-law  I am asking with satisfaction how I was not able to remember in this world you were living without me.  And I was mad at remembering you.  And then both of them lose love.  And we walk towards Akhilesh Bhai's room.



 And as soon as we reach the room of Akhilesh Bhai, I will tell you that the sight of friends was amazing because sister-in-law was crying and putting her head on Akhilesh's cinematics and saying where did you leave me.  Know how thin I have become in your memory and used to sit at the window of Udaqhatole for centuries and kept looking at you.  And we used to cry after remembering the moment when we both were going to go on the suhag's bed, that was when you left me and went to war and I kept waiting for you.  And today, my wait is over.  And both are lost in the deepest depths of love.  And I start waiting for morning.

 


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और तभी  घंटे की आवाज सुनाई देने लगती हैं  और मेरी नींद खुल जाती है और हड़बड़ा कर उठ जात हूं और इधर उधर पुष्पांजलि जी को ढुढने लगता हूं  और तभी पुष्पांजलि जी  बाथरूम से      स्र्स्नान कर के बाहर आती हैं और मैं  उन्हें देखते ही रह जाता हूं वह बिल्कुल नई नवेली दुल्हन की जैसी खूबसूरत लग रही थी । तभी पुष्पांजलि जी मुझसे बोलती हैं कि अरे आप उठ गए।


                                           जाकर स्नान कर लिजिए क्योंकि हम सभी लोग अब महल में पहुंचने वाले हैं   तभी मुझे शरारत सुझती हैं और पुष्पांजलि जी को कस के पकड़ लेता हूं और वो मुझसे छुटने की कोशिश करने लगती हैं और मुझसे बोलती हैं कि छोड़िए ना कोई आ जाएगा। और तभी दरवाजे पर दस्तक होती है  तो पुष्पांजलि जी पुछती हैं कौन हैं  तभी बाहर से बबली भाभी भाभी बोलती हैं कि हम लोग हैं।  अब तो मुझे छोड़ दिजिए आप के दोस्त लोग आ गए हैं नहीं मैं नहीं छोड़ुगां   और पुष्पांजलि जी को मैं चुमी लेने लगता हूं तभी बाहर से टिंकू भाई की आवाज आती हैं अरे भाई कितने देर तक सोते रहोगे  दरवाजा खोलो   । और मैं पुष्पांजलि जी को छोड़ते हुए बोलता हूं कि इन्हें अभी ही आना था कबाब में हड्डी बनने । और पुष्पांजलि जी मुस्कुराते हुए दरवाजा खोलने चली जाती हैं और मैं स्नान करने के लिए बाथरूम में घुस जाता हूं  ।

और मेरे दोस्त अपने धर्म पत्नियों के साथ दरवाजा खुलते ही मेरे कमरे में आ जाते हैं और पुष्पांजलि जी से पुछते हैं कि महेंद्र भाई कहा हैं । तो वो बाथरूम कि ओर इशारा करते हुए बोलतीं हैं कि वह अभी स्नान कर रहे हैं । तभी पुष्पांजलि जी की बहनें बोलती है कि दीदी हम लोग महल में पहुंच ने वाले हैं और तभी मैं भी स्नान करके बाहर आ जाता हूं और सभी मुझे देखने लगते हैं।   तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं कि आप आ गये  । ठीक है अब हमारा उड़नखटोला तीव्र गति से नीचे उतरने वाला है आप सभी लोग बैठ जाइए। और हम निचे उतरने लगते हैं  और हमारा उड़नखटोला नीचे उतर जाता है और हम सभी लोग दरवाजा खुलने का इंतजार करने लगते है और तभी धीरे धीरे दरवाजा खुलने लगता है  और दरवाजा पुरी तरह से खुल जाता है  और हम सभी लोग बाहर आ जाते हैं और बाहर का नजारा देखकर दोस्तों हमारी आंखें खुली की खुली रह जाती ।



 धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा क्योंकि आगे कि यात्रा और कहानी बहुत ही अलौकिक और अद्भुत होने वाली।
    
                             धन्यवाद दोस्तों
 

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 English translate



And then I hear the sound of the hour and my sleep wakes up and I get up in a hurry and find the wreath here and there, and then the wreath comes out of the bathroom with a sigh and I keep on seeing them.  She looked absolutely beautiful like a new fledgling bride.  Then Pushpanjali Ji says to me that hey you got up.



 Go and take a bath because all of us are now going to reach the palace, then I suggest mischief and hold the Pushpanjali ji tightly and she starts trying to get rid of me and tell me that no one will come.  And when there is a knock on the door, then Pushpanjali ji asks, who is it then only Babli Bhabhi Bhabhi speaks from outside that we are people.  Now leave me, your friends have come. No, I will not leave and I start kissing Pushpanjali ji, only then the voice of Tinku Bhai comes from outside. Oh brother, how long will you keep sleeping. Open the door.  And I leave the wreath, saying that they were yet to come to be bone in the kebab.  And Pushpanjali goes to open the door smiling and I enter the bathroom to take a bath.


 And my friends come to my room with their religious wives as soon as the door opens and ask with a wreath that Mahendra Bhai has said.  So she points to the bathroom and says that she is taking a bath right now.  Then Pushpanjali Ji's sisters say that Didi, we are the ones who have reached the palace and then I too come out after taking bath and everyone starts looking at me.  Then Pushpanjali Ji says that you have come.  Okay, now our Udaankhatola is going to come down at a rapid speed.  And we start descending and our fly down comes down and we all start waiting for the door to open and then slowly the door starts to open and the door opens completely and we all come out and out  Seeing the view of friends, our eyes would be wide open.




 Thank you guys, I will narrate the incident tomorrow because the journey and the story ahead will be very supernatural and amazing.



 Thanks guys





Monday, June 22, 2020

एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahendra के संग भाग 6-का अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje





     ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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 नमस्कार दोस्तों जैसा कि आप लोगों ने पिछले अध्याय पढ़ा था कि हम सभी लोग खाना खाने के बाद सोने जाने की तैयारी करने लगे थे। अपने अपने कमरों में ।  जबकि मैं और पुष्पांजलि जी अपने कमरे में ही थे।  और बीच  बीच में हमारे बीच हंसी मजाक भी चल रहा था। और हमने खाना भी समाप्त कर दिया था । तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं चलो बहनों सब ने खना खा लिया है अतः हम सभी मिलकर बर्तन धो लेंते हैं  चलो हम सभी लोग रसोईघर में चलते हैं  । और आप सभी लोग  बैठ कर बातें किजिए  तबतक हम सभी बहनें रसोईघर से बर्तनों को धोकर आते हैं । और लोग रसोईघर की ओर चलीं गईं।  उनके जाने के बाद राजा भाई मुझसे बोलते हैं  अरे वाह क्या बात है महेंद्र भाई आप दोनों की तो बहुत ही सुंदर तस्वीर बनी हुई है ।  तभी मैं बोलता हूं हां राजा भाई मुझे तो कुछ समझ में ही नहीं आ रहा कि मैं क्या करूं  ? अच्छा छोड़ो आप सभी लोगों के कमरे का क्या हाल है क्या आपलोगो के कमरे में भी आप सभी लोगों की तस्वीर आप लोगों की पिछले जन्म कि धर्म पत्नियों के साथ बनी हुई है । और राजा भाई क्या आप की भी तस्वीर बबली भाभी जी के साथ बनी हुई हैं  तभी सभी लोग एक साथ बोलते हैं हां भाई हां पहले तो सिर्फ तस्वीर ही बनी हुई थी और अब तो हमारी धर्म पत्नियां भी आ गई है । तभी अखिलेश भाई बोलते हैं कि भाई लोग अब तो मुझे भी उनलोगो को देख कर पिछले जन्म कि याद आने लगी है  । वाह मजा आ गया था भाईयों जब उसने मुझे गले लगाया  । मेरे तो कई जन्मों के पाप ही धुल गया । और आज रात को तो मैं उसे छोड़ने वाला नहीं हूं कई का प्यासा हूं।   तभी संतोष भाई बोलते हैं कि हां भाई मेरा भी यही हाल है ।  तभी राजा भाई बोलते हैं कि हां भाई यह सब तो ठीक है लेकिन जल्दी बाजी में कुछ गड़बड़ी मत कर देना आप लोग । कि तभी अजय भाई बोलते हैं कि राजा भाई आप और बबली भाभी जी तो बहुत दिनों से एक साथ है आप को आभी क्या महसूस हो रहा है और क्या सचमुच में आपकी शादी पिछले जन्म में बबली भाभी जी के साथ हों गई थी।  हां भाईयों हम जैसे ही अपने कमरे में धुसे एक बिजली सी कौंधी और और हम दोनों एक बिते हुए अतित में पहुंच गए थे  जहां पर
हम सभी की शादियां हो चुकी थी और हम सभी लोग महेंद्र भाई की शादी की तैयारी में लगे हुए थे  कि तभी हमारे महल पर राक्षसों का हमला हों गया था । और हम सभी लोग  और यहां तक कि महेंद्र भाई भी शादी की मंडप से उठ कर  बिना शादी किए हुए  युद्ध में चल पड़ें थे ।   और बबली भी युद्ध हमारे साथ थी । और युद्ध में हम सभी लोग वीरगति को प्राप्त हो गये थे ।




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Secret of Tambakhani Cave

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 Hello friends, as you read the previous chapter, we all started preparing to go to sleep after having dinner.  In their own rooms.  While me and Pushpanjali Ji were in my room.  And there was a laughing joke going on between us.  And we had finished eating.  Then Pushpanjali Ji says, let's all eat the sisters, so let's all wash the dishes together let us all go to the kitchen.  And all of you guys sit and talk till then all of us sisters come from the kitchen to wash the utensils.  And people went towards the kitchen.  After his departure, Raja Bhai speaks to me, oh, what is the matter Mahendra Bhai, a beautiful picture of both of you remains.  That's why I say yes, Raja Bhai, I don't understand what to do.  Good leave, what is the condition of the room of all of you, is the picture of all of you in your room also, with the religion wives of your past lives.  And Raja Bhai, is the picture of you also made with Babli Bhabhi ji, then everyone speaks together, yes brother, earlier only the picture was made and now our religious wives have also arrived.  That is why Akhilesh Bhai says that brother, now I too have started seeing him and remembering his past life.  Wow I had fun brothers when he hugged me.  My sins of many births were washed away.  And tonight I am not going to leave him, I am thirsty for many.  Then Santosh bhai says that yes brother, I am in the same situation.  That's why Raja Bhai says that yes brother, it is all right, but do not let anything go wrong in your bets.  That is when Ajay Bhai speaks that Raja Bhai you and Babli Bhabhi ji have been together for many days, what are you feeling now and did you really get married with Babli Bhabhi ji in previous life.  Yes, brothers, as soon as we were in our room, a lightning flashed and and we both reached a timeless place where

 We all had marriages and all of us were busy preparing for Mahendra Bhai's wedding when the demons attacked our palace.  And all of us and even Mahendra Bhai got up from the wedding pavilion and got into a war without getting married.  And Babli was also with us.  And all of us had attained to war in the war.




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 चुकी बबली मेरे साथ ही  वीरगति को प्राप्त हो गई थी । इसलिए हम दोनों दोनों का एक साथ पुनर्जन्म हुआ है।   और आप लोगों का तो पुनर्जन्म हुआ है लेकिन उन  सुंदर कन्याओं का नहीं और वे आज भी आज भी आपलोगो के इंतजार में  भटक रहीं थीं।अब जाकर उनका  इंतजार समाप्त हुआ है   भाइयों वे लोग आपलोगो से अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करती है।   आपलोगो को पता है  पुष्पांजलि जी  और उनकी बहने कितनी बड़ी योध्दा हैं  उनलोगो ने हमारी मौत का बदला उन राक्षसों से चुन चुन कर लिया था । और यहां तक कि उन पौराणिक राक्षसों का समुल ही नास कर दिया था । और जो लोग बचें हुए हैं  अपनी जान बचा कर  गुफाओं और कंदराओं में छुपे हुए हैं ।  और शायद राक्षसों का जो राजा है उसे भी शायद पता चल गया है कि हम वापस लौट आए हैं और फिर से वे हमला करेंगे ।  लेकिन इस बार हम उनका समूल नास कर देंगे। और तभी मैं इन सब बातों को सुनकर गुस्से से भरा उठा और गरज कर आने दो हरामियों को एक एक को जिंदा काट डालूंगा । और गुस्से से कांपने लगा और बोलने लगा कहा
 है मेरा तलवार  ।  वे क्या हम पर हमला  हम उनपर हमला करेंगे और उनका इस दुनिया से अस्तित्व मिटा देंगे।  

                          तभी पुष्पांजलि जी भी रसोईघर से वापस आ गई । और जैसे ही वे कमरे में  दाखिल होती हैं मैं दौड़कर उनसे लिपट जाता हूं और रोने लगता हूं और बोलता हूं कि पुष्पांजलि मुझे सब याद आ गया मैं उन हरामियों को छोडुगां नहीं  । मेरा तलवार कहा हैं।  चलों दोस्तों हम उनपर हमला करते हैं ।  तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं कि हम उनपर हमला जरुर करेंगे । रात काफी हो चुकी है आप सभी लोग आराम करे । सुबह हमलोग अपने महल में पहुंच जायेंगे । उसके बाद आगे कि रणनिती तय करेंगे ।   अब आप लोग अपने अपने कमरों में चलें जाइए और आराम किजिए।  शुभ रात्रि और सभी लोग अपने अपने कमरे में चलें गए। 






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English translate
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Chick Babli had got to Veeragati with me.  So both of us are reborn together.  And you have been reborn but not those beautiful girls and they were still wandering in wait for you even today. Now their wait has ended, brothers they love you more than their lives.  You know how great the wreaths are and their flowers, they have chosen to avenge our death from those demons.  And even the mythical demons were completely destroyed.  And those who are saved are saving their lives and hiding in caves and tubers.  And perhaps the king of the demons has also come to know that we have returned and they will attack again.  But this time we will put a total snuff at them.  And then, after hearing all these things, I got filled with anger and let the thunderbolts come alive and cut each one alive.  And started trembling with anger and said

 Is my sword.  Will they attack us, we will attack them and erase their existence from this world.


 Then Pushpanjali Ji also returned from the kitchen.  And as soon as they enter the room, I run and hug them and start crying and I say that I have missed the wreath, I will not leave those bastards.  Where is my sword?  Let's attack them friends.  Then Pushpanjali Ji says that we will definitely attack him.  The night is long enough for you all to rest.  We will reach our palace in the morning.  After that Ranniti will decide.  Now you guys go to your rooms and relax.  Good night and everyone went to their respective rooms.




     
धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा।



                धन्यवाद दोस्तों






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English translate
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Thanks guys, I will narrate the episode tomorrow.




 Thanks guys



Sunday, June 21, 2020

एक यात्रा खजाने की खोज में mountain lappord Mahendra के संग - भाग 6 अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje




            ताम्बाखानी गुफा का रहस्य
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 नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी का हार्दिक अभिनंदन करता हूं   जैसा कि दोस्तों आप लोगों ने पिछले अध्याय में पढ़ा कि कैसे हम सभी लोग  खाने के टेबल पर बैठ कर एक साथ खाना खा रहे हैं और सबसे बड़ी बात तो यह   थि की  हम सभी की उस जन्म की धर्म पत्नियां  हमारे साथ थी । परंतु आश्चर्य करने वाली बात यह थी कि    राजा भाई और रानी बबली जी  का जन्म आधुनिक दुनिया में एक ही शहर में कैसे हुआ था  क्या  बबली रानी जी भी हमारे साथ ही पिछले जन्म में  वीरगति को प्राप्त हुई थी ।   तब तो राजा भाई कि बले बले हैं दोनों मरे भी एक साथ थे और जन्म भी दोनों एक ही साथ लीए हैं।   वाह क्या बात है  राजा भाई  आप और बबली भाभी जी कि तो बले बले हैं और अब हमारी भी बले हों गई है ।   परंतु दोस्तों मुझे जानना था कि पिछले जन्म में हमारे साथ क्या हुआ था  और मैंने सोचा कि खाना खत्म हो सबसे पहले मैं पुष्पांजलि जी से यही सबाल पुछुंगा । और चटकारे ले लें खाने लगा  क्योंकि दोस्तों इतनी स्वादिष्ट खाना मैंने कभी खाया ही नहीं था । और एक बात बता दु  दोस्तों खाना बिल्कुल शाकाहारी था । तभी अचानक पुष्पांजलि जी मुझसे बोलती हैं कि आपने तो अपनी मन पसन्द  खिर खाया ही नहीं है  और अपने हाथों से मुझे खिर खिलाने लगती हैं और अपनी बहनों से बोलती हैं कि आप सभी लोग भी अपने पतियों को उनके मन पसन्द की खाना खिलाओ ताकि उन्हें अच्छा लगे । और मेरी प्यारी सी बबली रानी की तो बात ही अलग है  क्योंकी ये दोनों पिछले जन्म में भी एक साथ थे और इस जन्म में भी एक साथ  है । बबली मेंरी प्यारी बहना हम सभी तुम्हे बहुत याद करते थे।  और फिर पुष्पांजलि जी के आंखों से आंसु गिरने लगती हैं  और फिर वे एक दूसरे के गले लग जाते हैं । और फिर से एक बार माहौल गमगीन हो हों जाता हैं।    






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English translate
******************. Secret of Tambakhani Cave
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Hello friends, I would like to extend my heartfelt greetings to all of you, Mountain Leopard Mahendra, as you guys read in the last chapter about how all of us are eating together sitting at the dinner table and the biggest thing is that we all  The religion wives of that birth were with us.  But the surprising thing was how Raja Bhai and Rani Babli ji were born in the same city in modern world, did Babli Rani ji also get Veeragati in our previous birth as well.  Then the king brother has grown up, both the dead were also together and both are born together.  Wow, what is it, Raja Bhai, you and Babli Bhabhi ji have grown up and now we too have grown up.  But friends, I wanted to know what had happened to us in the past life and I thought that the food should be finished first.  And started eating it because I had never eaten such delicious food.  And tell me one thing, my friends were completely vegetarian.  Then suddenly Pushpanjali ji says to me that you have not eaten your choice and you start feeding me with your hands and you tell your sisters that all of you should also feed your husbands the food they like so that they are good  Began  And my beloved Babli Rani is different because both of them were together in the previous life and are also together in this birth.  We all missed you very much in Babli Meri Pyari Bahna.  And then tears start falling from Pushpanjali Ji's eyes and then they hug each other.  And once again the atmosphere becomes turbid. 





दोस्तों धन्यवाद आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा क्योंकि रात बहुत हो चुकी हैं। 

धन्यवाद दोस्तों




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English translate
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Thank you guys, I will narrate the episode tomorrow because it is too late.


 Thanks guys



Saturday, June 20, 2020

एक खतरनाक यात्रा mountain lappord Mahendra के संग भाग 6-का अगला अध्याय

Ek yatra khajane ki khoje
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      ताम्बाखानी गुफा का रहस्य

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             नमस्कार दोस्तों मैं मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का अभिनंदन करता हूं । जैसा कि दोस्तों आप लोगों ने पिछले अध्याय पढ़ा कि कैसे एक बहुत ही सुंदर सी कन्या हमारे लिए कुछ खाने को लेकर आती हैं । और उसे देखकर हमारा दोस्त टिंकू पागलों जैसी हरकतें करने लगता है । और उस कन्या के आंखों से झर झर आंसुओं की धारा बहने लगती हैं और फिर अचानक उस कन्या ने टिंकू को गले से लगा लिया और रो रो कर बोलने लगी आप मुझे छोड़कर कहां चले गए थे न जाने कितने रातें मैंने आपके बिना गुजारी है  ।जब से आप मुझे छोड़कर गऐ हैं तब से लेकर आज तक हम लोगों ने उस महल में कदम नहीं रखा है  जिस महल में हमारी शादी हुई थी । और आज भी सुनीं हैं हमलोगो कि राह देख रहीं हैं ।  और तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं हां टिंकू भईया  आप सभी लोगों की शादी हो चुकी थी और सिर्फ मेरी और उनकी शादी होनी बाकी थी । और हमारी शादी की मंडप भी और सभी लोग हम दोनों की शादी की तैयारी में जुटे हुए थे कि एक तभी एक ऐसा जलजला और तुफ़ान आया कि जिसमें हम सभी लोग एक दूसरे से बिछड़ गए। और सदियों बाद आज हम एक-दूसरे से मिले हैं।  और सदियों से हम सभी बहनें  सिर्फ रानी बबली को छोड़कर क्योंकि वह भी आप ही लोगों के साथ हमसे बिछड़ गई थी ।इसी उड़नखटोले  आप लोगों की तलाश में भटक रहे थे।  क्योंकि उसी जलजले में हमने अपने मां और पिताजी को भी खो दिया था। और यह सब बातों को बोलकर पुष्पांजलि जी रोने लगी  और बताने लगी यह मेरी सबसे छोटी बहन  अश्वगंधा हैं  और इसकी शादी टिंकू से हुई थी ।।  तभी संतोष , अखिलेश और राजा एवं रानी भी कमरे में आ जाते हैं और सभी को एक साथ देखकर अचंभित हो जातें हैं  और राजा मुझसे पुछने लगता है कि क्या हुआ यहां पर और आप सभी लोग आए तरह खड़े क्यो हो । और यह सुंदर सी कन्या कौन है जो टिंकू की हाथ पकड़े हुए हैं ।  तभी अचानक फिर से वही दरवजा अपने आप खुलने लगती हैं  और अंदर से  फिर तीन सुंदर सी कन्याये अपने हाथों में खाने की समान लेकर अंदर आती हैं  और फिर खाने को टेबल पर रख कर    । और रानी बबली को देखते ही उसके गले लग जाती हैं और अश्वगधां भी उनसे जाकर लिपट जाती हैं और एक दूसरे को देख कर रोने लगती हैं और ऐसा व्यवहार करने लगती हैं मानों कितने जन्मों से एक दुसरे से ना मिली हों । और हम सभी दोस्त उनकी हरकतें देकर अवाक थे  परेशान थे।









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English translate
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Secret of Tambakhani Cave


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 Hello friends, I am Mountain Leopard Mahendra. I greet you all.  As you guys read the last chapter, how a very beautiful girl brings something to eat for us.  And seeing her, our friend Tinku starts doing crazy things.  And the tears of water flowed from that girl's eyes and then suddenly that girl hugged Tinku and started crying crying where did you leave me and don't know how many nights I have lived without you.  You have left me since then, till today we have not stepped into the palace in which we were married.  And even today we have heard that we are looking forward to the path.  And then Pushpanjali ji says yes Tinku Bhaiya all of you guys were married and only me and they were yet to get married.  And our wedding pavilion too and all the people were busy preparing for the wedding of both of us that at one time there was a storm and storm in which all of us got separated from each other.  And today after centuries we have met each other.  And for centuries, all our sisters, except Queen Babli, because she too was separated from you, were flying in search of you.  Because we lost our mother and father in the same fire.  And speaking all these things, Pushpanjali ji started crying and started saying that this is my youngest sister Ashwagandha and she was married to Tinku.  Then Santhosh, Akhilesh and Raja and Rani also come into the room and are shocked to see everyone together and the king starts asking me what happened here and why all of you guys are standing like that.  And who is this beautiful girl holding Tinku's hand?  Then suddenly the same door starts opening on its own and inside, again three beautiful girls come inside with food in their hands and then place the food on the table.  And on seeing Queen Babli, she gets hugged and Ashwagadhan also goes and hugs her and starts crying after seeing each other and behaving as if she has not met each other for so many lives.  And all our friends were speechless giving their actions.

                परंतु अब हमें भी विश्वास होने लगा था कि  यह हमारा पुनर्जन्म हुआ है  और पिछले जन्म की कुछ कुछ बातें हमें भी याद आने लगी थी । और तभी पुष्पांजलि जी कि बात वातावरण में गुंजती हैं कि दोस्तों खाना ठंडा हो जायेगी  इसलिए सबसे पहले हमलोग खाना खा लेते हैं और खाना बहुत ही स्वादिष्ट हैं क्योंकि मेरी बहनों ने मिलकर बनाया है   तभी मैं बोलता हूं हां दोस्तों हम लोगों ने कई जन्मों से इनके हाथों से बना खाना नहीं खाया है अतः सबसे पहले पेट पूजा करते हैं और फिर बातें करते हैं। नहीं तो हमारी पत्नियां हम से गुस्सा हो जाएंगी । मेरी बातें सुनकर सभी लोग ठहाके लगा कर हंसने लगते हैं ।







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English translate
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But now we also started to believe that this is our rebirth and we had started to remember some things from the previous birth.  And then the matter of Pushpanjali ji is echoed in the atmosphere that friends food will be cold, so first of all we eat food and the food is very tasty because my sisters have made it together, then only I say yes friends, we have had their births for many births.  Haven't eaten food made with hands, so first of all, worship the stomach and then talk.  Otherwise our wives will get angry with us.  Hearing my words, all the people start laughing with laughter.

  

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 और सभी खाने में ्् व्यस्त हो गए।  वाह क्या स्वादिष्ट खाना बना है दिनों के बाद ऐसा खाना खाने को मिला है  जि कर रहा है कि खाना बनाने वाली का हाथों को चूम लूं । तभी अश्वगंधा जी बोलती हैं तो चुम लिजिए ना  जन्मों से जन्मों से तो मैं इसी पल का इंतज़ार कर रही थी।  और अश्वगधां की इन बातों को सुनकर टिंकू भाई शरमा जाता हैं ।  और अंगुलियों चाट चाट कर खाना खाने लगता है ।  तभी पुष्पांजलि जी बोलती हैं  कि आप लोगों ने तो अश्वगंधा को उसके नाम से जान लिया है  और  इन लोगों  का नाम नहीं जानेगें क्या  मैं बताती हूं मैं अपनी इन बहनों का नाम  ये है कुशुमलता  अजय जी की धर्म पत्नी, और ये  हैं चारूलता संतोष जी कि धर्म पत्नी । और ये सबसे प्यारी सी  धर्म ध्वाजा अखिलेश जी कि धर्म पत्नी ।    पता है दोस्तों  एक ओर तो पुष्पांजलि जी अपनी परिचय दे रही थी और एक ओर टेबल के नीचे अपने पैरों से मेरे पैरों को सहला रही थी और मैं शरम से लाल हुए जा रहा था। लगभग मेरे सारे दोस्तों का यही हाल था ।वे सभी लोग भी शरम से लाल हुए जा रहे थे।




धन्यवाद दोस्तों आगे कि वृतांत मैं कल सुनाऊंगा क्योंकि आगे और भी बहुत कुछ होने वाला था ।



              धन्यवाद दोस्तों








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English translate
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And everyone got busy eating.  Wow, what tasty food is made, after days, you have got to eat such food, which is doing that I should kiss the cook's hands.  That is when Ashwagandha ji speaks, do not kiss, or from births for births, I was waiting for this moment.  And listening to these things of Ashwagadhan, Tinku Bhai is blushing.  And starts eating food by licking fingers.  Then Pushpanjali ji says that you have known Ashwagandha by her name and I will not know the name of these people. Do I tell you the name of my sisters is Kushumlata Ajay ji's religious wife, and this is Charulata Santosh ji  That Dharma wife.  And this is the most beloved religion, Dhwaja Akhilesh ji's religious wife.  You know friends, on one hand, Pushpanjali Ji was introducing herself and on the one hand, she was rubbing my feet with her feet under the table and I was going red with shame.  Almost all of my friends had the same condition. They were all going red with shame.





 Thank you guys, I will narrate the episode tomorrow because there was going to be more.




 Thanks guys

Ek yatra khajane ki khoje me

एक यात्रा माउंटेन लेपर्ड महेन्द्रा के संग

          ( एक यात्रा माउंटेन लेपर्ड महेन्द्रा के संग )                          www.AdventurSport.com सभी फोटो झारखणड़ के...