Friday, August 20, 2021

एक यात्रा मोढेरा का प्राचीन सूर्य मंदिर की जो अपने अद्भुत वास्तुकला और भव्यता के कारण विश्व प्रसिद्ध है-ग्राम मोढेरा, जिला मेहसाणा , गुजरात , भारत A visit to the ancient Sun Temple of Modhera which is world famous for its amazing architecture and grandeur - Village Modhera, District Mehsana, Gujarat, India.


Ek yatra khajane ki Khoj me

















  नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लेपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं।दोस्तों आज की यात्रा पर मैं आपको लेकर चल रहा हूं गुजरात राज्य के मेहसाणा जिले में स्थित मोढेरा गांव की जहां मौजूद है अति प्राचीन सूर्य मंदिर जो अपने भव्य रूप और वास्तुकला के लिए विश्व विख्यात है।







  मोढेरा का प्राचीन सूर्य मंदिर

          मेहसाणा , गुजरात

               भारतवर्ष















 नमस्कार दोस्तों गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित मोढेरा गांव में मौजूद प्राचीन सूर्य मंदिर पुष्पावती नदी के तट पर मौजूद है जो अपने अद्भुत वास्तुकला के लिए विश्वविख्यात है।







    (  ऐतिहासिकता  )

दोस्तों ऐतिहासिक स्रोतों से पता चलता है कि सन 1026 ईसवी में सोलंकी वंश के राजा भीमदेव सूर्यवंशी द्वारा बनवाया गया था।दोस्तों इस प्राचीन सूर्य मंदिर को मारु - गुर्जर यानी चालुक्य शैली में बनाया गया है।









दोस्तों आपको जानकर आश्चर्य होगा कि क्रूर आक्रमणकारी महमूद गजनी द्वारा इस प्राचीन  मंदिर को लूटा गया था एवं ध्वस्त किया गया था ।लेकिन दोस्तों फिर भी इस प्राचीन सूर्य मंदिर की भव्यता में कोई कमी नहीं आई है।

            दोस्तों यह प्राचीन सूर्य मंदिर भगवान सूर्य को समर्पित है दोस्तों पारंपरिक रूप से घोड़ो द्वारा रथ को खींचते हुए भगवान सूर्य को चित्रित किया गया है। दोस्तों  अक्सर सात की संख्या में मौजूद रथ से जुड़े घोड़े प्रकाश के सातों रंगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। दोस्तों एक मान्यता यह भी है कि सातों घोड़े सप्ताह के 7 दिनों का भी प्रतिनिधित्व करते हैं।







              दोस्तों आपको जानकर आश्चर्य होगा कि सनातन हिंदू धर्म के पवित्र वैदिक ग्रंथ सूर्य को ऊर्जा, जीवन शक्ति और जीवन के स्रोतों के रूप में संदर्भित करता है जो हमारे जीवन के पाठ्यक्रम को नियंत्रित करता है।
         दोस्तों आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यह पूरा का पूरा प्राचीन मंदिर कमल के फूल के आकार की संरचना पर खड़ा है और अद्भुत रूप से इसकी हर इंच की दूरी पर दीवारों में नुकीले और विस्तृत नक्काशी की गई है। दोस्तों अद्भुत रूप से मंदिर के दीवारों पर की गई नक्काशी हमारे पवित्र ग्रंथों  रामायण से लेकर पवित्र महाकाव्य महाभारत तक और मनुष्य के जीवन चक्र से लेकर काम सूत्र की व्याख्या तक हिंदू संस्कृति के हर हिस्से का प्रतिनिधित्व करती है।







          दोस्तों इस की जटिल नक्काशी और शानदार आयतकार सीढिदार कुआं जो कि 21000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है अपने अद्भुत संरचना के कारण विश्व विख्यात है।


















  दोस्तों यह प्राचीन सूर्य मंदिर तीन अलग-अलग घटकों म बटा हुआ है।
 प्रथम-  गुडा मंडप 
 द्वितीय - सभा मंडप
 तृतीय -  सूर्य मंडप 

 प्रथम-  गुडा मंडप-  दोस्तों गुडा मंडप के प्रवेश द्वार को खूबसूरती से नक्काशी दार खंभों और मेहराबों से सजाया गया है। दोस्तों आपको जानकर दुख होगा कि क्रूर मुस्लिम आक्रमणकारी महमूद गजनी ने इस पर आक्रमण कर लूट लिया था दोस्तों महमूद गजनी के आक्रमण से पहले इस मंडप में भगवान सूर्य की अद्भुत मूर्ति मौजूद थी , जिसे वह अपने साथ लेकर चला गया था। दोस्तों वर्तमान में इस प्राचीन मंदिर के दीवारों पर सूर्य देवता के अलग-अलग रूपों को दर्शाया गया है।














 द्वितीय-  सभा मंडप-  दोस्तों मंदिर का वह क्षेत्र जहां पर धार्मिक समारोह का आयोजन हुआ करता था। दोस्तों सभा मंडप एक समानांतर चतुर्भुज आकार का क्षेत्र है जो अद्भुत रूप से एक तारे जैसे संरचना का आभास कराता है। जिसमें दोस्तों 42 जटिल नक्काशीदार स्तंभ है जो वर्ष के 42 सप्ताहों का प्रतिनिधित्व करते है।








 तृतीय-  सूर्य कुंड-  दोस्तों इस प्राचीन कुंड को "राम कुंड" के नाम से भी जाना जाता है दोस्तों यह कुंड सीढ़ियों द्वारा  कुंड के तल तक जाता है।दोस्तों प्राचीन काल में यह कुंडे जलाशय के रूप में उपयोग में लाया जाता था। दोस्तों यह  जलकुंड एक भूमिगत जल स्रोत द्वारा जुड़ा हुआ है।







              दोस्तों सूर्य कुंड के सीढ़ियों पर अनेक वैष्णव देवी देवताओं जैसे माता शीतला भवानी की मूर्तियों को दर्शाते हुए लगभग 108 लघु मंदिर मौजूद हैं जो सूर्य कुंड को अद्भुत और आकर्षक बनाते हैं।

 दोस्तों सन 2014 में इस 1000 साल पुराने सूर्य मंदिर को यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया गया है।

     दोस्तों वर्तमान में यह प्राचीन ने सूर्य मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के देखरेख में है।

















       धन्यवाद दोस्तों

 माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा 🧗🧗

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  English translate
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      Hello friends, I warmly greet all of you, Mountain Leopard Mahendra. Friends, I am taking you on today's journey of Modhera village located in Mehsana district of Gujarat state, where there is a very ancient Sun temple which is famous for its grand form and architecture.  world famous for



















 Ancient Sun Temple of Modhera


 Mehsana, Gujarat


 Bharatvarsh
















 Hello friends The ancient Sun temple present in Modhera village located in Mehsana district of Gujarat is situated on the banks of Pushpavati river which is world famous for its amazing architecture.
















 (  history)


 Friends, historical sources reveal that it was built by King Bhimdev Suryavanshi of the Solanki dynasty in 1026 AD. Friends, this ancient Sun temple has been built in the Maru-Gurjara i.e. Chalukya style.


















 Friends, you will be surprised to know that this ancient temple was looted and demolished by the cruel invader Mahmud Ghazni.








 Friends, this ancient Sun temple is dedicated to Lord Surya. Traditionally, Lord Surya is depicted pulling the chariot by horses.  Friends, often the horses associated with the chariot present in the number seven represent the seven colors of light.  Friends, there is also a belief that the seven horses also represent the 7 days of the week.


















 Friends, you will be surprised to know that the sacred Vedic text of Sanatan Hinduism refers to the Sun as the sources of energy, vitality and life which controls the course of our life.

 Friends, you will be surprised to know that this entire ancient temple stands on a lotus flower shaped structure and wonderfully its every inch of space has sharp and elaborate carvings in the walls.  Friends, the amazing carvings on the walls of the temple represent every part of Hindu culture from our sacred texts, Ramayana to the holy epic Mahabharata and from the life cycle of man to the interpretation of the Kama Sutra.



















 Friends, its intricate carvings and magnificent rectangular step well which is spread over an area of ​​21000 square feet is world famous due to its amazing structure.








 Friends, this ancient sun temple is divided into three different components.

 first-guda pavilion

 II - Sabha Mandap

 Third - Surya Mandap



















 First - Guda Mandap - Friends The entrance to Guda Mandap is decorated with beautifully carved pillars and arches.  Friends, you will be sad to know that the cruel Muslim invader Mahmud Ghazni had attacked and robbed it. Friends, before the attack of Mahmud Ghazni, there was a wonderful idol of Lord Surya in this pavilion, which he had taken with him.  Friends, at present, different forms of the Sun God are depicted on the walls of this ancient temple.




















 Second-Sabha Mandap - Friends, the area of ​​​​the temple where religious ceremonies used to be held.  Friends Sabha Mandap is a parallelogram shaped area which wonderfully gives the appearance of a star like structure.  It has 42 intricately carved pillars representing the 42 weeks of the year.





















 Third - Surya Kund - Friends, this ancient pool is also known as "Ram Kund". Friends, this kund goes by stairs to the bottom of the kund. Friends, in ancient times this kund was used as a reservoir.  Friends, this water tank is connected by an underground water source.


















 Friends, on the steps of Surya Kund, there are about 108 small temples depicting the idols of many Vaishnava deities like Mata Sheetla Bhavani, which make Surya Kund amazing and attractive.








 Friends, in the year 2014, this 1000 year old Sun Temple has been included as a UNESCO World Heritage Site.
















 Friends, at present this ancient Sun Temple is under the supervision of the Archaeological Survey of India.


 thanks guys


 Mountain Leopard Mahendra🧗🧗






  

 

























  Mountain leopard Mahendra 🧗🧗








































Tuesday, July 27, 2021

एक यात्रा अद्भुत और रमणीक सिद्धेश्वर धाम की जो अपने अनुपम सौंदर्य और मंदिर प्रांगण में मौजूद भारतवर्ष के चारों धामों का प्रतिनिधित्व करती मंदिर भक्तगणों का मन मोह लेती हैं- सिक्किम भारत A visit to the wonderful and delightful Siddheshwar Dham which captivates the temple devotees with its unique beauty and representation of the four Dhams of India present in the temple courtyard - Sikkim India.

Ek yatra khajane ki khoje


























  नमस्कार दोस्तों मैं माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा आप सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं। दोस्तों आज की यात्रा पर मैं आपको लेकर चल रहा हूं सिक्किम में स्थित सिद्धेश्वर धाम की जो चारों धामों का संगम है। दोस्तों सिद्धेश्वर धाम अपने अनुपम सौंदर्य के कारण श्रद्धालुगणों के बीच काफी लोग के लिए हैं। दोस्तों सिद्धेश्वर धाम सिक्किम के नामची बाजार से 5 किलोमीटर दूर सोलोफोक पहाड़ी पर स्थित है।दोस्तों यहां पर भगवान शंकर की 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है दोस्तों सिद्धेश्वर धाम भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है।






         सिद्धेश्वर धाम

           सिक्किम

            भारतवर्ष

 दोस्तों सिद्धेश्वर धाम जिसे सिक्किम में चार धाम मंदिर के रूप में जाना जाता है दोस्तों आश्चर्यजनक रूप से यह पवित्र स्थल भारतवर्ष के सभी धार्मिक और पवित्र स्थलों का संगम है।

        दोस्तों सिक्किम के एक छोटे से गांव "नामची" के बाहरी इलाके में एक असाधारण मंदिर मौजूद है जहां प्रत्येक दिन हजारों भक्तगण दर्शन करने आते हैं। दोस्तों इस पवित्र मंदिर को सिद्धेश्वर धाम या चार धाम इसके आध्यात्मिक महत्व के कारण कहा जाता है ।दोस्तों इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता आपकी मन को मोह लेगी , दोस्तों जैसे ही आप सोलोफोक पहाड़ की ऊंचाइयों पर पहुंचेंगे दूर से ही आपको भगवान शिव का सुंदर चेहरा नजर आने लगेगा और जैसे ही आप भगवान शिव के दरबार में पहुंचेंगे लगेगा आप जैसे शिव के स्वर्ग में आ गए हैं।













      (  लोकप्रिय किंवदंतियां  )

 दोस्तों स्थानीय कि किंवदंतियों के अनुसार माना जाता है कि प्रसिद्ध पौराणिक महाभारत के युद्ध से ठीक पहले अर्जुन ने इसी पहाड़ी पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कठोर तपस्या की थी। दोस्तों कहां जाता है कि भगवान शिव प्रसन्न होकर वे अर्जुन के सामने प्रकट हुए और वरदान में सबसे शातिर शत्रुओं का वध करने के लिए सर्वशक्तिमान "पाशुपत" अस्त्र प्रदान किया था।








     दोस्तों यह पूरा मंदिर परिसर सन 2011 में विधिवत प्राण प्रतिष्ठा हो जाने के बाद भक्तजनों के लिए खोल दिया गया था। दोस्तों माना जाता है कि भगवान शिव की महानता  का गुणगान करने के लिए ही मंदिरों के इन समूहों का भव्य निर्माण किया गया है।

           दोस्तों अद्भुत रूप से 108 फीट ऊंची शिव की प्रतिमा मानो ऐसा लगता है जैसे कंचनजंघा घाटी और सूदूरवर्ती हिमालय की घाटियों को अपनी छत्रछाया में लिए हुए हैं।
                  दोस्तों 12 प्रमुख शिव मंदिरों  या पवित्र ज्योतिर्लिंगों से घिरा आधुनिक जटिल कलाकृति और नक्काशी के साथ मथुरा स्कूल ऑफ आर्ट का परिसर शिव पुराण और अन्य शास्त्रों को  आधुनिक तरीके से चलचित्र के रूप में को प्रदर्शित करता है।दोस्तों अद्भुत रूप से यहां मौजूद प्रत्येक ज्योतिर्लिंग भारत के विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करती है।













        दोस्तों सिक्किम के स्थानीय लोग भगवान शिव के  "किरातेश्वर" अवतार की पूजा करते हैं जिनकी प्रतिमा आप मंदिर प्रांगण के प्रवेश द्वार पर देख सकते हैं दोस्तों यह अद्भुत प्रतिमा एक धनुष पकड़े हुए स्थानीय "नामची"  जनजातियों की आस्था का प्रतिनिधित्व करती है।
     दोस्तों मंदिर परिसर के केंद्र में माता गंगा और यमुना की सुंदर मूर्तियां स्थापित है।दोस्तों यह मंदिर परिसर हमारे भारतवर्ष के चारों धामों का प्रतिनिधित्व कर रही है।
















  दोस्तों आश्चर्यजनक रूप से मंदिर परिसर में उत्तराखंड की पवित्र बद्री नाथ मंदिर , द्वारका का सोमनाथ मंदिर जहां भगवान सोमनाथ अपने सामान्य मुद्रा में विराजमान है। दोस्तों उड़ीसा राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए जगन्नाथ पुरी के प्रभु जगन्नाथ , बलभद्र और उनकी बहन सुभद्रा  की प्रतिकृति मूर्तियां स्थापित है। दोस्तों तमिलनाडु राज्य का रामेश्वरम मंदिर जो भगवान राम की मूर्ति द्वारा सुशोभित है।







 दोस्तों ऐसा माना जाता है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में पवित्र चार धाम और 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन हेतु यात्रा नहीं कर सकता ।इसलिए दोस्तों सिक्किम के सिद्धेश्वर धाम में चारों पवित्र धामों और पवित्र 12 ज्योतिर्लिंगों को एक ही स्थान पर प्राण- प्रतिष्ठित किया गया है। ताकि श्रद्धालु गण एक ही स्थान पर सभी पवित्र धामों का दर्शन कर सकें। दोस्तों पवित्र सिद्धेश्वर धाम मंदिर परिसर का वातावरण शांत व भक्ति पूर्ण है।
                     दोस्तों मंदिर परिसर में मौजूद सभी पवित्र मंदिरों के दर्शन में लगभग 2 घंटे का समय लगता है।







          धन्यवाद दोस्तों

 माउंटेन लैपर्ड महेंद्रा 🧗🧗

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      English translate
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 Hello friends, I am Mountain Leopard Mahendra, warm greetings to all of you.  Friends, on today's journey, I am taking you to Siddheshwar Dham situated in Sikkim which is the confluence of all the four Dhams.  Friends, Siddheshwar Dham is for many people among the devotees due to its unique beauty.  Friends Siddheshwar Dham is located on the Solofok hill, 5 km from Namchi Bazar of Sikkim. Friends, there is a 108 feet high statue of Lord Shankar installed here Friends Siddheshwar Dham is one of the major pilgrimage sites in India.






 Siddheshwar Dham


 Sikkim


 Bharatvarsh















 Friends Siddheshwar Dham which is known as Char Dham Temple in Sikkim Friends surprisingly this holy place is the confluence of all religious and holy places of India.







 Friends, there exists an extraordinary temple on the outskirts of a small village "Namchi" in Sikkim, where thousands of devotees come to visit every day.  Friends, this holy temple is called Siddheshwar Dham or Char Dham because of its spiritual importance. Friends, the natural beauty of this area will fascinate your mind, friends, as soon as you reach the heights of the Solofok mountain, you will see the beautiful face of Lord Shiva from afar.  It will be visible and as soon as you reach the court of Lord Shiva, you will feel like you have come to Shiva's heaven.












 (popular legends)


 According to local legends, it is believed that just before the famous mythological war of Mahabharata, Arjuna did severe penance on this hill to please Lord Shiva.  Where does friends go that Lord Shiva was pleased that he appeared in front of Arjuna and in a boon had provided the almighty "Pashupat" weapon to kill the most vicious enemies.







 Friends, this entire temple complex was opened to the devotees in the year 2011 after duly consecrated.  Friends, it is believed that these groups of temples have been built grandly to praise the greatness of Lord Shiva.






 Friends, the amazingly 108 feet high statue of Shiva seems as if the Kanchenjunga valley and the remote Himalayan valleys are covered under its shadow.

 Friends, the premises of Mathura School of Art with modern intricate artwork and carvings surrounded by 12 major Shiva temples or holy Jyotirlingas displays Shiva Purana and other scriptures in a modern way of motion picture. Friends, every Jyotirlinga present here is amazing in India.  represents different areas of












 Friends, the local people of Sikkim worship Lord Shiva's "Kirateshwar" incarnation whose statue you can see at the entrance of the temple courtyard. Friends, this wonderful statue represents the faith of the local "Namchi" tribes holding a bow.

 Friends, beautiful idols of Mother Ganga and Yamuna are installed in the center of the temple complex. Friends, this temple complex is representing the four Dhams of our India.










 Friends surprisingly, the holy Badri Nath temple of Uttarakhand in the temple complex, Somnath temple of Dwarka where Lord Somnath is seated in his normal posture.  Representing the Orissa state, replica idols of Lord Jagannath, Balabhadra and his sister Subhadra of Jagannath Puri are installed.  Friends, Rameshwaram temple of Tamil Nadu state which is adorned by the idol of Lord Rama.













 Friends, it is believed that not every person can travel to see the holy Char Dham and 12 Jyotirlingas in his life. Therefore friends, in Siddheshwar Dham of Sikkim, the four holy Dhams and the holy 12 Jyotirlingas have been consecrated at one place.  .  So that the devotees can have darshan of all the holy dhams at one place.  Friends, the atmosphere of the holy Siddheshwar Dham temple complex is calm and full of devotion.

 Friends, it takes about 2 hours to visit all the holy temples present in the temple premises.







 thanks guys


 Mountain Leopard Mahendra 🧗🧗
























 

       Mountain Leopard Mahendra 🧗🧗



















Ek yatra khajane ki khoje me

एक यात्रा माउंटेन लेपर्ड महेन्द्रा के संग

          ( एक यात्रा माउंटेन लेपर्ड महेन्द्रा के संग )                          www.AdventurSport.com सभी फोटो झारखणड़ के...