Thursday, February 25, 2021

एक यात्रा बटेश्वर मंदिर समूहों के खंडहरों की - मुरैना मध्यप्रदेश भारत वर्ष A visit to the ruins of Bateshwar temple groups - Morena Madhya Pradesh India .

Ek yatra khajane ki khoje














                        बटेश्वर मंदिर समूहों के खंडहर
  

                 

             Ruins of Bateshwar temple clusters











   
      नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं दोस्तों आज मैं आप सभी को लेकर चल रहा हूं। मुरैना, मध्यप्रदेश की यात्रा पर जहां हम देखेंगे बटेश्वर मंदिर समूहों के खंडहरों को ।





         बटेश्वर मंदिर समूहों के खंडहर 

                      मुरैना
 
                   मध्य प्रदेश


                    भारत वर्ष

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 नमस्कार दोस्तों अपने समय कितने भव्य रहे होंगे बटेश्वर मंदिरों का समूह। दोस्तों आपको जानकर आश्चर्य होगा कि  बटेश्वर मंदिर लगभग 200 मंदिरों का एक समूह है जो बलुआ पत्थरों से निर्मित था। जो गुप्त कालीन उत्तर भारतीय मंदिर वास्तुकला के गुर्जर - प्रतिहार शैली में बना हुआ था। दोस्तों यह मंदिर समूह  ग्वालियर के उत्तर में लगभग 35 किलोमीटर  दूर स्थित है और मुरैना शहर से लगभग 30 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। दोस्तों मंदिर ज्यादातर छोटे हैं और लगभग 25 एकड़ में फैले हुए हैं दोस्तों ये मंदिर भगवान शिव , भगवान विष्णु , एवं देवी देवताओं को समर्पित है।













दोस्तों बटेश्वर मंदिरों के समूहों को 8 वीं और 10 वीं शताब्दी के मध्य बनाया गया था । इन  मंदिरों के समूहों को स्थानिय लोग  बटेश्वर मंदिर स्थल या बटेसरा मंदिर स्थल भी कहते हैं । दोस्तों  भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा लगभग 50-60 मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जा चुका है एवं इस स्थल पर मौजूद अन्य मंदिरों का जीर्णोद्धार का कार्य प्रगति पर है। 










दोस्तों भारत के सबसे प्रसिद्ध पुरातत्वविद  डॉक्टर के के मुहम्मद के के नेतृत्व में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग वालों ने इन मंदिरों के जीर्णोद्धार में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। दोस्तों आश्चर्य करने वाली यह बात है कि मंदिर परिसर को पुनर्स्थापित करने की इस परियोजना में अपने समय के मशहूर डकैत निर्भय  गुर्जर और उनके  साथियों ने भी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग वालों की काफी मदद की थी। 



















दोस्तों मध्य प्रदेश पुरातत्व विभाग के अनुसार 200 मंदिरों का यह समूह गुर्जर - प्रतिहार वंश के शासनकाल के दौरान बनाया गया था दोस्तों "माइकल मिस्टर" एक कला इतिहासकार और भारतीय मंदिर  वास्तुकला में विशेषज्ञता रखने वाले एक प्रोफ़ेसर के अनुसार ग्वालियर के पास बटेश्वर समूहों में सबसे प्राचीन  मंदिर 800 C.E  के अवधि के हैं।













दोस्तों 13 वी शताब्दी के बाद सम्भवतः अत्याचारी मुस्लिम आक्रमणकारियो  द्वारा ध्वस्त या तोड़ दिया गया था। दोस्तों बटेश्वर मंदिर समूहों को पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा 1920 ई. में एक संरक्षित स्थल के रूप में अधिसूचित किया गया था। दोस्तों माना जाता है कि सीमित वसूली , मानकीकृत मंदिर नंबरिंग  एवं फोटोग्राफी के साथ यहां मौजूद खंडहरों को औपनिवेशिक ब्रिटिश काल के हीं दौरान साईट संरक्षण का कार्य शुरू कर दिया गया था। दोस्तों कई विद्वानों ने बटेश्वर मंदिर समूहों के खंडहरों का  अध्ययन किया और अपनी रिपोर्ट में शामिल किया था।


















दोस्तों माना जाता है कि फ्रांसीसी पुरातत्वविद "ओडेट विन्नोट " ने 1968 में एक पत्र  प्रकाशित किया था जिसमें बटेश्वर मंदिर समूहों के खंडहरों के तस्वीरों को शामिल किया था।
दोस्तों भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग भोपाल के अधीक्षक पुरातत्वविद के के मुहम्मद के नेतृत्व में एक प्रयोग के तहत 2005 ई. मे  भारतीय पुरातत्व विभाग ने यहां मौजूद मंदिर के खंडहरों को एक जगह इकट्ठा करने और यथासंभव कई मंदिरों को पुनः निर्मित करने या बहाल करने के लिए एक महात्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत की थी। अंततः दोस्तों इसी परियोजना का परिणाम था कि पुरातत्वविद डॉक्टर के के मुहम्मद के नेतृत्व में कुल 50 से 60  मंदिरों का जीर्णोद्धार किया गया था। 










दोस्तों प्रसिद्ध इतिहासकारों एवं पुरातत्त्वविदों के अनुसार बटेश्वर मंदिर समूहों का निर्माण संस्कृत में लिखित प्रसिद्ध हिंदू मंदिर ग्रंथों में वर्णित वास्तुशिल्प सिद्धांतों पर किया गया था। दोस्तों ये दोनों भारतीय ग्रंथ थे ,  "मानसारा शिल्प शास्त्र" जिसे चौथी शताब्दी में लिखा गया था , और दुसरा था   "मायामाता वास्तु शास्त्र" इसे सातवीं शताब्दी में लिखा गया था।  दोस्तों पुरातत्व विभाग वालों ने इन्हीं ग्रंथों का अनुसरण किया और उनकी 60-70 से अधिक कार्यकर्ताओं के समूह ने इस स्थल से मंदिर के खंडहरों से मंदिरों के टुकड़े एकत्रित किए और एक पहेली की तरह इसे वापस एक साथ रखने की कोशिश की थी , और वे सभी  लगभग 50 से 60 मंदिरों को पुनः स्थापित भी कर दिये थे।


















 दोस्तों इस स्थल का उल्लेख ऐतिहासिक साहित्यों में " धरोन " या " परावली " एवं बाद के समय में " पदावली " के रूप में मिलता है।




             धन्यवाद दोस्तों

           माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा 🧗🧗

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              English translate
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Hearty greetings to all people, friends, today I am walking with you all.  On a trip to Morena, Madhya Pradesh, where we will see the ruins of the Bateshwar temple groups.














 Ruins of Bateshwar temple clusters


 Morena



 Madhya Pradesh



 India year


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 Namaskar Friends, what a grand group of temples Bateshwar must have been during his time.  Friends, you will be surprised to know that Bateshwar Temple is a group of about 200 temples which were built of sandstone.  The Gupta carpet was built in the Gurjara-Pratihara style of North Indian temple architecture.  Friends This temple group is located about 35 kilometers north of Gwalior and about 30 kilometers east of Morena city.  Friends temple is mostly small and is spread over 25 acres. Friends, this temple is dedicated to Lord Shiva, Lord Vishnu and Gods and Goddesses.



















 Groups of friends Bateshwar temples were built between the 8th and 10th centuries.  Local groups of these temples are also called Bateshwar temple site or Batesara temple site.  Friends, about 50-60 temples have been renovated by the Archaeological Survey of India and renovation work of other temples at this site is in progress.














 Friends, the Archaeological Survey of India, under the leadership of Dr. KK Muhammad, one of the most famous archaeologist of India, has contributed significantly to the restoration of these temples.  It is surprising to friends that Nirbhay Gurjar, a famous dacoit of his time, and his colleagues also helped the Archaeological Survey of India in this project to restore the temple complex.





















 According to the Friends Madhya Pradesh Archaeological Department, this group of 200 temples was built during the reign of the Gurjara-Pratihara dynasty. Friends "Michael Mister" is an art historian and a professor specializing in Indian temple architecture.  The ancient temples date back to 800 CE.
















 Friends were destroyed or disbanded after the 13th century, possibly by tyrannical Muslim invaders.  Friends Bateshwar temple groups were notified as a protected site in 1920 AD by the Archaeological Survey Department.  Friends, it is believed that with limited collection, standardized temple numbering and photography, the site of the ruins here was started during the colonial British period.  Friends, many scholars studied the ruins of the Bateshwar temple groups and included them in their reports.























 Friends, the French archaeologist "Odette Vinnotte" is believed to have published a letter in 1968 that included photographs of the ruins of the Bateshwar temple groups.

 Friends, under an experiment led by Archaeologist KK Muhammad, Superintendent of Archaeological Survey of India, Bhopal, in 2005 AD, the Archaeological Department of India collected a place to collect the ruins of the temple here and rebuild or restore as many temples as possible  Started an ambitious project.  Ultimately, the result of the same project was that 50 to 60 temples were renovated under the leadership of archaeologist Dr. KK Muhammad.















 According to friends famous historians and archaeologists, the Bateshwar temple groups were built on the architectural principles described in the famous Hindu temple texts written in Sanskrit.  Friends, both of these were Indian texts, "Mansara Shilpa Shastra" which was written in the fourth century, and another was "Mayamata Vastu Shastra" it was written in the seventh century.  The Friends of the Archeology Department followed these same texts and their group of more than 60-70 activists collected pieces of temples from the ruins of the temple from this site and tried to put it back together like a puzzle, and they  All around 50 to 60 temples were also restored.



























 Friends, this place is mentioned in historical literature as "Dharon" or "Paravali" and in later times as "Padavali".





 Thanks guys


 Mountain Leopard Mahendra 🧗🧗














































    Mountain lappord Mahendra























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